तेहरान: ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने खाड़ी में विदेशी ताकतों की मौजूदगी की रविवार को निंदा की और कहा कि ईरान शांति के लिए संयुक्त राष्ट्र में एक क्षेत्रीय सहयोग योजना पेश करेगा.
रूहानी का यह बयान क्षेत्र में और सैनिक तैनात करने की अमेरिका की हालिया घोषणा की पृष्ठभूमि पर आया है.
रूहानी ने वार्षिक सैनिक परेड से पहले टेलीविजन में दिए अपने संबोधन में कहा,विदेशी ताकतें हमारे क्षेत्र के लिए और हमारे लोगों के लिए समस्याएं और असुरक्षा पैदा कर सकती है.
उन्होंने कहा कि ईरान आने वाले दिनों में संयुक्त राष्ट्र में शांति योजना पेश करेगा.
रूहानी ने कहा, इस संवेदनशील और अहम ऐतिहासिक क्षण में हम अपने पड़ोसियों के लिए यह घोषणा करना चाहते हैं कि हम उनकी ओर मित्रता और भाईचारे का हाथ बढ़ाते हैं.
ईरान और अमेरिका के संबंध इस वक्त बेहद तनाव पूर्ण हैं और इसकी शुरुआत पिछले साल उस वक्त हुई जब अमेरिका ने 2015 के परमाणु समझौते से खुद को अलग कर लिया और ईरान पर अधिकतम दबाव बनाने के लिए उस पर अनेक प्रतिबंध लगाए.
अमेरिका के रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने शुक्रवार को घोषणा की कि अमेरिका सऊदी अरब के अनुरोध पर वहां और सैनिक भेज रहा है. उन्होंने कहा था कि ये बल रक्षात्मक प्रकृति के होंगे और इनका पूरा ध्यान हवाई और मिसाइल रक्षा पर होगा.
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रूहानी ने अपने भाषण में खाड़ी क्षेत्र में विदेशी ताकतों को दूर रहने को कहा, उन्होंने कहा कि अगर वे गंभीर हैं तो उन्हें हमारे क्षेत्र को हथियार प्रदर्शन के क्षेत्र में तब्दील नहीं करना चाहिए.
रूहानी ने दो टूक कहा, आपकी मौजूदी हमेशा हमारे क्षेत्र में पीड़ा और दुख लाई है. आप अपने आप को जितना हमारे क्षेत्र से और हमारे देशों से दूर रखेंगे, हमारे क्षेत्र में उतनी ही अधिक सुरक्षा रहेगी.
रूहानी का संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक से पहले सोमवार को न्यूयार्क जाने का कार्यक्रम है