इस्लामाबाद : पाकिस्तान में बर्फ के कारण मरने वालों की संख्या 111 तक पहुंच गई. ये मौतें पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और देश के अन्य हिस्सों में बर्फ से संबंधित दुर्घटनाओं और हिमस्खलन की वजह से हुई हैं.
इस बीच, सेना ने राहत कार्य तेज करने के साथ ही देश में खराब मौसम से प्रभावित लोगों की मानवीय आधार पर मदद भी तेज की है.
जियो न्यूज की खबर के मुताबिक, पाक के कब्जे वाले कश्मीर की नीलम घाटी हिमस्खलन से सबसे ज्यादा प्रभावित हुई है. यहां सैंकड़ों इमारतों को नुकसान पहुंचा है और 73 लोगों की मौत हो गई है.
नीलम घाटी के उपायुक्त रजा महमूद शाहिद के मुताबिक शुरुआती आकलन के मुताबिक 52 घर पूरी तरह से बर्बाद हो गए हैं, जबकि 82 अन्य मकानों को नुकसान पहुंचा है.
जियो न्यूज की खबर के मुताबिक बलूचिस्तान में 31 लोगों की मौत हो गई है. इसके अलावा सियालकोट और पंजाब के अन्य जिलों में पिछले कुछ दिनों में कम से कम सात लोगों की मौत हुई है.
एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर के मुताबिक बलूचिस्तान प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा कि मौसम संबंधी घटनाओं में कम से कम 31 लोगों की जान गई है.
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अखबार के मुताबिक शुक्रवार को फिर से बर्फबारी शुरू होने की उम्मीद है ऐसे में पाकिस्तान की सेना ने प्रभावित इलाके में नागरिक प्रशासन की मदद के लिये जवानों और हेलीकॉप्टरों को लगाया है. इसके अलावा रास्तों को खोलने और घाटी के दूर-दराज के इलाके में हेलीकॉप्टरों के जरिये राहत सामग्री भी गिराई जा रही है.
बारिश संबंधी घटनाओं के कारण पाक अधिकृत कश्मीर, खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में प्रमुख सड़कें और राजमार्ग बंद हैं.
सरकारी पाकिस्तान टेलीविजन (पीटीवी) की खबर के मुताबिक, स्थिति पर चिंता जाहिर करते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वह तत्काल प्रभावित लोगों को मानवीय सहायता पहुंचाएं.
उन्होंने बुधवार को मुजफ्फराबाद में संयुक्त सैन्य अस्पताल का दौरा किया और हिमस्खलन में घायल हुए लोगों से मुलाकात की.
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डान की खबर के मुताबिक दौरे के दौरान पीओके के मुख्य सचिव मतहर नियाज राणा ने उन्हें बर्फबारी और हिमस्खलन के कारण क्षेत्र में हुए नुकसान की जानकारी दी और चलाए जा रहे राहत अभियान के बारे में भी बताया.
रेडियो पाकिस्तान की खबर के मुताबिक पाकिस्तानी सेना, नागरिक प्रशासन के साथ मिलकर नीलम घाटी में राहत और बचाव अभियान चला रही हैं.
मौसम कार्यालय ने स्वात, कोहिस्तान, संगला, बुनेर, मनशेरा, एबटाबाद, मुरी, गलवत, नीलम, बाग, हवेली, रावलाकोट, एस्टोर, हुंजा और स्कार्दू जिलों में भारी बर्फबारी के कारण अंतरशहरी सड़कों के बंद होने के खतरे को भी रेखांकित किया है.
भारी बर्फबारी के कारण पाकिस्तान और अफगानिस्तान को जोड़ने वाले प्रमुख राजमार्ग भी बंद हैं.
पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया.