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यूएई के तट से अपहृत जहाज को अपहरणकर्ताओं ने छोड़ा : ब्रिटिश नौसेना समूह - ओमान की खाड़ी

ओमान की खाड़ी में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के तट के नजदीक से अपहृत जहाज को अपहरणकर्ताओं ने छोड़ दिया. यह जानकारी ब्रिटिश नौसेना ने दी है.

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Published : Aug 4, 2021, 7:31 PM IST

फुजैरा (यूएई) : ब्रिटिश नौसेना ने कहा कि जहाज के बंधक कांड का पटाक्षेप हो गया जिसकी वजह से पश्चिमी एशिया से लगती जल सीमा में तनाव दोबारा बढ़ने का खतरा उत्पन्न हो गया था. ब्रिटिश नौसेना के मेरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस ने इससे पहले रात में एक जहाज के संभावित अपहरण की आशंका जताई थी.

हालांकि मामले का पटाक्षेप हो गया लेकिन इसके साथ ही रहस्य गहरा गया है. यह स्पष्ट नहीं है कि डामर ढोने वाले जहाज को किसने बंधक बनाया था और क्यों. हालांकि इस घटना ने एक बार फिर इलाके में ईरान और अमेरिका के तनाव को उजागर कर दिया जो वर्ष 2015 में तेहरान और विश्व शक्तियों के बीच हुए परमाणु समझौते में उत्पन्न गतिरोध को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं.

गत कुछ सालों में फारस की खाड़ी में तनाव बढ़ा है और पिछले सप्ताह ही इजरायली अरबपति से संबंधित तेल टैंकर पर ओमान के तट के नजदीक ड्रोन से हमला किया गया था. जिसमें चालक दल के दो सदस्य मारे गए थे. पश्चिमी देशों ने इसके लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराया था जिसके द्वारा पोत को निशाना बनाए जाने की जानकारी है.

अधिकारियों ने बताया कि देर मंगलवार पनामा के ध्वज वाले डामर ढोने वाले टैंकर एस्फाल्ट प्रिंसेस पर उस समय अहरणकर्ता चढ़ गए जब वह फुजैरा तट के नजदीक था. ओमानी सेना के आधिकारिक संवाद एजेंसी ने बताया कि उसे सूचना मिली थी कि एस्फाल्ट प्रिंसेस का अपहरण कर किया गया है.

जिसके बाद रॉयल एयरफोर्स के समुद्री गश्ती विमान और नौसेना के पोत को अंतरराष्ट्रीय जन सीमा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भेजा गया. मरीन ट्रैफिक डॉट कॉम के अनुसार घटना के वक्त मंगलवार को फुजैरा तट पर छह तेल टैंकरों ने स्वत: पहचान प्रणाली से घोषणा की थी कि वे पोत पर से कमान खो चुके हैं.

मरीन ट्रैफिक डॉट कॉम के अनुसार उपग्रह से ली गई तस्वीरों में एक जहाज को बुधवार को जस्क बंदरगाह की दिशा में ईरान के तट की ओर बढ़ते देखा गया. ब्रिटिश नौसेना के बयान जारी करने के कुछ ही समय बाद इसे रोक दिया गया और ओमान की दिशा में मोड़ दिया गया.

एस्फाल्ट प्रिसेंस के मालिक अमीरात फ्री जोन में पंजीकृत ग्लोरी इंटरनेशनल ने अब तक इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. क्षेत्र में मौजूदा अमेरिका सेना के पांचवे बेड़े और ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया नहीं दी.

अमीरात की सरकार ने तत्काल घाटना की पुष्टि नहीं की है. जहाज को कब्जा में लेने की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सईद खतीबजादेह ने फारस की खाड़ी में हालिया समुद्री हमले को बिल्कुल संदेहास्पद बताया. उन्होंने ऐसी किसी गतिविधि में ईरान की संलिप्तता से इनकार किया है.

यह भी पढ़ें-लेबनान से इजराइल में तीन रॉकेट दागे गए, सेना ने की जवाबी कार्रवाई

ओमान की खाड़ी फारस की खाड़ी के संकरे मुहाने होर्मुज जलडमरूमध्य के पास है, जिसके माध्यम से विश्व की समूची तेल आपूर्ति का पांचवां हिस्सा आपूर्ति होता है. फुजैरा यूएई के पूर्वी तट पर है.

(पीटीआई-भाषा)

फुजैरा (यूएई) : ब्रिटिश नौसेना ने कहा कि जहाज के बंधक कांड का पटाक्षेप हो गया जिसकी वजह से पश्चिमी एशिया से लगती जल सीमा में तनाव दोबारा बढ़ने का खतरा उत्पन्न हो गया था. ब्रिटिश नौसेना के मेरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस ने इससे पहले रात में एक जहाज के संभावित अपहरण की आशंका जताई थी.

हालांकि मामले का पटाक्षेप हो गया लेकिन इसके साथ ही रहस्य गहरा गया है. यह स्पष्ट नहीं है कि डामर ढोने वाले जहाज को किसने बंधक बनाया था और क्यों. हालांकि इस घटना ने एक बार फिर इलाके में ईरान और अमेरिका के तनाव को उजागर कर दिया जो वर्ष 2015 में तेहरान और विश्व शक्तियों के बीच हुए परमाणु समझौते में उत्पन्न गतिरोध को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं.

गत कुछ सालों में फारस की खाड़ी में तनाव बढ़ा है और पिछले सप्ताह ही इजरायली अरबपति से संबंधित तेल टैंकर पर ओमान के तट के नजदीक ड्रोन से हमला किया गया था. जिसमें चालक दल के दो सदस्य मारे गए थे. पश्चिमी देशों ने इसके लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराया था जिसके द्वारा पोत को निशाना बनाए जाने की जानकारी है.

अधिकारियों ने बताया कि देर मंगलवार पनामा के ध्वज वाले डामर ढोने वाले टैंकर एस्फाल्ट प्रिंसेस पर उस समय अहरणकर्ता चढ़ गए जब वह फुजैरा तट के नजदीक था. ओमानी सेना के आधिकारिक संवाद एजेंसी ने बताया कि उसे सूचना मिली थी कि एस्फाल्ट प्रिंसेस का अपहरण कर किया गया है.

जिसके बाद रॉयल एयरफोर्स के समुद्री गश्ती विमान और नौसेना के पोत को अंतरराष्ट्रीय जन सीमा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भेजा गया. मरीन ट्रैफिक डॉट कॉम के अनुसार घटना के वक्त मंगलवार को फुजैरा तट पर छह तेल टैंकरों ने स्वत: पहचान प्रणाली से घोषणा की थी कि वे पोत पर से कमान खो चुके हैं.

मरीन ट्रैफिक डॉट कॉम के अनुसार उपग्रह से ली गई तस्वीरों में एक जहाज को बुधवार को जस्क बंदरगाह की दिशा में ईरान के तट की ओर बढ़ते देखा गया. ब्रिटिश नौसेना के बयान जारी करने के कुछ ही समय बाद इसे रोक दिया गया और ओमान की दिशा में मोड़ दिया गया.

एस्फाल्ट प्रिसेंस के मालिक अमीरात फ्री जोन में पंजीकृत ग्लोरी इंटरनेशनल ने अब तक इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. क्षेत्र में मौजूदा अमेरिका सेना के पांचवे बेड़े और ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया नहीं दी.

अमीरात की सरकार ने तत्काल घाटना की पुष्टि नहीं की है. जहाज को कब्जा में लेने की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सईद खतीबजादेह ने फारस की खाड़ी में हालिया समुद्री हमले को बिल्कुल संदेहास्पद बताया. उन्होंने ऐसी किसी गतिविधि में ईरान की संलिप्तता से इनकार किया है.

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ओमान की खाड़ी फारस की खाड़ी के संकरे मुहाने होर्मुज जलडमरूमध्य के पास है, जिसके माध्यम से विश्व की समूची तेल आपूर्ति का पांचवां हिस्सा आपूर्ति होता है. फुजैरा यूएई के पूर्वी तट पर है.

(पीटीआई-भाषा)

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