काठमांडू : इस्तीफा देने के लिए अपनी ही पार्टी के नेताओं के दबाव का सामना कर रहे नेपाल के प्रधानमंत्री के. पी. शर्मा ओली का भविष्य तय करने के लिए सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की स्थाई समिति की महतवपूर्ण बैठक बुधवार (8 जुलाई) तक स्थगित कर दी गई है. आधिकारिक तौर पर इसकी घोषणा की गई है. प्रधानमंत्री के मीडिया सलाहकार सूर्य थापा ने बताया कि बैठक बुधवार तक के लिए टल गई है. शनिवार को भी इस बैठक को टाल दिया गया था. बता दें कि प्रधानमंत्री ओली और नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी की सह-अध्यक्ष पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' के बीच कई मुद्दों को लेकर मतभेद सामने आए हैं.
सोमवार को स्थाई समिति की बैठक स्थगित होने के कारणों के बारे में अभी पता नहीं चल पाया है. पहले ही दो बार स्थगित हो चुकी स्थाई समिति की सोमवार को होने वाली बैठक में 68 वर्षीय प्रधानमंत्री के राजनीतिक भविष्य के बारे में फैसला होने की उम्मीद थी.
बता दें कि इससे पहले रविवार को भी प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने पुष्प कमल दहल प्रचंड के साथ बैठक की थी, जो बेनतीजा रही थी. बता दें कि ओली ने देश के सेना प्रमुख पुरना चंद्रा थापा से भी मुलाकात की थी.
इससे पहले शनिवार को भी 45 सदस्यों वाली स्थाई समिति की अहम बैठक को सोमवार तक के लिए टाल दी गई थी, जिससे ओली के काम करने के तौर-तरीकों और भारत विरोधी बयानों को लेकर मतभेदों को दूर करने के लिए शीर्ष नेतृत्व को और वक्त मिल सके.
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पूर्व प्रधानमंत्री- पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' सहित एनसीपी के शीर्ष नेताओं ने प्रधानमंत्री ओली के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा था कि उनका हाल ही में दिया भारत विरोधी बयान 'न तो राजनीतिक रूप से सही और न ही कूटनीतिक रूप से उपयुक्त' है.