सिंगापुर : सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग ने बुधवार को कहा कि उन्हें खुशी है कि सांसदों ने संसद में नस्लवाद और 'जेनोफोबिया' के खिलाफ 'दृढ़ और स्पष्ट' रुख अपनाया. उन्होंने कहा कि देश को हमेशा विदेशियों का स्वागत करना चाहिए.
जेनोफोबिया का अर्थ अपरिचितों या विदेशियों से डरना होता हैं.
सिंगापुर की संसद में सत्तारूढ़ पीपुल्स एक्शन पार्टी (पीएपी) के पास पूर्ण बहुमत है. संसद ने सिंगापुर के लोगों की नौकरी और आजीविका हासिल करने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया है जिसके बाद लूंग ने यह टिप्पणी की.
लूंग ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि संसद सदस्यों ने 'हमें विभाजित करने और कमजोर करने के षड्यंत्रों को दृढ़ता से खारिज कर दिया.' उन्होंने कहा कि सिंगापुर को विदेशियों का स्वागत करना चाहिए और यह सिंगापुर के भविष्य के लिए 'अच्छा संकेत' है.
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संसद ने बुधवार की तड़के वित्त मंत्री लॉरेंस वोंग द्वारा सिंगापुर के लोगों की नौकरी और आजीविका हासिल करने के लिए लाये गये एक प्रस्ताव को पारित किया. इस पर मंगलवार दोपहर से चर्चा शुरू हुई थी और यह चर्चा मध्य रात्रि के बाद तक लगभग दस घंटे तक चली. लूंग ने कहा कि संसद में 10 घंटे की चर्चा महत्वपूर्ण थी.
'चैनल न्यूज एशिया' ने फेसबुक पोस्ट से प्रधानमंत्री के हवाले से कहा, 'यहां रहने और काम करने वाले विदेशी हमारी अर्थव्यवस्था और समाज में योगदान करते हैं. वे हमारे स्थानीय समुदाय का हिस्सा हैं.'
(पीटीआई-भाषा)