ग्लासगो (स्कॉटलैंड) : देश में सरकार विरोधी आंदोलन के बीच पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के मीरपुर के एक राजनीतिक एक्टिविस्ट ने इमरान खान सरकार को कोसते हुए कहा कि पाकिस्तान में गृहयुद्ध के हालात हैं. एक्टिविस्ट अमजद अयूब मिर्जा ने शनिवार को अपने फेसबुक पेज पर लिखा कि तीन दिन पहले आईजी सिंध का अपहरण कर लिया गया था. कल रात अली इमरान का अपहरण कर लिया गया था. आज, पीटीएम के नेता मोहसिन डावर का अपहरण कर लिया गया है. अब पाकिस्तानी खुद से युद्ध लड़ रहा है.
सेना के खिलाफ बन रहा माहौल
मिर्जा ने यह पोस्ट पश्तून तहफुज मूवमेंट (पीटीएम) के नेता मोहसिन डावर के हवाई अड्डे से बाहर निकलने पर रोक लगने की जानकारी सामने आने के बाद किया है. मोहसिन शनिवार को क्वेटा पहुंचे थे. उन्हें क्वेटा में रविवार को विपक्षी गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) की तीसरी रैली में भाग लेना था. एक ट्विटर पोस्ट में, मोहसिन ने कहा कि वह भयभीत नहीं होंगे और चुप नहीं बैठेंगे. मोहसिन डावर के नजरबंदी के अलावा पीओके एक्टिविस्ट अमजद मिर्जा ने पत्रकार अली इमरान सैयद के अपहरण का भी हवाला दिया. अली इमरान सैयद ने ही 19 अक्टूबर को पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के नेता व रिटायर्ड कैप्टन सफदर अवान की गिरफ्तारी का फुटेज जारी किया था.
सिंध बार काउंसिल भी विरोध में
सफदर अवान पीएमएल-एन नेता मरयम नवाज के पति भी हैं. अवान को पीडीएम की रैली के बाद उनके होटल के कमरे से गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद, रेंजरों ने आईजीपी सिंध और मुश्ताक मेहर का अपहरण कर लिया. इससे पुलिस अधिकारियों और सेना के बीच अत्यधिक कड़वाहट पैदा की. पुलिस अधिकारियों ने एकसाथ छुट्टी ले ली. इससे अफरातफरी मच गई. इस घटना ने सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा और सेना के शीर्ष अधिकारियों को हिलाकर रख दिया. देश भर में इस घटना की निंदा होते देख बाजवा ने कराची की घटना की जांच के आदेश दिए. सिंध बार काउंसिल ने बुधवार को एक प्रस्ताव पारित किया था, जिसमें पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश से सिंध पुलिस के आईजी के अपहरण और उसके बाद कैप्टन सफदर अवान की गिरफ्तारी के मामलों में सेना की भूमिका पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई थी.