नई दिल्ली/बीजिंग : चीन के वुहान शहर में फैले कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता ही जा रहा है. इस महामारी से चीन में 300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. चीनी सरकार के मुताबिक इस संक्रमण से लगभग 14,380 लोग पीड़ित हैं. इसी बीच भारत का एक और विशेष विमान चीन से सात मालद्वीव यात्री और 323 भारतीयों को लेकर दिल्ली आ गया है. इन यात्रियों को जांच के लिए शिविर ले जाया जा रहा है.
मालद्वीव के विदेश मंत्री ने इस बताया कि भारत के विशेष विमान से मालद्वीव के भी सात यात्री लौटे. उन्होंने कहा, 'मैं इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री डॉ एस. जयशंकर को धन्यवाद देता हूं.'
चीन में भारत के राजदूत विक्रम मिस्री ने ट्वीट किया, 'एयर इंडिया की दूसरी उड़ान वुहान से 323 भारतीय और मालदीव के सात नागरिकों के साथ रवाना हुई. चीन के विदेश मंत्रालय और हुबेई के स्थानीय अधिकारियों का एक बार फिर आभार.'
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, 'मैं बीजिंग में भारतीय दूतावास, हुबेई प्रांत के स्थानीय अधिकारियों और यात्रियों का शुक्रिया अदा करता हूं, जिन्होंने लगाातर करीब 96 घंटे तक चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में पेंचीदा एयरलिफ्ट (लोगों को बाहर निकालने के कार्य) हमारे लिए किया.'
मिस्री ने एक अन्य ट्वीट में कहा, 'हमारे दो अधिकारी दीपक पद्मकुमार और एम. बालाकृष्णन यात्रियों के साथ विमान में हैं, उनकी खास तौर पर तारीफ. उन्होंने कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित वुहान के ग्राउंड जीरो पर पहुंचकर हवाई अड्डे से जुड़े प्रबंधन की देखरेख में अनुकरणीय साहस और लोगों की सेवा का बड़ा जज्बा दिखाया है. आप दोनों को सलाम.'
मिस्री ने बताया कि चार भारतीय दूसरे विमान में नहीं चढ़ सके क्योंकि उन्हें तेज बुखार था.
मिस्री ने बताया कि 25 अन्य लोग अपनी सहमति से वहां रुक गए. वहीं अब भी हुबेई प्रांत में 100 भारतीय हो सकते हैं.
गौरतलब है कि शनिवार को एयरइंडिया का विमान 324 यात्रियों को चीन से भारत लेकर आया था.
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इस बीच चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के अनुसार सभी लोगों की मौत हुबेई प्रांत में हुई है.
आयोग ने बताया कि शनिवार को इस संक्रमण के 4,562 नए संदिग्ध मामले सामने आए.
उसने बताया कि शनिवार को 315 मरीज गंभीर रूप से बीमार हो गए और 85 लोगों को स्वास्थ्य सुधार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई.
आयोग ने बताया कि कुल 2,110 मरीजों की हालत गंभीर बनी हुई है और कुल 19,544 लोगों के इस विषाणु से संक्रमित होने का संदेह है. कुल 328 लोगों को स्वास्थ्य में सुधार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है.
बता दें कि हाल ही में चीन से एक और मामला सामने आया था, जिसमें एक व्यक्ति की मौत कोरोना वायरस के कारण सड़क पर ही हो गई.
चीन सरकार इस वायरस से निजात पाने के लिए कई उपाय कर रही है और उसे पूरा विश्वास है कि वह इस महामारी से जंग जीत जाएगी. वहीं चीनी राजदूत ने भारत में कहा था कि अब हालात नियंत्रण में हैं.
भारत, श्रीलंका दक्षिण कोरिया सहित 20 देशों में इससे संक्रमित लोगों की पुष्टि हुई है. सभी देश चीन में रहने वाले अपने निवासियों को वापस बुला रहे हैं.
गौरतलब है, एयर फ्रांस, ब्रिटिश एयरवेज और लुफ्थांसा जैसी शीर्ष एयरलाइनों ने चीन तक सेवाएं निलंबित कर दी हैं.
वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस को आपात स्थिति घोषित कर दिया है. इसके बाद से ही कई देशों ने अपने यात्रियों को चीन न जाने की सलाह दी है.
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क्या है कोरोना वायरस
यह विषाणुओं का एक बड़ा समूह है, लेकिन इनमें से केवल छह विषाणु ही लोगों को संक्रमित करते हैं. इसके सामान्य प्रभावों के चलते सर्दी-जुकाम होता है, लेकिन सिवीयर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (सार्स) ऐसा कोरोना वायरस है, जिसके प्रकोप से 2002-03 में चीन और हांगकांग में करीब 650 लोगों की मौत हो गई थी.