टोक्यो : जापान ने जी-7 में दक्षिण कोरिया को शामिल किए जाने पर आपत्ति जताई है. जापान का कहना है कि चीन और उत्तर कोरिया के मुद्दे पर दक्षिण कोरिया जी-7 सदस्य देशों के विचारों से मेल नहीं खाता. क्योदो ने राजनयिक सूत्रों का हवाला देते हुए इस बात की पुष्टि की है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 30 मई को रूस, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और भारत को जी-7 शिखर सम्मेलन में शामिल करने के लिए प्रस्ताव पेश किया था.
टोक्यो स्थित समाचार एजेंसी के अनुसार, ट्रंप ने जी-7 को पिछड़ा समूह करार दिया है. साथ ही उन्होंने मौजूदा समय को देखते हुए इसके विस्तार का प्रस्ताव रखा. उनका कहना है कि हालातों को समझते हुए इसमें नए सदस्यों को शामिल करने की जरूरत है.
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क्योदो ने बताया कि ट्रंप के बयान के तुरंत बाद टोक्यो में जापानी सरकारी अधिकारी ने अपनी आपत्ति दर्ज की. जापान अपना विशेष दर्जा खोना नहीं चाहता, जो ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली और संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ को एक साथ एक मंच पर लाता है.
गौर हो कि शिखर सम्मेलन शुरू में जून के लिए निर्धारित किया गया था, लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण सितंबर तक के लिए इसे स्थगित कर दिया गया.