इस्लामाबाद : विदेश दफ्तर ने एक बयान में बताया कि खान सऊदी अरब के वलीअहद शहजादा (क्राउन प्रिंस) मोहम्मद बिन सलमान के न्यौते पर वहां जा रहे हैं. प्रतिनिधिमंडल में विदेश मंत्री और कैबिनेट के अन्य सदस्य शामिल होंगे.
सऊदी नेतृत्व के साथ प्रधानमंत्री की बातचीत आर्थिक, व्यापार, निवेश, ऊर्जा, पाकिस्तानी कामगारों के लिए नौकरी, वहां पर रह रहे पाकिस्तानी प्रवासियों के कल्याण समेत द्विपक्षीय सहयोग के सभी क्षेत्रों को कवर करेगी. दफ्तर ने बताया कि इस यात्रा के दौरान कई समझौतों पर दस्तख्त किए जाने की उम्मीद है.
खान इस्लामी सहयोग संगठन (ओआईसी) के महासचिव यूसुफ अल ओसैमीन, वर्ल्ड मुस्लीम लीग के महासचिव मोहम्मद बिन अब्दुल करीम अल ईसा और मक्का तथा मदीना की दो पवित्र मस्जिदों के इमामों से मुलाकात करेंगे.
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पाकिस्तान के सऊदी अरब के साथ रिश्तों में 2015 में तब तनाव आ गया था जब पाकिस्तान ने यमन में सऊदी जंग के लिए सैनिक भेजने से मना कर दिया था. यह भी माना जाता है कि पाकिस्तान सऊदी अरब और भारत के बीच गहरे होते रिश्तों से खुश नहीं है.