काठमांडू : नेपाल में सत्तारूढ़ नेपाल-यूनिफाइड मार्क्सवादी लेनिनवादी (सीपीएन-यूएमएल) से निष्कासित नेता माधव कुमार नेपाल ने मंगलवार को प्रधानमंत्री के. पी. शर्मा ओली पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने ओली पर दलालों, माफिया और गुंडों को संरक्षण देने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि इसी कारण पार्टी कमजोर हुई है.
पूर्व प्रधानमंत्री नेपाल उन 11 सांसदों में शामिल हैं, जिन्हें सोमवार को सीपीएन-यूएमएल ने ओली के नेतृत्व वाली सरकार को गिराने के प्रयास के तहत पार्टी के खिलाफ जाने और विपक्षी गठबंधन का समर्थन करने के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था.
निष्कासित सांसद पार्टी के सामान्य सदस्य भी नहीं रहेंगे. फेसबुक पेज पर जारी बयान में नेपाल ने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि दलालों, माफिया और गुंडों को प्रोत्साहित किया जा रहा है, लेकिन कम्युनिस्ट सरकार के होने के बावजूद सर्वहारा और खासकर नेपाल के आम आदमी की अनदेखी की जा रही है.
उन्होंने कहा, ओली नीत सरकार की गतिविधियां और विवादास्पद पहलू हम सबके बीच बिल्कुल स्पष्ट है. ओली जब दलालों के संरक्षक बन गए तो सीपीएन-यूएमएल को कमजोर कर दिया गया. ईमानदार, प्रतिबद्ध लोगों और पार्टी हित के लिए कुर्बानी देने वालों के बजाए माफिया को तरजीह दी गई.
यह भी पढ़ें: विपक्षी गठबंधन का समर्थन करने वाले ओली नीत सीपीएन-यूएमएल के 11 सांसद निष्कासित
नेपाल ने कहा कि जब उन्होंने मुद्दे उठाए तो उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि ओली ने अपनी निजी सोच और स्वार्थ के लिए हमेशा सरकार का दुरूपयोग किया है.
(पीटीआई-भाषा)