दमिश्क: सीरिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत गियर पेडरसन ने सीरिया के अधिकारियों से मुलाकात की. दोनों पक्षों ने संवैधानिक समिति के गठन पर 'विस्तृत और पर्याप्त' विचार-विमर्श किया.
शनिवार दोपहर राजधानी दमिश्क पहुंचे पेडरसेन ने सीरिया के अधिकारियों से मुलाकात की. उन्होंने वार्ता के पहले सत्र से लौटने पर संवाददाताओं से कहा कि सीरिया के विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के साथ उनकी बातचीत ने सभी मुद्दों को कवर किया है.
सीरिया के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री वालिद अल-मोलेम के साथ उनकी बातचीत के दौरान, दोनों पक्षों ने संवैधानिक समिति के गठन के विवरण और मानदंड के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव (UNSC) संख्या 2254 के कार्यान्वयन के लिए शर्तों पर भी चर्चा की.
गौरतलब है कि सीरिया में अपने पिछले दौरे के दौरान भी पेडरसेन संवैधानिक समिति के गठन की बात करते आ रहें है. यह एक ऐसी समिति होगी सीरियाई संविधान में संशोधनों पर चर्चा करने और सुझाव देने का काम करेगी.
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30 जनवरी 2018 को रूस के सोची में आयोजित सीरियाई नेशनल डायलॉग कांग्रेस में एक संवैधानिक समिति गठित करने के निर्णय पर सहमति व्यक्त की गई थी. इस समिति के अंतर्गत सीरियाई सरकार, विपक्ष और नागरिक समाज के प्रतिनिधि और हर एक के 50-50 सदस्य शामिल होंगे.
पिछले महीने वालिद अल-मोआल्म ने पेडरसन को बताया कि सीरियाई संविधान एक सीरियाई संप्रभु मामला है जो सीरियाई लोगों द्वारा विदेशी हस्तक्षेप के बिना तय किया गया है. विदेश मंत्री ने अपनी सरकार को अपने मिशन को सफल बनाने के लिए पेडरसेन के साथ सहयोग करने के संकल्प पर बल दिया.
गौरतलब है कि संवैधानिक समिति का गठन सीरियाई सरकार और विपक्ष द्वारा किए जाने की संभावना है. लेकिन संयुक्त राष्ट्र इस समिति में तीसरा पक्ष भी चाहता है. जिसका सरकार द्वारा हमेशा से ही विरोध किया गया था.
बता दें कि पेडरसन ने सीरियाई शांति वार्ता के लिए 25 अप्रैल को कजाकिस्तान जाने की योजना बनाई है.