सियोल: उत्तर कोरिया ने एक महीने के विराम के बाद और अमेरिका तथा उसके सहयोगियों के यूक्रेन पर रूस द्वारा किए गए हमले पर ध्यान केंद्रित करने के बीच रविवार को समुद्र में एक बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया. यह जानकारी उसके पड़ोसी देशों ने दी. इस साल उत्तर कोरिया का हथियारों का यह और 30 जनवरी के बाद पहला परीक्षण है. कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तर कोरिया अपनी हथियार प्रौद्योगिकी में सुधार लाने की कोशिश कर रहा है और अमेरिका पर लंबे समय से बाधित वार्ता के बीच प्रतिबंधों से छूट देने का दबाव बना रहा है.
इसके साथ ही विशेषज्ञों ने यह भी कहा कि उत्तर कोरिया वाशिंगटन पर दबाव बढ़ाने के लिए अमेरिका के यूक्रेन संघर्ष में व्यस्त होने का इस्तेमाल अपनी परीक्षण की गतिविधि को तेज करने में कर सकता है. इस बीच जापान के रक्षा मंत्री नोबुओ किशी ने बताया कि उत्तर कोरियाई मिसाइल ने पूर्वी तट और जापान के विशेष आर्थिक क्षेत्र के बाहर गिरने से पहले करीब 600 किलोमीटर की अधिक ऊंचाई पर तकरीबन 300 किलोमीटर तक उड़ान भरी.
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उन्होंने यह भी बताया कि परीक्षण से किसी भी जहाज या विमान को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. दक्षिण कोरियाई अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने भी उत्तर कोरिया की राजधानी के क्षेत्र से मिसाइल परीक्षण का पता लगाया है जिसपर उन्होंने गहरी चिंता तथा खेद व्यक्त की है. वहीं राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की एक आपात बैठक के दौरान दक्षिण कोरियाई अधिकारियों ने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बीच इस परीक्षण के समय को दुनिया और कोरियाई प्रायद्वीप पर शांति तथा स्थिरता के लिए अवांछित बताया.
(पीटीआई-भाषा)