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पुलवामा हमला- पाक का पैंतरा, भारत के बताए 22 स्थानों पर जैश का कैंप नहीं

पुलवामा हमले के सबूतों के संबंध में पाक ने नया पैंतरा चला है. पाक का कहना है कि भारत ने जिन 22 स्थानों की जांच करने के लिए कहा है, वहां कोई आतंकी शिविर नहीं है.

पुलवामा हमले की तस्वीर
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Published : Mar 28, 2019, 4:36 PM IST

इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने पुलवामा हमले संबंधी जांच के प्रारंभिक निष्कर्ष के बारे में जानकारी दी. जनकारी देते हुए पाक ने कहा कि भारत ने जिन 22 स्थानों के बारे में बताया था, उसने उनकी जांच की है. जांच पर पाक ने दावा किया कि भारत ने जिन स्थानों का जांच की मांग की, वहां कोई आतंकी शिविर नहीं मिले.

पाक ने कहा कि उसने पुलवामा आतंकवादी हमले के संबंध में 54 लोगों को हिरासत में लिया लेकिन उनका हमले से किसी तरह से संबंध होने का पता नहीं चला है. पाकिस्तानी विदेश कार्यालय ने पुलवामा हमले के बाद उसे भारत की ओर से डोजियर सौंपे जाने के बाद अपने देश की 'प्रारंभिक जांच' की जानकारियां सार्वजनिक करते हुए कहा कि वह अनुरोध किए जाने पर इन 22 स्थलों पर यात्रा करने की अनुमति देने का इच्छुक है.

उसने एक बयान में कहा, 'हिरासत में बंद 54 व्यक्तियों के खिलाफ जांच की जा रही है, लेकिन पुलवामा हमले से उनके संबंध के बारे में अभी तक कुछ पता नहीं चला है.'

पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ने के बीच यहां प्राधिकारियों ने देश में प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों के 120 से अधिक सदस्यों को एहतियातन नजरबंद किए जाने की घोषणा की थी.

पाकिस्तान के गृह राज्य मंत्री शहरयार खान अफरीदी ने पांच मार्च को कहा था कि जैश प्रमुख अजहर मसूद का बेटा और उसका भाई प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों के उन 44 सदस्यों में शामिल है जिन्हें पाकिस्तान में गिरफ्तार किया गया है.

एक दिन पहले पाकिस्तान ने भारत से कहा था कि वह पुलवामा हमले में जैश-ए-मोहम्मद की संलिप्तता और देश में जैश के शिविरों की मौजूदगी के संबंध में 'और सूचना/सबूत' मुहैया कराए.

कार्यालय ने कहा, 'इसी प्रकार भारत ने जिन 22 स्थलों के बारे में बताया था उनकी जांच की गई है. इस प्रकार के कोई शिविर नहीं हैं. पाकिस्तान अनुरोध किए जाने पर इन स्थलों पर यात्रा करने की अनुमति देने का इच्छुक है.'

उसने कहा कि सहयोग करने की प्रतिबद्धता के मद्देनजर पाकिस्तान ने कुछ प्रश्नों के साथ अपनी जांच के प्रारंभिक निष्कर्ष बुधवार को भारत के साथ साझा किए.

कार्यालय ने कहा, 'साथ ही, इस्लामाबाद में राजनयिक कोर को भी जानकारी दी गई है.'

पढ़ें-शोपियां एनकाउंटर: 3 आतंकी ढेर, भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद

भारत ने पुलवामा में किए गए आतंकवादी हमले में जैश ए मोहम्मद की संलिप्तता के विशिष्ट ब्यौरों और पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठनों के शिविरों के बारे में एक अधिकृत दस्तावेज..डोजियर पड़ोसी राष्ट्र को 27 फरवरी को सौंपा था. यह डोजियर पाकिस्तान के कार्यवाहक उच्चायुक्त को सौंपा गया था.

विदेश कार्यालय ने कहा कि डोजियर मिलने के तुरंत बाद पाकिस्तान ने एक जांच टीम गठित की, जांच के लिए कई लोगों को हिरासत में लिया और उस सोशल मीडिया सामग्री के तकनीकी पहलुओं पर काम शुरू किया जो भारतीय दस्तावेजों का एक मुख्य आधार है.

उसने कहा कि भारतीय डोजियर में 91 पृष्ठ और छह भाग हैं जिनमें से केवल दूसरा और तीसरा भाग ही पुलवामा हमले से संबंधित है.

कार्यालय ने कहा, 'अन्य भाग एक तरह से सामान्य आरोप हैं. पाकिस्तान पुलवामा हमले संबंधी भागों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है.'

उसने दावा किया कि जांच के दौरान भारत द्वारा मुहैया कराई गई सूचना के सभी पहलुओं की पूरी जांच की गई. इसमें आदिल डार का 'अपराध स्वीकार करने वाला' वीडियो, हमले की जिम्मेदारी का 'दावा', पुलवामा हमले के समर्थन में संदेश एवं वीडियो साझा करने के लिए इस्तेमाल किए गए व्हाट्सऐप और टेलीग्राम नंबर, प्रतिबंधित संगठन से जुड़े 90 संदिग्ध लोगों की सूची और प्रशिक्षण शिविरों के 22 बताए स्थल शामिल हैं.

कार्यालय ने कहा कि सेवा प्रदाताओं से भारत द्वारा मुहैया कराए गए जीएसएम नंबर के संपर्कों एवं गतिविधियों की प्रासंगिक जानकारियों समेत डेटा देने का अनुरोध किया गया हे.

उसने कहा कि अमेरिका सरकार से व्हाट्सऐप के सहयोग का अनुरोध किया गया है. जांच की प्रक्रिया जारी रखने के लिए भारत से उक्त अतिरिक्त जानकारी एवं दस्तावेजों की आवश्यकता होगी.

उसने कहा, 'पाकिस्तान इस प्रक्रिया को तार्किक निष्कर्ष तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है.'

उल्लेखनीय है कि 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले में जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे. हमले के बाद से भारत एवं पाकिस्तान के संबंधों में तनाव बढ़ गया है. इसके बाद भारत ने बालाकोट में जैश के एक प्रशिक्षण शिविर पर आतंकवाद विरोधी एक अभियान को अंजाम दिया था.

इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने पुलवामा हमले संबंधी जांच के प्रारंभिक निष्कर्ष के बारे में जानकारी दी. जनकारी देते हुए पाक ने कहा कि भारत ने जिन 22 स्थानों के बारे में बताया था, उसने उनकी जांच की है. जांच पर पाक ने दावा किया कि भारत ने जिन स्थानों का जांच की मांग की, वहां कोई आतंकी शिविर नहीं मिले.

पाक ने कहा कि उसने पुलवामा आतंकवादी हमले के संबंध में 54 लोगों को हिरासत में लिया लेकिन उनका हमले से किसी तरह से संबंध होने का पता नहीं चला है. पाकिस्तानी विदेश कार्यालय ने पुलवामा हमले के बाद उसे भारत की ओर से डोजियर सौंपे जाने के बाद अपने देश की 'प्रारंभिक जांच' की जानकारियां सार्वजनिक करते हुए कहा कि वह अनुरोध किए जाने पर इन 22 स्थलों पर यात्रा करने की अनुमति देने का इच्छुक है.

उसने एक बयान में कहा, 'हिरासत में बंद 54 व्यक्तियों के खिलाफ जांच की जा रही है, लेकिन पुलवामा हमले से उनके संबंध के बारे में अभी तक कुछ पता नहीं चला है.'

पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ने के बीच यहां प्राधिकारियों ने देश में प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों के 120 से अधिक सदस्यों को एहतियातन नजरबंद किए जाने की घोषणा की थी.

पाकिस्तान के गृह राज्य मंत्री शहरयार खान अफरीदी ने पांच मार्च को कहा था कि जैश प्रमुख अजहर मसूद का बेटा और उसका भाई प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों के उन 44 सदस्यों में शामिल है जिन्हें पाकिस्तान में गिरफ्तार किया गया है.

एक दिन पहले पाकिस्तान ने भारत से कहा था कि वह पुलवामा हमले में जैश-ए-मोहम्मद की संलिप्तता और देश में जैश के शिविरों की मौजूदगी के संबंध में 'और सूचना/सबूत' मुहैया कराए.

कार्यालय ने कहा, 'इसी प्रकार भारत ने जिन 22 स्थलों के बारे में बताया था उनकी जांच की गई है. इस प्रकार के कोई शिविर नहीं हैं. पाकिस्तान अनुरोध किए जाने पर इन स्थलों पर यात्रा करने की अनुमति देने का इच्छुक है.'

उसने कहा कि सहयोग करने की प्रतिबद्धता के मद्देनजर पाकिस्तान ने कुछ प्रश्नों के साथ अपनी जांच के प्रारंभिक निष्कर्ष बुधवार को भारत के साथ साझा किए.

कार्यालय ने कहा, 'साथ ही, इस्लामाबाद में राजनयिक कोर को भी जानकारी दी गई है.'

पढ़ें-शोपियां एनकाउंटर: 3 आतंकी ढेर, भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद

भारत ने पुलवामा में किए गए आतंकवादी हमले में जैश ए मोहम्मद की संलिप्तता के विशिष्ट ब्यौरों और पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठनों के शिविरों के बारे में एक अधिकृत दस्तावेज..डोजियर पड़ोसी राष्ट्र को 27 फरवरी को सौंपा था. यह डोजियर पाकिस्तान के कार्यवाहक उच्चायुक्त को सौंपा गया था.

विदेश कार्यालय ने कहा कि डोजियर मिलने के तुरंत बाद पाकिस्तान ने एक जांच टीम गठित की, जांच के लिए कई लोगों को हिरासत में लिया और उस सोशल मीडिया सामग्री के तकनीकी पहलुओं पर काम शुरू किया जो भारतीय दस्तावेजों का एक मुख्य आधार है.

उसने कहा कि भारतीय डोजियर में 91 पृष्ठ और छह भाग हैं जिनमें से केवल दूसरा और तीसरा भाग ही पुलवामा हमले से संबंधित है.

कार्यालय ने कहा, 'अन्य भाग एक तरह से सामान्य आरोप हैं. पाकिस्तान पुलवामा हमले संबंधी भागों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है.'

उसने दावा किया कि जांच के दौरान भारत द्वारा मुहैया कराई गई सूचना के सभी पहलुओं की पूरी जांच की गई. इसमें आदिल डार का 'अपराध स्वीकार करने वाला' वीडियो, हमले की जिम्मेदारी का 'दावा', पुलवामा हमले के समर्थन में संदेश एवं वीडियो साझा करने के लिए इस्तेमाल किए गए व्हाट्सऐप और टेलीग्राम नंबर, प्रतिबंधित संगठन से जुड़े 90 संदिग्ध लोगों की सूची और प्रशिक्षण शिविरों के 22 बताए स्थल शामिल हैं.

कार्यालय ने कहा कि सेवा प्रदाताओं से भारत द्वारा मुहैया कराए गए जीएसएम नंबर के संपर्कों एवं गतिविधियों की प्रासंगिक जानकारियों समेत डेटा देने का अनुरोध किया गया हे.

उसने कहा कि अमेरिका सरकार से व्हाट्सऐप के सहयोग का अनुरोध किया गया है. जांच की प्रक्रिया जारी रखने के लिए भारत से उक्त अतिरिक्त जानकारी एवं दस्तावेजों की आवश्यकता होगी.

उसने कहा, 'पाकिस्तान इस प्रक्रिया को तार्किक निष्कर्ष तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है.'

उल्लेखनीय है कि 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले में जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे. हमले के बाद से भारत एवं पाकिस्तान के संबंधों में तनाव बढ़ गया है. इसके बाद भारत ने बालाकोट में जैश के एक प्रशिक्षण शिविर पर आतंकवाद विरोधी एक अभियान को अंजाम दिया था.

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.ISLAMABAD FGN10
PAK-PULWAMA
Pulwama attack: Pakistan says no terror camps exist on 22 locations shared by India
By Sajjad Hussain
         Islamabad, Mar 28 (PTI) Pakistan on Thursday said it has examined 22 "pin locations" shared by India but found no terror camps and claimed that there are no links to nail 54 people detained in connection with the Pulwama terror attack as it shared the "preliminary findings" with New Delhi.
         Pakistan is willing to allow visits, on request, to these locations, the Foreign Office (FO) said.
         "While 54 detained individuals are being investigated, no details linking them to Pulwama have been found so far," it said.
         "Similarly, the 22 pin locations shared by India have been examined. No such camps exist. Pakistan is willing to allow visits, on request, to these locations," the FO said.
         It said that in consistent with its commitment to cooperate, Pakistan on Wednesday shared preliminary findings of its investigations with India along with a set of questions.
         India handed over the dossier to the Acting High Commissioner of Pakistan in New Delhi on February 27 with specific details of Pakistan-based terror group Jaish-e-Mohammed (JeM)'s complicity in the Pulwama attack that killed 40 CRPF personnel on February 14 and the presence of JeM terror camps and its leadership in Pakistan. PTI SH AKJ
CPS
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