इस्लामाबाद : पाकिस्तान के विमानन अधिकारियों ने संदिग्ध लाइसेंस रखने वाले 15 और पायलटों को निलंबित कर दिया है. इसके साथ ही देश में अब तक 93 पायलटों को निलंबित किया जा चुका है, जो फर्जी लाइसेंस से विमान उड़ाते थे. यह जानकारी शनिवार को मीडिया की खबरों में दी गई.
‘डॉन’ अखबार ने खबर दी है कि यह उन 262 पायलटों में शामिल हैं, जिन्हें संदिग्ध लाइसेंस रखने के कारण ड्यूटी से हटा दिया गया है और पिछले महीने विमानन मंत्रालय ने उनके खिलाफ जांच शुरू की है. 28 अन्य पायलटों के लाइसेंस पहले ही रद्द कर दिए गए हैं.
विमानन विभाग के प्रवक्ता अब्दुल सत्तार खोखर ने कहा कि जांच बोर्ड ने ऐसे 262 पायलटों की पहचान की, जिनके पास फर्जी लाइसेंस थे. सरकार के निर्देश के बाद उन्हें तुरंत ड्यूटी से हटा दिया गया. उन्होंने कहा कि 262 पायलटों में से संघीय कैबिनेट ने 28 के लाइसेंस रद्द करने की मंजूरी दी.
उन्होंने बताया कि एजेंसी ने 10 देशों की एयरलाइंस को पायलट की पात्रता के बारे में उनके आग्रह के बाद सूचित किया है.
गौरतलब है कि पाकिस्तान के नागर विमानन प्राधिकरण की विश्वसनीयता तथा पायलटों की स्थिति को लेकर जून से ही सवाल उठ रहे हैं.
पाकिस्तान के विमानन मंत्री गुलाम सरवर खान ने उस समय संसद में यह कहकर सभी को सन्न कर दिया था कि पाकिस्तान ने पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के एक-तिहाई पायलटों को उड़ानों से हटा दिया है क्योंकि उन्होंने पायलट परीक्षा में 'धोखाधड़ी' की थी.
इसके बाद यूरोपीय संघ की उड्डयन सुरक्षा एजेंसी ने पाकिसतान की राष्ट्रीय एयरलाइन को यूरोपीय देशों में उड़ान से छह माह के लिए रोक दिया. कुछ देशों ने उनकी एयरलाइन में काम कर रहे पाकिस्तानी पायलटों को उड़ान से रोक दिया.
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फिलहाल ये 28 पायलट किसी तरह की फ्लाइंग ड्यूटी नहीं कर सकेंगे और उपयुक्त कानूनी प्रक्रियाओं के बाद उनके लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं, जिसके तहत पायलटों को सुनवाई का अवसर दिया गया है. निर्णय लिए जाने से पहले कैबिनेट ने दो बार उनके मामले में विचार-विमर्श किया.
93 पायलटों के लाइसेंस के सत्यापन की प्रक्रिया शुरू की गई है, जबकि शेष 141 की जांच एक हफ्ते में पूरी होने की उम्मीद है. इस बीच निजी एयरलाइंस सेरेन एयर ने अपने उन पायलटों और प्रथम अधिकारियों का वेतन भुगतान रोक दिया है, जिनके पास फर्जी लाइसेंस है.
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बता दें कि पाकिस्तान में 22 मई को हुए एयरबस 320 विमान हादसे के बाद पायलटों के लाइसेंस की जांच ने जोर पकड़ा. जांच का पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस से बाहर भी विस्तार हुआ और पाया गया कि पाकिस्तान के 860 पायलटों में से 260 ने पायलट परीक्षण में धोखाधड़ी की. इसके बावजूद उन्हें नागिरक उड्डयन प्राधिकरण ने लाइसेंस जारी कर दिया.