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थाईलैंड मॉल में गोलीबारी : 30 लोगों की मौत, मृतकों को दी गई श्रद्धांजलि - हमलावर ने शास्त्रागार में भी लगाई सेंध

थाईलैंड के एक मॉल में गोलीबारी कर कम से कम 30 लोगों को मार डालने वाले बंदूकधारी को सुरक्षाबलों ने आखिरकार मार गिराया. हमलावर ने बैरेक शास्त्रागार में सेंध लगा ली थी. हालांकि, प्रधानमंत्री ने कहा कि ये मामला लापरवाही का नहीं है. पुलिस और हमलावर के बीच यह मुठभेड़ करीब 17 घंटों तक चली. इस कार्रवाई में थाईलैंड की विशिष्ट पुलिस इकाइयों के कमांडो भी शामिल थे.

shooting in thailand shopping mall
थाईलैंड मॉल में गोलीबारी
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Published : Feb 10, 2020, 7:11 AM IST

Updated : Feb 29, 2020, 7:54 PM IST

नाखोन रत्चासिमा (थाईलैंड) : एक मॉल में हुई गोलाबारी के बारे में थाईलैंड के प्रधानमंत्री प्रयुत चान-ओ-चा ने रविवार को बताया कि एक मॉल में भीषण गोलीबारी करने वाले हमलावर ने किसी 'निजी परेशानी' के चलते यह हमला किया. इस घटना के संदर्भ में प्रांतीय गवर्नर ने पत्रकारों को बताया कि गोलीबारी में मारे गए लोगों की संख्या 30 पहुंच गई है, जबकि दर्जनों अन्य घायल हुए हैं.

पूर्व सेनाध्यक्ष रह चुके पीएम प्रयुत चान-ओ-चा ने बताया कि मृतकों में 13 वर्षीय एक बच्चे सहित कई सुरक्षा कर्मी भी शामिल हैं. प्रयुत ने कहा, 'यह थाईलैंड में अप्रत्याशित है और मैं चाहता हूं कि ऐसा दोबारा कभी ना हो.' उन्होंने यह बयान उस अस्पताल के बाहर दिया, जहां घायलों का इलाज जारी है. घायलों में से कम से कम दो के मस्तिष्क की सर्जरी की जा रही है.

थाईलैंड क मॉल में गोलीबारी.

प्रयुत ने बताया कि बंदूकधारी के हमले का मकसद एक घर की बिक्री से जुड़ा है. हमलावर ने पूर्वोत्तर थाईलैंड के नाखोन रत्चासिमा शहर स्थित एक मॉल में शनिवार को गोलीबारी की थी. हमलावर का नाम सार्जेंट मेजर जकरापंत थोम्मा था, जो एक सैनिक था.

हमलावर ने थाईलैंड के एक प्रमुख बैरेक और सैन्य वाहन से एम60 मशीन गन, राइफलें और बारूद चोरी किया था. प्रधानमंत्री ने बताया कि हमलावर ने बैरेक शास्त्रागार में सेंध लगा ली थी.

प्रयुत ने कहा, 'यह लापरवाही नहीं थी. हम शस्त्रागार डिपो को खाली नहीं छोड़ते... लोग हमेशा उसकी सुरक्षा में वहां तैनात रहते हैं.'

इससे पहले, बंदूकधारी ने फेसबुक पर अपनी तस्वीर पोस्ट कर 'क्या मुझे आत्मसमर्पण करना चाहिए' और ' कोई भी मौत से नहीं बच सकता' जैसी बातें लिखी थीं.

ये भी पढ़ें: थाईलैंड के मॉल में गोलीबारी

फेसबुक वीडियो में (बाद में जिसे हटा दिया गया) हमलावर सेना का हेलमेट पहने हुए खुली जीप में सवार दिख रहा था और कह रहा था, ' मैं थक गया हूं... मैं अब उंगलियों को और नहीं दबा सकता.'

फेसबुक के एक प्रवक्ता ने इस पूरे वाकये पर कहा, ' हमने अपनी सेवा से बंदूकधारी का अकाउंट हटा दिया है और हम इस घटना संबंधी हर सामग्री को जल्द से जल्द हटाने के लिए लगातार काम करेंगे.'

इस बीच रविवार को भिक्षुओं और थाईलैंड के सैकड़ों लोगों ने पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने के लिए हाथों में मोमबत्ती लेकर प्रार्थना की और शोक संदेश लिखे. गमगमीन माहौल में प्रार्थना करने जुटे लोगों ने सफेद कागज पर,' हमेशा याद रखेंगे' और 'जीवन के बाद बेहतरी की कामना करते हैं' जैसे संदेश लिखे.

हमलावर हमले के दौरान तस्वीर और वीडियो फेसबुक पर पोस्ट कर रहा था. फेसबुक के प्रवक्ता ने बताया कि बंदूकधारी का अकाउंट हटा दिया है और वह हमले से जुड़ी तस्वीर और वीडियो जो नियमों का उल्लंघन करते हैं, उनकी जानकारी मिलते ही हटाने के लिए 24 घंटे काम कर रहे हैं.

नाखोन रत्चासिमा (थाईलैंड) : एक मॉल में हुई गोलाबारी के बारे में थाईलैंड के प्रधानमंत्री प्रयुत चान-ओ-चा ने रविवार को बताया कि एक मॉल में भीषण गोलीबारी करने वाले हमलावर ने किसी 'निजी परेशानी' के चलते यह हमला किया. इस घटना के संदर्भ में प्रांतीय गवर्नर ने पत्रकारों को बताया कि गोलीबारी में मारे गए लोगों की संख्या 30 पहुंच गई है, जबकि दर्जनों अन्य घायल हुए हैं.

पूर्व सेनाध्यक्ष रह चुके पीएम प्रयुत चान-ओ-चा ने बताया कि मृतकों में 13 वर्षीय एक बच्चे सहित कई सुरक्षा कर्मी भी शामिल हैं. प्रयुत ने कहा, 'यह थाईलैंड में अप्रत्याशित है और मैं चाहता हूं कि ऐसा दोबारा कभी ना हो.' उन्होंने यह बयान उस अस्पताल के बाहर दिया, जहां घायलों का इलाज जारी है. घायलों में से कम से कम दो के मस्तिष्क की सर्जरी की जा रही है.

थाईलैंड क मॉल में गोलीबारी.

प्रयुत ने बताया कि बंदूकधारी के हमले का मकसद एक घर की बिक्री से जुड़ा है. हमलावर ने पूर्वोत्तर थाईलैंड के नाखोन रत्चासिमा शहर स्थित एक मॉल में शनिवार को गोलीबारी की थी. हमलावर का नाम सार्जेंट मेजर जकरापंत थोम्मा था, जो एक सैनिक था.

हमलावर ने थाईलैंड के एक प्रमुख बैरेक और सैन्य वाहन से एम60 मशीन गन, राइफलें और बारूद चोरी किया था. प्रधानमंत्री ने बताया कि हमलावर ने बैरेक शास्त्रागार में सेंध लगा ली थी.

प्रयुत ने कहा, 'यह लापरवाही नहीं थी. हम शस्त्रागार डिपो को खाली नहीं छोड़ते... लोग हमेशा उसकी सुरक्षा में वहां तैनात रहते हैं.'

इससे पहले, बंदूकधारी ने फेसबुक पर अपनी तस्वीर पोस्ट कर 'क्या मुझे आत्मसमर्पण करना चाहिए' और ' कोई भी मौत से नहीं बच सकता' जैसी बातें लिखी थीं.

ये भी पढ़ें: थाईलैंड के मॉल में गोलीबारी

फेसबुक वीडियो में (बाद में जिसे हटा दिया गया) हमलावर सेना का हेलमेट पहने हुए खुली जीप में सवार दिख रहा था और कह रहा था, ' मैं थक गया हूं... मैं अब उंगलियों को और नहीं दबा सकता.'

फेसबुक के एक प्रवक्ता ने इस पूरे वाकये पर कहा, ' हमने अपनी सेवा से बंदूकधारी का अकाउंट हटा दिया है और हम इस घटना संबंधी हर सामग्री को जल्द से जल्द हटाने के लिए लगातार काम करेंगे.'

इस बीच रविवार को भिक्षुओं और थाईलैंड के सैकड़ों लोगों ने पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने के लिए हाथों में मोमबत्ती लेकर प्रार्थना की और शोक संदेश लिखे. गमगमीन माहौल में प्रार्थना करने जुटे लोगों ने सफेद कागज पर,' हमेशा याद रखेंगे' और 'जीवन के बाद बेहतरी की कामना करते हैं' जैसे संदेश लिखे.

हमलावर हमले के दौरान तस्वीर और वीडियो फेसबुक पर पोस्ट कर रहा था. फेसबुक के प्रवक्ता ने बताया कि बंदूकधारी का अकाउंट हटा दिया है और वह हमले से जुड़ी तस्वीर और वीडियो जो नियमों का उल्लंघन करते हैं, उनकी जानकारी मिलते ही हटाने के लिए 24 घंटे काम कर रहे हैं.

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पीटीआई-भाषा संवाददाता 19:44 HRS IST




             
  • 10 फरवरी : भारत में लोकतंत्र की स्थापना का शंखनाद



नयी दिल्ली, नौ फरवरी (भाषा) दुनिया का सबसे विशाल लोकतंत्र होने का गौरव हासिल करने वाले भारत के नागरिक हर पांच साल में वोट के जरिए अपनी पसंद की सरकार चुनते हैं, लेकिन लोकतंत्र का रास्ता चुनने वाले देश के सामने 1952 में लोकसभा के पहले चुनाव एक बड़ी चुनौती थे। पंडित जवाहरलाल नेहरू 1947 में आजादी के बाद से ही देश की अंतरिम सरकार का नेतृत्व कर रहे थे। दस फरवरी 1952 का दिन देश के लोकतांत्रिक इतिहास का सबसे बड़ा दिन था जब पंडित नेहरू के नेतृत्व में कांग्रेस ने लोकसभा की 489 में से 249 सीटों पर विजय हासिल कर बहुमत प्राप्त कर लिया था। अभी 133 सीटों के नतीजे आना बाकी था।



इन चुनावों को भारत में लोकतंत्र की स्थापना की दिशा में एक बड़ी सफलता के तौर पर देखा गया।



देश दुनिया के इतिहास में 10 फरवरी की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:- 1818 : अंग्रेजों की सेना और मराठा सेना के बीच रामपुर में तीसरा और अंतिम युद्ध लड़ा गया।



1846 : जांबाज सिख लड़ाकों और ईस्‍ट इंडिया कंपनी के बीच सोबराऊं की लड़ाई शुरू हुई।



1921 : महात्मा गांधी ने काशी विद्यापीठ का उद्घाटन किया। 1921 : ड्यूक आफ़ कनॉट ने इंडिया गेट की आधारशिला रखी।



1952 : आजादी के बाद पहले लोकसभा चुनाव में पंडित जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी ने बहुमत का आंकड़ा पार कर देश में लोकतंत्र की स्थापना का शंखनाद किया।



1990 : बृहस्पति की ओर जाते हुए अंतरिक्ष यान गैलिलियो शुक्र ग्रह के सामने से गुजरा।







1996 : शतरंज को दिमाग का खेल माना जाता है और आईबीएम ने शतरंज खेलने वाला कंप्यूटर डीप ब्लू बनाया। इंसानी दिमाग को चुनौती देने के लिए शतरंज के विश्व चैंपियन गैरी कास्पारोव और डीप ब्लू के बीच मुकाबला आयोजित किया गया, जिसे कास्पारोव ने 4-2 से जीत लिया। यह अलग बात है कि अगले बरस डीप ब्लू इस मुकाबले में विजयी रहा। 2005 : ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स और लंबे समय से उनकी मित्र कैमिला पार्कर के विवाह की तारीख का ऐलान किया गया।



2009 : प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पंडित भीमसेन जोशी को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न प्रदान किया गया। उन्हें नवंबर, 2008 में भारत रत्न से सम्मानित करने की घोषणा की गई थी।







2010 : पाकिस्तान में पेशावर के नजदीक खैबर दर्रा इलाके में पुलिस अधिकारियों के काफिले पर फिदायीन हमला। राहत और बचाव के लिए पहुंचे दल को भी निशाना बनाया गया। इस दौरान 13 पुलिस अधिकारियों सहित कुल 17 लोगों की मौत हुई।

 


Conclusion:
Last Updated : Feb 29, 2020, 7:54 PM IST
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