दुबई : ब्रिटेन ने नाजनीन जगारी रैटक्लिफ को एक साल और जेल में रहने की सजा सुनाए जाने की आलोचना की है. नाजनीन पहले से ही ईरान में पांच साल की जेल काट रही हैं. उनके वकील होज्जत करमानी ने प्रेस को बताया कि उन्हें यह दूसरी सजा 2009 में लंदन में ईरान दूतावास के सामने एक प्रदर्शन में हिस्सा लेकर व्यवस्था के खिलाफ दुष्प्रचार फैलाने के आरोप में सुनाई गई है.
ईरान के सरकारी मीडिया ने तत्काल सजा की पुष्टि नहीं की है. उनके पति रिचर्ड रैटक्लिफ ने बीबीसी से कहा कि अदालत का फैसला खराब संकेत है और ईरानी अधिकारियों द्वारा स्पष्ट रूप से एक मोल तोल की रणनीति है. नाजनीन को ऐसे समय में सजा सुनाई गई है जब विएना में परमाणु समझौते को लेकर ईरान और विश्व शक्तियों के बीच वार्ता चल रही है.
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने नाजनीन को फिर से सजा दिए जाने की निंदा की है. उन्होंने कहा कि यह ठीक नहीं है कि नाजनीन को और वक्त के लिए जेल में रखा जाए. जॉनसन ने कहा कि उनकी सरकार नाजनीन की रिहाई के लिए प्रयास कर रही है और इस मुद्दे पर अमेरिकी दोस्तों के साथ मिलकर काम कर रही है.
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नाजनीन को ईरानी सरकार का तख्तापलट करने की साजिश रचने के आरोप में पांच साल की कैद की सजा दी गई थी.