पेशावर : पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख राशिद अहमद ने पेशावर में जुमे की नमाज के दौरान भीड़भाड़ वाली शिया मस्जिद पर आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट के आत्मघाती हमले के मुख्य षड्यंत्रकर्ताओं को गिरफ्तार करने का शनिवार को संकल्प लिया. इस हमले में कम से कम 62 लोगों की मौत हो गई और लगभग 200 अन्य लोग घायल हो गए. अफगानिस्तान की सीमा से लगे अशांत क्षेत्र में सबसे घातक हमलों में से एक में शुक्रवार को खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत की राजधानी पेशावर में किस्सा ख्वानी बाजार में एक मस्जिद के अंदर आईएसआईएस-खुरासान से जुड़े एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को विस्फोट से उड़ा लिया.
एक अस्पताल अधिकारी ने कहा कि विस्फोट में घायल हुए पांच और लोगों की मौत के बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर 62 हो गई है. पेशावर के लेडी रीडिंग अस्पताल के प्रवक्ता मुहम्मद आसिम ने कहा, 'मस्जिद विस्फोट में घायल हुए पांच और लोगों के दम तोड़ने के चलते इस घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 62 हो गई है. मृतकों की संख्या अभी और बढ़ सकती है.' इस घटना में घायल हुए व्यक्तियों का इलाज लेडी रीडिंग अस्पताल में ही चल रहा है.
इस्लामिक स्टेट से जुड़े एवं अफगानिस्तान में मुख्यालय वाले 'इस्लामिक स्टेट इन खुरासान प्रोविंस' ने पेशावर के पुराने शहर में शिया बहुल कूचा रिसालदार में हमले की जिम्मेदारी ली है. पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख राशिद अहमद ने कहा कि खैबर पख्तूनख्वा पुलिस और जांच एजेंसियों ने हमले से जुड़े सभी तीन संदिग्धों की पहचान कर ली है. अहमद ने ट्विटर पर साझा किए गए एक वीडियो संदेश में कहा कि पुलिस और जांच एजेंसियां एक या दो दिनों में उन संदिग्धों तक पहुंच जाएंगी.
पेशावर के एसएसपी (ऑपरेशन) हारून रशीद खान ने कहा कि विस्फोट एक आत्मघाती विस्फोट था. उन्होंने कहा कि दो हमलावर थे लेकिन उनमें से केवल एक आत्मघाती हमलावर था. एक प्रत्यक्षदर्शी ने एक व्यक्ति की पहचान आत्मघाती हमलावर के रूप की जिसने काले कपड़े पहने हुए थे. प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि आत्मघाती हमलावर ने मस्जिद में प्रवेश किया, पहले सुरक्षा गार्ड को गोली मारकर उसकी हत्या कर दी और फिर पांच से छह गोलियां चलाईं. प्रत्यक्षदर्शी ने 'जियो न्यूज' को बताया, 'उसके बाद, वह जल्दी से (मस्जिद के) मुख्य हॉल में घुस गया और खुद को विस्फोट करके उड़ा लिया. इसके बाद, हर जगह शव और घायल लोग पड़े थे.'
'डॉन' अखबार की खबर के मुताबिक, बम विस्फोट की खबर फैलते ही महिलाओं समेत कई लोग अपने परिवार के सदस्यों का हालचाल जानने के लिए मस्जिद की ओर दौड़ पड़े, जो वहां जुमे की नमाज अदा करने गए थे. इमामबारगाह के आसपास हर घर शोकग्रस्त है क्योंकि उसने एक या दो सदस्यों को खो दिया है या उसके सदस्य बम विस्फोट में गंभीर रूप से घायल हो गए.
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पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी और प्रधानमंत्री इमरान खान ने पेशावर विस्फोट की कड़ी निंदा की है. खैबर-पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री महमूद खान ने इस जघन्य कृत्य के अपराधियों को न्याय के दायरे में लाने का संकल्प लिया है. उन्होंने कहा कि उपासना स्थल पर लोगों को निशाना बनाना अमानवीय और क्रूर कृत्य है. उन्होंने अधिकारियों को घायलों को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. उन्होंने अफगानिस्तान की सीमा से लगे प्रांत में समग्र सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए आपात बैठक बुलाई है.
(पीटीआई-भाषा)