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बांग्लादेश के रोहिंग्या शिविरों में रह रहे हजारों लोग बाढ़ से बेघर - Bangladesh Rohingya camps

बांग्लादेश में कई दिनों तक हुई भारी बारिश से रोहिंग्या शरणार्थी शिविरों में रह रहे लोग बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. पढ़ें पूरी खबर...

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Published : Jul 29, 2021, 7:31 PM IST

ढाका : दक्षिणी बांग्लादेश में कई दिनों तक हुई भारी बारिश ने रोहिंग्या शरणार्थी शिविरों को बुरी तरह प्रभावित किया है जिससे कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए और हजारों लोगों को अपने रिश्तेदारों के यहां या सामुदायिक शिविरों में रहने के लिए मजबूर होना पड़ा है.

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी ने बताया कि महज बुधवार तक पिछले 24 घंटों में कॉक्स बाजार जिले में 30 सेंटीमीटर से ज्यादा बारिश हुई, जहां शिविरों में 80,000 से ज्यादा रोहिंग्या रह रहे थे. जुलाई में होने वाली औसतन बारिश की करीब आधे से ज्यादा के बराबर बारिश एक दिन में हुई जबकि अगले कुछ दिनों और भारी बारिश होने तथा मॉनसून के अगले तीन महीनों तक जारी रहने का अनुमान है.

एजेंसी ने कहा, 'स्थिति कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण और बिगड़ गई है. देश में संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर फिलहाल सख्त राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लागू है.'

पढ़ें :- मध्य चीन में बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 99 हुई

एजेंसी ने कहा कि वह इस हफ्ते की शुरुआत में शिविरों में छह लोगों की, बारिश के कारण हुए भूस्खलन में पांच लोगों की मौत होने और बाढ़ के पानी में एक बच्चे के बह जाने से दुखी है.

एजेंसी ने एक बयान में बताया कि शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त ने शुरुआती रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि 12,000 से ज्यादा शरणार्थी भारी बारिश से प्रभावित हुए हैं जबकि 2,500 शिविरों के क्षतिग्रस्त होने या तबाह होने के अनुमान हैं. 5,000 से ज्यादा शरणार्थियों को सगे संबंधियों के आश्रय स्थलों पर या सामुदायिक केंद्रों में भेज दिया गया है.

शरणार्थियों को खाने या ठीक से पानी पीने के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है.

(एपी)

ढाका : दक्षिणी बांग्लादेश में कई दिनों तक हुई भारी बारिश ने रोहिंग्या शरणार्थी शिविरों को बुरी तरह प्रभावित किया है जिससे कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए और हजारों लोगों को अपने रिश्तेदारों के यहां या सामुदायिक शिविरों में रहने के लिए मजबूर होना पड़ा है.

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी ने बताया कि महज बुधवार तक पिछले 24 घंटों में कॉक्स बाजार जिले में 30 सेंटीमीटर से ज्यादा बारिश हुई, जहां शिविरों में 80,000 से ज्यादा रोहिंग्या रह रहे थे. जुलाई में होने वाली औसतन बारिश की करीब आधे से ज्यादा के बराबर बारिश एक दिन में हुई जबकि अगले कुछ दिनों और भारी बारिश होने तथा मॉनसून के अगले तीन महीनों तक जारी रहने का अनुमान है.

एजेंसी ने कहा, 'स्थिति कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण और बिगड़ गई है. देश में संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर फिलहाल सख्त राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लागू है.'

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एजेंसी ने कहा कि वह इस हफ्ते की शुरुआत में शिविरों में छह लोगों की, बारिश के कारण हुए भूस्खलन में पांच लोगों की मौत होने और बाढ़ के पानी में एक बच्चे के बह जाने से दुखी है.

एजेंसी ने एक बयान में बताया कि शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त ने शुरुआती रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि 12,000 से ज्यादा शरणार्थी भारी बारिश से प्रभावित हुए हैं जबकि 2,500 शिविरों के क्षतिग्रस्त होने या तबाह होने के अनुमान हैं. 5,000 से ज्यादा शरणार्थियों को सगे संबंधियों के आश्रय स्थलों पर या सामुदायिक केंद्रों में भेज दिया गया है.

शरणार्थियों को खाने या ठीक से पानी पीने के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है.

(एपी)

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