बीजिंग : पाकिस्तान ने शुक्रवार को चीन के साथ 60 अरब अमेरिकी डॉलर के चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) के दूसरे चरण की शुरुआत के लिए एक नए समझौते पर हस्ताक्षर किए (China Pakistan ink new CPEC agreement). पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने परियोजना की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह दोनों देशों के लिए रणनीतिक महत्व रखता है और लोगों को इससे काफी फायदा होगा.
बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक के उद्घाटन समारोह में भाग लेने और शीर्ष चीनी नेतृत्व से मिलने के लिए चार दिवसीय यात्रा पर बृहस्पतिवार को चीन पहुंचे खान ने चीन के शीर्ष योजना निकाय-राष्ट्रीय विकास और सुधार आयोग (एनडीआरसी) के अध्यक्ष हे लाइफंग के साथ पाकिस्तान में चीनी निवेश के विस्तार पर चर्चा के लिए डिजिटल तरीके से बैठक की.
पाकिस्तान की सरकारी समाचार एजेंसी 'एसोसिएटेड प्रेस ऑफ पाकिस्तान' ने बताया कि पाकिस्तान के राज्य मंत्री और निवेश बोर्ड के अध्यक्ष मुहम्मद अजफर अहसान और खान ने औद्योगिक सहयोग को लेकर प्रारूप समझौते पर हस्ताक्षर किए. इसका उद्देश्य सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को आकर्षित करना, औद्योगिकीकरण और आर्थिक क्षेत्रों के विकास को बढ़ावा देना तथा परियोजनाओं की पहल, योजना, निष्पादन और निगरानी करना है.
बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने लागू की जा रही सीपीईसी परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की और भविष्य की पहल की तैयारियों पर चर्चा की. बैठक को संबोधित करते हुए खान ने कहा कि परियोजना का दोनों देशों के लिए रणनीतिक महत्व है और इससे काफी लाभ मिलेंगे. खान ने कहा कि सीपीईसी की शुरुआती परियोजनाओं ने पाकिस्तान के आर्थिक परिदृश्य को बदल दिया है. इस प्रकार स्थायी आर्थिक विकास के लिए एक ठोस नींव रखी गई है.
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खान चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग और प्रधानमंत्री ली क्विंग के साथ भी बैठक करने वाले हैं. सीपीईसी को लेकर भारत ने चीन के समक्ष विरोध जताया है क्योंकि यह परियोजना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से होकर गुजरती है.