वाशिंगटन : अमेरिका में भारत के शीर्ष राजदूत तरनजीत सिंह संधू ने कहा कि दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्रिक देश भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को मौजूदा युग में सबसे अधिक परिवर्तनकारी रिश्ते के रूप में देखा जा रहा है.
संधू ने यूएस इंडिया बिजनेस काउंसिल (यूएसआईबीसी) द्वारा बृहस्पतिवार को अपने सम्मान में आयोजित स्वागत समारोह में कहा, आज अमेरिका-भारत संबंध को हमारे दौर के सबसे परिवर्तनकारी रिश्ते के रूप में देखा जा रहा है.
उन्होंने कहा, इस रिश्ते को अमेरिका में दोनों दलों का मजबूत समर्थन हासिल है. यह लोकतंत्र तथा बहुलवाद के प्रति हमारे साझा मूल्यों के प्रति प्रतिबद्धता की पुष्टि है.
संधू ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में दोनों देशों के बीच आर्थिक साझेदारी काफी बढ़ी है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को 2024 तक पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किया है और इस काम में अमेरिका एक तरजीही सहयोगी है.
उन्होंने कहा, 2000 से अधिक अमेरिकी कंपनियां भारत में मौजूद हैं. वहीं 200 से अधिक भारतीय कंपनियों ने अमेरिका में 18 अरब डॉलर का निवेश किया है जिससे 100,000 से अधिक नौकरियों के अवसर पैदा हुए हैं.
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संधू ने कहा कि यूएसआईबीसी अपनी अध्यक्ष निशा देसाई बिस्वाल के नेतृत्व में भारत-अमेरिका नीति क्षेत्र में प्रमुख शक्ति बन गया है.
उन्होंने कहा, 'बिस्वाल भारत की करीबी मित्र और सच्ची साझेदार हैं जिनके साथ मुझे निकटता से काम करने का सौभाग्य मिला है.'
इस बीच, बिस्वाल ने कहा कि संधू अमेरिका-भारत संबंध का हिस्सा बन गए हैं.
संधू का भारतीय राजदूत के तौर पर अमेरिका में यह चौथा कार्यकाल है. वह दो बार वाशिंगटन डीसी में और एक बार न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन में रह चुके हैं.