इस्लामाबाद : पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मुईद यूसुफ और आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज़ हमीद अगले हफ्ते अमेरिकी यात्रा पर जा सकते हैं जहां वे अफगानिस्तान की स्थिति पर अपने अमेरिकी समकक्षों के साथ बातचीत कर सकते हैं. यह अमेरिका की उस कूटनीतिक कोशिश का हिस्सा है जिसका मकसद युद्धग्रस्त राष्ट्र में सत्ता का शांतिपूर्ण हस्तांतरण सुनिश्चित कराना है.
'डॉन' अखबार ने वाशिंगटन से राजनयिक सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि इसी प्रयास के तहत अमेरिकी विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन भारत और अफगानिस्तान की यात्रा पर आ रहे हैं. उनकी इस यात्रा का उद्देश्य अफगान संकट के लिए क्षेत्रीय प्रतिक्रिया तैयार करना है. खबर के मुताबिक, यूसुफ और इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल हमीद की यात्रा इन राजनयिक प्रयासों का हिस्सा है.
अखबार से शुक्रवार को राजनयिक सूत्रों ने कहा, अमेरिका की उस नई राजनयिक नीति में पाकिस्तान की अहम भूमिका है जिसका मकसद अफगानिस्तान में सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण को सुनिश्चित करना है.
तालिबान के साथ समझौते के तहत, अमेरिका और उसके नाटो सहयोगी इस शर्त पर अफगानिस्तान से फौज वापस बुलाने पर सहमत हुए हैं कि तालिबान अपने कब्जे वाले क्षेत्रों से चरमपंथी समूहों को संचालित होने से रोकेगा.
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अफगानिस्तान में प्रभार संभाल रही अमेरिकी मध्य कमान ने हाल में कहा था कि 95 फीसदी से ज्यादा अमेरिकी बल वापस जा चुके हैं. राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि सैनिकों की वापसी अगस्त के अंत तक पूरी हो जाएगी.
अमेरिकी राजधानी वाशिंगटन में विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने हाल में एक ब्रीफिंग के दौरान कहा था कि बाइडन प्रशासन उम्मीद करता है कि अफगान संघर्ष का एक उचित और टिकाऊ समाधान निकालने में अफगानिस्तान के पड़ोसी एक रचनात्मक व जिम्मेदार भूमिका निभाएंगे.
(पीटीआई-भाषा)