कोलंबो : श्रीलंका में समुद्र विशेषज्ञों ने सिंगापुर के ध्वज वाले उस जहाज का डेटा रिकॉर्डर (Data recorder) बरामद कर लिया है, जो आग लगने के बाद कोलंबो (Colombo) तट पर धीरे-धीरे डूब रहा है.अधिकारियों ने बताया कि प्राधिकारियों ने समुद्री पर्यावरण पर इस घटना के असर की जांच करने के लिए एक समिति गठित की है.
श्रीलंका बंदरगाह प्राधिकरण (Sri Lanka Ports Authority ) ने शनिवार को एक बयान में कहा कि अभी तक जहाज से तेल या रसायन रिसने के कोई संकेत नहीं मिले हैं.
बयान में कहा गया है कि श्रीलंकाई नौसेना (Sri Lankan Navy), भारतीय तटरक्षक बल ( Indian Coast Guard) और स्थानीय प्राधिकारी किसी भी तरह के तेल प्रदूषण से निपटने या मलबा हटाने के लिए घटनास्थल पर मौजूद हैं और वे चौबीसों घंटे स्थिति पर करीबी नजर रख रहे हैं.
‘मर्चेंट शिपिंग सेक्रेटेरियट’ के विशेषज्ञों ने श्रीलंकाई नौसेना की मदद से शनिवार को एमवी एक्स-प्रेस पर्ल जहाज का डेटा रिकॉर्डर या वीडीआर बरामद कर लिया जिसे ‘जहाज के ब्लैक बॉक्स’ के नाम से भी जाना जाता है.
रसायन और सौंदर्य प्रसाधन में इस्तेमाल होने वाला कच्चा माल लेकर जा रहे जहाज में 20 मई को कोलंबो तट के पास आग लग गयी थी. यह जहाज गुजरात के हजीरा से आ रहा था.
जहाज में सवार भारतीय, चीन, फिलीपीन और रूस की नागरिकता वाले चालक दल के सभी 25 सदस्यों को 21 मई को सुरक्षित बचा लिया गया.
बरामद किया गया वीडीआर अब स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों को सौंप दिया गया ताकि जांच में मदद मिल सकें.
पुलिस प्रवक्ता अजित रोहन ने कहा कि यह जांच में अहम बातचीत का पता लगाने के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा. वीडीआर जहाज में लगा एक उपकरण होता है जो जहाज के संचालन से संबंधित अहम सूचना को लगातार रिकॉर्ड करता है. किसी भी जहाज के वीडीआर डेटा को दुर्घटना की जांच के दौरान अहम सूचना के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है.
सरकार के विश्लेषण विभाग के 14 विशेषज्ञों का एक दल जहाज पर लगी आग से समुद्री पर्यावरण पर पड़ने वाले असर का पता लगाने के लिए नियुक्त किया गया है. वह इसका पता लगाने के लिए समुद्री जल के नमूने एकत्रित करेंगे.
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इस बीच, जहाज का पिछला हिस्सा करीब 21 मीटर की गहराई में समुद्र के तल पर है और आगे का हिस्सा लगातार धीरे-धीरे नीचे जा रहा है.
श्रीलंका के आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) ने अभी तक घटना के बारे में चालक दल के 20 सदस्यों और अधिकारियों के बयान दर्ज किए हैं.