ETV Bharat / international

कोरोना महामारी पर चीनी प्रोफेसर ने की शी जिनपिंग की आलोचना, हिरासत में लिए गए - शी जिनपिंग की आलोचना करने पर प्रोफेसर गिरफ्तार

चीनी अधिकारियों ने सोमवार को सिंघुआ विश्वविद्यालय में कानून के प्रोफेसर शू चांगरुन को हिरासत में लिया है. उन्‍होंने कोरोना वायरस महामारी को लेकर राष्‍ट्रपति शी जिनपिंग की आलोचना की थी.

Chinese professor criticizes Xi Jinping
शी जिनपिंग की आलोचना
author img

By

Published : Jul 7, 2020, 3:49 PM IST

बीजिंग: कोरोना वायरस महामारी को लेकर राष्ट्रपति शी जिनपिंग की आलोचना करने वाले एक कानून के प्रोफेसर को चीनी अधिकारियों ने सोमवार को हिरासत में लिया है.

पड़ोसी गेंग जियाओनान ने बताया लगभग 10 पुलिस वाहनों और दो दर्जन अधिकारियों ने शू चांगरुन के घर को घेरा और उनको गिरफ्तार कर किया. उन्होंने बताया कि शू चांगरुन इसके लिए मानसिक रूप से तैयार थे. उन्होंने पहले ही अपना बैग तैयार कर रखा था जिसमें उन्होंने अपने कपड़े और टूथब्रश रखे थे.

बता दें कि यह कोई पहला मामला नहीं है जब शू चांगरुन को गिरफ्तार किया गया हो. इसके पहले भी कई ऐसे मामले आएं हैं.

पढ़े:चीनी राष्ट्रपति ने कहा- सशस्त्र बलों का रणनीतिक प्रबंधन बेहतर करें

शू सिंघुआ विश्वविद्यालय में कानून के प्रोफेसर के रूप में काम कर रहे थे. उन्होंने 2018 में राष्ट्रपति पद की सीमा को समाप्त करने की बात की थी.

बता दें कि शू ने फरवरी में एक निबंध प्रकाशित किया था जिसमें चीन में कोरोना वायरस की स्थिति को लेकर आलोचना की गई थी.

बीजिंग: कोरोना वायरस महामारी को लेकर राष्ट्रपति शी जिनपिंग की आलोचना करने वाले एक कानून के प्रोफेसर को चीनी अधिकारियों ने सोमवार को हिरासत में लिया है.

पड़ोसी गेंग जियाओनान ने बताया लगभग 10 पुलिस वाहनों और दो दर्जन अधिकारियों ने शू चांगरुन के घर को घेरा और उनको गिरफ्तार कर किया. उन्होंने बताया कि शू चांगरुन इसके लिए मानसिक रूप से तैयार थे. उन्होंने पहले ही अपना बैग तैयार कर रखा था जिसमें उन्होंने अपने कपड़े और टूथब्रश रखे थे.

बता दें कि यह कोई पहला मामला नहीं है जब शू चांगरुन को गिरफ्तार किया गया हो. इसके पहले भी कई ऐसे मामले आएं हैं.

पढ़े:चीनी राष्ट्रपति ने कहा- सशस्त्र बलों का रणनीतिक प्रबंधन बेहतर करें

शू सिंघुआ विश्वविद्यालय में कानून के प्रोफेसर के रूप में काम कर रहे थे. उन्होंने 2018 में राष्ट्रपति पद की सीमा को समाप्त करने की बात की थी.

बता दें कि शू ने फरवरी में एक निबंध प्रकाशित किया था जिसमें चीन में कोरोना वायरस की स्थिति को लेकर आलोचना की गई थी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.