इस्लामाबाद : पाकिस्तान इंटरनेशल एरयलाइंस (पीआईए) ने फर्जी डिग्री विवाद में निलंबित किए गए 141 में से 110 पायलटों को विमान उड़ाने की इजाजत दे दी है.
मीडिया में आई एक खबर में मंगलवार को बताया गया है कि वरिष्ठ वकील सलमान अकरम राजा ने पीआईए की नुमाइंदगी करते हुए सोमवार को उच्चतम न्यायालय को यह जानकारी दी.
मुख्य न्यायाधीश गुलजार अहमद की अध्यक्षता वाली तीन सदस्य पीठ ने पीआईए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एयर मार्शल अरशद मलिक की अपील पर सुनवाई की थी. मलिक ने यह अपील सिंध उच्च न्यायालय के आदेश के खिलाफ दायर की थी.
स्थानीय अखबार की खबर के मुताबिक, राजा ने कहा कि पीआईए ने 110 पायलटों के लाइसेंसों को मंजूरी दे दी है जबकि 15 के लाइसेंस रद्द कर दिए हैं. वहीं 14 पायलटों को विमान उड़ाने के लिए अनफिट घोषित किया गया है. कुछ मामलों में निर्णय अभी लंबित है.
न्यायमूर्ति उमर अता बंदयाल ने पूछा कि निलंबित लाइसेंसों की जांच के लिए एयरलाइन ने क्या कदम उठाए हैं. इसके बाद उक्त जानकारी मिली.
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इस साल 22 मई को कराची में पीआईए का एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिसके बाद लाइसेंस का मुद्दा सामने आया. विमानन मंत्री गुलाम सरवर खान ने मीडिया को बताया था कि देश के 860 सक्रिय पायलटों में से 260 के पास या तो फर्जी लाइसेंस है या उन्होंने परीक्षा में नकल की थी.