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मोदी की जीत के बाद पूरे पाकिस्तान में 'बालाकोट स्ट्राइक की गूंज'

एक तरफ पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने ट्वीट कर नरेंद्र मोदी को पांच साल के लिए दोबारा पीएम चुने जाने पर बधाई संदेश दिया. वहीं, पाक मीडिया ने मोदी की जीत पर मिली-जुली प्रतिक्रिया दी. पढ़ें पूरी खबर...

इमरान खान और नरेंद्र मोदी.
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Published : May 24, 2019, 7:51 PM IST

Updated : May 24, 2019, 7:57 PM IST

इस्लामाबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद पाकिस्तान मीडिया में मिली जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली. पाक मीडिया के एक वर्ग ने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के आधार पर मिला प्रचंड जनादेश करार दिया है. वहीं, अन्य वर्ग ने इसे दक्षिणपंथियों की जीत के वैश्विक चलन का परिणाम बताया है.

यह आश्चर्यजनक रहा कि मीडिया में मोदी विरोधी लहर गायब रही क्योंकि अधिकतर मीडिया संस्थानों के लिए यह चुनाव का अप्रत्याशित परिणाम नहीं था. चुनाव का गहराई से विश्लेषण भी नहीं किया गया और लगभग सभी समाचार पत्र एवं अन्य मीडिया संस्थान भारत में समर्पित रिपोर्टिंग टीम की अनुपस्थिति में समाचार एजेंसियों पर निर्भर रहे.

समाचार पत्र 'डॉन' ने अपने मुख्यपृष्ठ में लिखा कि मोदी ने आम चुनाव में राष्ट्रीय सुरक्षा के आधार पर प्रचंड बहुमत प्राप्त किया. समाचार पत्र ने कहा, 'सीमा पार बालाकोट में हवाई हमले के रणनीतिकार के रूप में स्वयं को पेश करके मोदी ने विपक्ष को बुरी तरह पछाड़ दिया.'

पढ़ें-प्रचंड मोदी लहर पर सवार BJP 300 के पार

'डॉन' ने मोदी की सफलता को साम्प्रदायिक राजनीति की जीत करार दिया. उन्होंने कहा, 'विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र की दीवार पर लिखा है, भारत में साम्प्रदायिक राजनीति ऐसे समय में जीती है जो गणराज्य का भविष्य तय करेगी.'

उसने लिखा, 'परिणाम आश्चर्यजनक और निराशाजनक रूप से दर्शाते हैं कि धार्मिक घृणा एवं साम्प्रदायिक राजनीति का इस्तेमाल मतदाताओं को लुभाने के लिए किया जा सकता है.'

'न्यूज इंटरनेशनल' ने मोदी की जीत को 'नाटकीय' करार देते हुए कहा कि यह वैश्विक चलन को दर्शाता है. उसने कहा, 'मोदी का पुन: चुने जाना दक्षिणपंथियों की अमेरिका से ब्राजील और इटली तक जीत के वैश्विक चलन को दर्शाता है.'

'द न्यूज इंटरनेशनल' में ऐजाज जका सैयद ने लेख में कहा, 'यदि भाजपा और मोदी ने यह चुनाव जीता है, तो वे इस जीत के संभवत: हकदार थे. उन्होंने कड़ी मेहनत की और उनमें जीतने की भूख थी.'

पढ़ें-पाक पीएम इमरान खान ने पीएम मोदी को दी बधाई

उन्होंने साथ ही कहा कि मोदी ने कई गलतियां की होंगी लेकिन विपक्ष उन्हें दिखाने में असफल रहा.

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के विशेष सलाहकार (सूचना) फिरदौस आशिक अवान ने जियो न्यूज के हामिद मीर से एक टीवी कार्यक्रम के दौरान कहा, 'मोदी की जीत पाकिस्तान के लिए न तो बुरी खबर है और न ही यह अच्छी खबर है. हम भारत के साथ बातचीत करके सभी मतभेद सुलझाना चाहते हैं. हमें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि देश का नेतृत्व कौन कर रहा है.'

इस्लामाबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद पाकिस्तान मीडिया में मिली जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली. पाक मीडिया के एक वर्ग ने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के आधार पर मिला प्रचंड जनादेश करार दिया है. वहीं, अन्य वर्ग ने इसे दक्षिणपंथियों की जीत के वैश्विक चलन का परिणाम बताया है.

यह आश्चर्यजनक रहा कि मीडिया में मोदी विरोधी लहर गायब रही क्योंकि अधिकतर मीडिया संस्थानों के लिए यह चुनाव का अप्रत्याशित परिणाम नहीं था. चुनाव का गहराई से विश्लेषण भी नहीं किया गया और लगभग सभी समाचार पत्र एवं अन्य मीडिया संस्थान भारत में समर्पित रिपोर्टिंग टीम की अनुपस्थिति में समाचार एजेंसियों पर निर्भर रहे.

समाचार पत्र 'डॉन' ने अपने मुख्यपृष्ठ में लिखा कि मोदी ने आम चुनाव में राष्ट्रीय सुरक्षा के आधार पर प्रचंड बहुमत प्राप्त किया. समाचार पत्र ने कहा, 'सीमा पार बालाकोट में हवाई हमले के रणनीतिकार के रूप में स्वयं को पेश करके मोदी ने विपक्ष को बुरी तरह पछाड़ दिया.'

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'डॉन' ने मोदी की सफलता को साम्प्रदायिक राजनीति की जीत करार दिया. उन्होंने कहा, 'विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र की दीवार पर लिखा है, भारत में साम्प्रदायिक राजनीति ऐसे समय में जीती है जो गणराज्य का भविष्य तय करेगी.'

उसने लिखा, 'परिणाम आश्चर्यजनक और निराशाजनक रूप से दर्शाते हैं कि धार्मिक घृणा एवं साम्प्रदायिक राजनीति का इस्तेमाल मतदाताओं को लुभाने के लिए किया जा सकता है.'

'न्यूज इंटरनेशनल' ने मोदी की जीत को 'नाटकीय' करार देते हुए कहा कि यह वैश्विक चलन को दर्शाता है. उसने कहा, 'मोदी का पुन: चुने जाना दक्षिणपंथियों की अमेरिका से ब्राजील और इटली तक जीत के वैश्विक चलन को दर्शाता है.'

'द न्यूज इंटरनेशनल' में ऐजाज जका सैयद ने लेख में कहा, 'यदि भाजपा और मोदी ने यह चुनाव जीता है, तो वे इस जीत के संभवत: हकदार थे. उन्होंने कड़ी मेहनत की और उनमें जीतने की भूख थी.'

पढ़ें-पाक पीएम इमरान खान ने पीएम मोदी को दी बधाई

उन्होंने साथ ही कहा कि मोदी ने कई गलतियां की होंगी लेकिन विपक्ष उन्हें दिखाने में असफल रहा.

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के विशेष सलाहकार (सूचना) फिरदौस आशिक अवान ने जियो न्यूज के हामिद मीर से एक टीवी कार्यक्रम के दौरान कहा, 'मोदी की जीत पाकिस्तान के लिए न तो बुरी खबर है और न ही यह अच्छी खबर है. हम भारत के साथ बातचीत करके सभी मतभेद सुलझाना चाहते हैं. हमें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि देश का नेतृत्व कौन कर रहा है.'

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PAK-INDIA-POLL-MEDIA-LD REAX
Pak media terms Modi's victory 'emphatic mandate'
By Sajjad Hussain
(Eds: Updating with fresh inputs)
         Islamabad, May 24 (PTI) Prime Minister Narendra Modi winning a second five-year term drew a mixed response from the Pakistani media, with some calling it an "emphatic mandate" based on national security while others terming it a "global trend" of right-wing populists sweeping to victory.
          Dawn newspaper in a front page report wrote that Modi won an "emphatic mandate" in the general elections that saw him pitching national security as an "invincible talisman".
         "In projecting himself as the choreographer of air raids on Balakot across the border, Mr Modi severely bruised a fractious and unequal Opposition, according to the paper.
         It wrote a scathing editorial on the success of Modi, terming it a victory of "communal politics".
         The paper also noted that India went so far as to escalate tensions by conducting air strikes inside Pakistan in order to whip up nationalist sentiment.
         "For the world's largest democracy, the writing is on the wall: communal politics in India has triumphed in an age that will define the future of the republic," it wrote.
         The News International termed Modi's win as "dramatic" but added that it only was a reflection of a global trend.
         "His re-election reinforces a global trend of right-wing populists sweeping to victory, from the United States to Brazil and Italy, often after adopting harsh positions on protectionism, immigration and defence," according to the report.
         However, an analytical article The News International credited Modi for the emphatic victory of the BJP.
          "If the BJP and Modi have won this election, they perhaps deserved to win. They put in a great deal of hard work and have had the hunger to win," the article said.
         He also said that Modi could be responsible for many sins but the Opposition failed to expose his failures.
         The Nation newspaper in its main story highlighted that Pakistan Prime Minister Imran Khan congratulated Modi on his victory.
         Some of the evening TV talk shows discussed the impact of Modi's re-election on Pakistan-India ties.
         Special advisor to Prime Minister on information Firdous Ashiq Awan told Hamid Mir of Geo News in his talk show on Thursday night that victory of Modi is neither a bad news for Pakistan nor a good news.
         "We want to engage with India and resolve all difference through talks. For us there is no difference who is leading India, she said.
         Foreign Office spokesman Mohammad Faisal to a question about elections in India said Pakistan consistently maintained that the only way to resolve all outstanding issues, including the issue of Jammu and Kashmir is through implementation of UNSC resolutions.
         Dialogue is hence essential. We remain committed to the same, irrespective of whoever forms the new Government in India, he said. PTI SH NSA AKJ

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Last Updated : May 24, 2019, 7:57 PM IST
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