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राज कपूर, दिलीप कुमार के पुश्तैनी घरों पर पाक सरकार का कब्जा - ancestral homes of bollywood actors in pak

पाकिस्तान सरकार ने राज कपूर, दिलीप कुमार के पुश्तैनी घरों को खरीद लिया है. सरकार उन्हें संग्रहालयों में बदल देगी. पढ़ें पूरी खबर...

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Published : Jul 7, 2021, 3:17 PM IST

Updated : Jul 7, 2021, 3:56 PM IST

पेशावर : पुरातत्व और संग्रहालय के खैबर पख्तूनख्वा निदेशालय ने मंगलवार को पेशावर स्थित बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता राज कपूर और दिलीप कुमार के पैतृक घरों को अपने कब्जे में ले लिया है.

पेशावर के डिप्टी कमिश्नर ने शहर में स्थित दोनों संपत्तियों के स्वामित्व को पुरातत्व विभाग को हस्तांतरित करने की अधिसूचना जारी की जिसके बाद यह कदम उठाया गया है.

हालांकि 2016 में, राज कपूर के पुश्तैनी घर को तोड़ा गया जिससे घर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था. बाद में पुरातत्व निदेशालय के हस्तक्षेप के बाद घर को तोड़े जाने से रोका गया था.

बता दें कि अवामी नेशनल पार्टी की सरकार ने वर्ष 2013-18 में अपने कार्यकाल के दौरान संरक्षण के लिए दिलीप कुमार के पुश्तैनी घर का अधिग्रहण करने का प्रयास किया था. हालांकि, परवेज खट्टक के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान कीमत विवाद ने बोली को बाधित कर दिया था.

अक्टूबर 2015 में, प्रांतीय सरकार ने पेशावर उच्च न्यायालय को सूचित किया था कि उसने घर पर कब्जा करने की योजना को छोड़ दिया था, लेकिन मालिक को इसे पुनर्निर्मित करने या इसमें बदलाव करने से रोकने के लिए इसे संरक्षित पुरातन घोषित कर दिया था.

पाकिस्तानी अखबार 'डॉन' के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार प्रांतीय सरकार ने पिछले साल सितंबर में घोषणा की थी कि वह दोनों संपत्तियों का अधिग्रहण करेगी और बहाली के बाद उन्हें संग्रहालयों में बदल देगी.

निदेशक (पुरातत्व) डॉ अब्दुल समद ने बताया कि जब दोनों मालिकों ने स्वामित्व प्रांतीय सरकार को हस्तांतरित कर दिया था उसके बाद निदेशालय ने दोनों संपत्तियों को कब्जे में ले लिया था.

उन्होंने कहा, अब, दोनों निवास आधिकारिक तौर पर पुरातत्व निदेशालय की संपत्ति हैं.

डॉ समद ने कहा कि सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करते हुए कब्जा लिया गया.

उन्होंने कहा कि निदेशालय दोनों, बुरी तरह क्षतिग्रस्त संपत्तियों को संग्रहालय में बदलने से पहले उनकी बहाली और पुनर्वास शुरू करेगा. निदेशालय बहाली को लेकर दोनों परिवारों के सदस्यों से भी संपर्क करेगा.

पढ़ें :- PM समेत दिग्गजों ने किया 'ट्रेजेडी किंग' को आखिरी सलाम

उन्होंने कहा कि दोनों संपत्तियों की बहाली और बाद में उन्हें संग्रहालयों में बदलने का उद्देश्य पेशावर शहर के बॉलीवुड के साथ संबंधों को बहाल करना था.

डॉ समद ने कहा कि निदेशालय ने मालिकों को दोनों घरों की निर्धारित कीमत के भुगतान के लिए पेशावर को डिप्टी कमिश्नर को पैसे दिए थे.

इससे पहले, पेशावर को डिप्टी कमिश्नर ने औपनिवेशिक युग के अनिवार्य संपत्ति अधिग्रहण कानून के तहत पुरातत्व निदेशालय को दोनों संपत्तियों के स्वामित्व के हस्तांतरण की दो अधिसूचनाएं जारी कीं.

पाकिस्तानी अखबार 'डॉन' के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार ढाकी दलगरण क्षेत्र में राज कपूर की हवेली का मूल्य 11.5 मिलियन रुपये और दिलीप कुमार के मोहल्ला खुदाद में पैतृक निवास 7.2 मिलियन रुपये आंका गया. दोनों संपत्तियों की कीमत 15 लाख रुपये प्रति मरला आंकी गई है.

अधिसूचनाओं में कहा गया है कि दोनों घर पुरातत्व निदेशालय के नाम पर 'सभी बाधाओं से मुक्त' होंगे.

प्रांतीय सरकार लंबे समय से ऐतिहासिक क़िस्सा ख्वानी बाज़ार के पास में मोहल्ला ख़ुदाद और ढाकी दलगारन क्षेत्र में स्थित दोनों संपत्तियों के अधिग्रहण पर नज़र गड़ाए हुई थी.

पेशावर : पुरातत्व और संग्रहालय के खैबर पख्तूनख्वा निदेशालय ने मंगलवार को पेशावर स्थित बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता राज कपूर और दिलीप कुमार के पैतृक घरों को अपने कब्जे में ले लिया है.

पेशावर के डिप्टी कमिश्नर ने शहर में स्थित दोनों संपत्तियों के स्वामित्व को पुरातत्व विभाग को हस्तांतरित करने की अधिसूचना जारी की जिसके बाद यह कदम उठाया गया है.

हालांकि 2016 में, राज कपूर के पुश्तैनी घर को तोड़ा गया जिससे घर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था. बाद में पुरातत्व निदेशालय के हस्तक्षेप के बाद घर को तोड़े जाने से रोका गया था.

बता दें कि अवामी नेशनल पार्टी की सरकार ने वर्ष 2013-18 में अपने कार्यकाल के दौरान संरक्षण के लिए दिलीप कुमार के पुश्तैनी घर का अधिग्रहण करने का प्रयास किया था. हालांकि, परवेज खट्टक के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान कीमत विवाद ने बोली को बाधित कर दिया था.

अक्टूबर 2015 में, प्रांतीय सरकार ने पेशावर उच्च न्यायालय को सूचित किया था कि उसने घर पर कब्जा करने की योजना को छोड़ दिया था, लेकिन मालिक को इसे पुनर्निर्मित करने या इसमें बदलाव करने से रोकने के लिए इसे संरक्षित पुरातन घोषित कर दिया था.

पाकिस्तानी अखबार 'डॉन' के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार प्रांतीय सरकार ने पिछले साल सितंबर में घोषणा की थी कि वह दोनों संपत्तियों का अधिग्रहण करेगी और बहाली के बाद उन्हें संग्रहालयों में बदल देगी.

निदेशक (पुरातत्व) डॉ अब्दुल समद ने बताया कि जब दोनों मालिकों ने स्वामित्व प्रांतीय सरकार को हस्तांतरित कर दिया था उसके बाद निदेशालय ने दोनों संपत्तियों को कब्जे में ले लिया था.

उन्होंने कहा, अब, दोनों निवास आधिकारिक तौर पर पुरातत्व निदेशालय की संपत्ति हैं.

डॉ समद ने कहा कि सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करते हुए कब्जा लिया गया.

उन्होंने कहा कि निदेशालय दोनों, बुरी तरह क्षतिग्रस्त संपत्तियों को संग्रहालय में बदलने से पहले उनकी बहाली और पुनर्वास शुरू करेगा. निदेशालय बहाली को लेकर दोनों परिवारों के सदस्यों से भी संपर्क करेगा.

पढ़ें :- PM समेत दिग्गजों ने किया 'ट्रेजेडी किंग' को आखिरी सलाम

उन्होंने कहा कि दोनों संपत्तियों की बहाली और बाद में उन्हें संग्रहालयों में बदलने का उद्देश्य पेशावर शहर के बॉलीवुड के साथ संबंधों को बहाल करना था.

डॉ समद ने कहा कि निदेशालय ने मालिकों को दोनों घरों की निर्धारित कीमत के भुगतान के लिए पेशावर को डिप्टी कमिश्नर को पैसे दिए थे.

इससे पहले, पेशावर को डिप्टी कमिश्नर ने औपनिवेशिक युग के अनिवार्य संपत्ति अधिग्रहण कानून के तहत पुरातत्व निदेशालय को दोनों संपत्तियों के स्वामित्व के हस्तांतरण की दो अधिसूचनाएं जारी कीं.

पाकिस्तानी अखबार 'डॉन' के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार ढाकी दलगरण क्षेत्र में राज कपूर की हवेली का मूल्य 11.5 मिलियन रुपये और दिलीप कुमार के मोहल्ला खुदाद में पैतृक निवास 7.2 मिलियन रुपये आंका गया. दोनों संपत्तियों की कीमत 15 लाख रुपये प्रति मरला आंकी गई है.

अधिसूचनाओं में कहा गया है कि दोनों घर पुरातत्व निदेशालय के नाम पर 'सभी बाधाओं से मुक्त' होंगे.

प्रांतीय सरकार लंबे समय से ऐतिहासिक क़िस्सा ख्वानी बाज़ार के पास में मोहल्ला ख़ुदाद और ढाकी दलगारन क्षेत्र में स्थित दोनों संपत्तियों के अधिग्रहण पर नज़र गड़ाए हुई थी.

Last Updated : Jul 7, 2021, 3:56 PM IST
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