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2021-22 में पाकिस्तान का चालू खाता घाटा 17 अरब डॉलर हो सकता है : इमरान खान के पूर्व सहयोगी

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Published : Sep 16, 2021, 7:32 PM IST

पाकिस्तान के अनुभवी नौकरशाह वकार मसूद खान ने कहा है कि 2021-22 में पाकिस्तान को 12-17 अरब डॉलर के चालू खाते के घाटे का सामना करना पड़ सकता है.

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इस्लामाबाद : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के पूर्व सहयोगी और अनुभवी नौकरशाह वकार मसूद खान (Waqar Masood Khan) ने कहा कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर चालू वित्त वर्ष के दौरान दबाव बढ़ जाएगा और 2021-22 में उसे 12-17 अरब डॉलर के चालू खाते के घाटे का सामना करना पड़ सकता है.

समाचार पत्र डॉन की एक रिपोर्ट के अनुसार खान ने बुधवार को कराची स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (आईबीए) में एक पुस्तक विमोचन समारोह में कहा कि पाकिस्तान के भुगतान संकट के गंभीर होने की आशंका है.

रिपोर्ट में उनके हवाले से कहा गया, 'पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था चालू वित्त वर्ष के दौरान भुगतान संतुलन के बढ़ते संकट के कारण दबाव में रहेगी. देश को 2021-22 के लिए 12 अरब अमेरिकी डॉलर से 17 अरब अमेरिकी डॉलर के चालू खाते के घाटे का सामना करना पड़ सकता है.'

खान ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) कार्यक्रम के फिर से लागू होते ही देश को ब्याज दर, विनिमय दर, कराधान और ऊर्जा नीतियों में बड़े बदलाव की उम्मीद करनी चाहिए.

यह भी पढ़ें- अफगानिस्तान को अलग-थलग करने के गंभीर परिणाम होंगे : पाक विदेश मंत्री

खान ने हाल ही में प्रधानमंत्री के विशेष सहायक (राजस्व और वित्त) का पद छोड़ा है. उन्होंने 2013 से 2017 तक संघीय वित्त सचिव के रूप में कार्य किया.

(पीटीआई-भाषा)

इस्लामाबाद : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के पूर्व सहयोगी और अनुभवी नौकरशाह वकार मसूद खान (Waqar Masood Khan) ने कहा कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर चालू वित्त वर्ष के दौरान दबाव बढ़ जाएगा और 2021-22 में उसे 12-17 अरब डॉलर के चालू खाते के घाटे का सामना करना पड़ सकता है.

समाचार पत्र डॉन की एक रिपोर्ट के अनुसार खान ने बुधवार को कराची स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (आईबीए) में एक पुस्तक विमोचन समारोह में कहा कि पाकिस्तान के भुगतान संकट के गंभीर होने की आशंका है.

रिपोर्ट में उनके हवाले से कहा गया, 'पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था चालू वित्त वर्ष के दौरान भुगतान संतुलन के बढ़ते संकट के कारण दबाव में रहेगी. देश को 2021-22 के लिए 12 अरब अमेरिकी डॉलर से 17 अरब अमेरिकी डॉलर के चालू खाते के घाटे का सामना करना पड़ सकता है.'

खान ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) कार्यक्रम के फिर से लागू होते ही देश को ब्याज दर, विनिमय दर, कराधान और ऊर्जा नीतियों में बड़े बदलाव की उम्मीद करनी चाहिए.

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खान ने हाल ही में प्रधानमंत्री के विशेष सहायक (राजस्व और वित्त) का पद छोड़ा है. उन्होंने 2013 से 2017 तक संघीय वित्त सचिव के रूप में कार्य किया.

(पीटीआई-भाषा)

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