तोक्यो : साउथ चाइना सी को लेकर चल रहे विवाद के बीच चीनी मीडिया ने रविवार को बताया कि चीनी नौसेना में 3 युद्धपोत शामिल किए गए हैं, जिसमें एक बड़ा हमलावर जहाज भी शामिल है.
चाइना सेंट्रल टेलीविजन ने बताया कि शुक्रवार को हैनान के दक्षिणी द्वीप सान्या में नौसैनिक बंदरगाह में तैनाती समारोह आयोजित किया गया था. एनएचके वर्ल्ड की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी इस समारोह में सम्मिलित हुए थे. राष्ट्रपति शी ने कथित तौर पर जहाजों के कप्तानों को एक सैन्य ध्वज भी प्रस्तुत किया.
यह बीजिंग द्वारा एक और अवैध घुसपैठ है. सैन्य पर्यवेक्षकों ने कहा कि जहाज को ताइवान के आसपास के मिशनों में भी तैनात किया जा सकता था, लेकिन ऐसा करने पर चीन का दूसरे देशों के साथ चल रहे समुद्री विवाद के फिर से सामने आने की आशंका थी. चीन की आक्रामक क्षमताओं को देखते हुए इस बात की आशंका और समुद्री इलाके से जुड़ी चिंता भी जताई जा रही है.
चीन ने तीन मुख्य युद्धपोतों को अपनी नौसेना में शामिल किया है. इनमें परमाणु ऊर्जा से संचालित बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बी, एक विशाल विध्वंसक और देश का सबसे बड़ा तेज गति वाला युद्धक जहाज है, जिसमें करीब 30 हेलिकॉप्टर और सैकड़ों सैनिक सवार हो सकते हैं.
हांगकांग के साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने रविवार को खबर दी कि सेवा में शामिल किए गए पोतों में 075 प्रकार के बेहद तेज गति वाले युद्ध जहाज शामिल हैं, जो 30 हेलिकॉप्टरों और सैकड़ों सैनिकों को ले जा सकते हैं. यह चीन का सबसे विशाल युद्धक पोत है जो करीब 40,000 टन तक पानी को हटा सकता है.
सरकारी अखबार चाइना डेली ने खबर दी कि 09IV प्रकार की पनडुब्बी चीन के परमाणु ऊर्जा संचालित बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बियों की दूसरी पीढ़ी श्रेणी की मानी जा रही है जिसने पुराने प्रकार 09II की जगह ली है.
खबर में कहा गया कि 055 प्रकार पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी नेवी (प्लान) का सबसे शक्तिशाली विध्वंसक पोत है, जिसमें नये प्रकार की वायु रक्षा प्रणाली, मिसाइल रक्षा, पोत रोधी और पनडुब्बी रोधी हथियारों से लैस है.
नए पोतों को शामिल करना चीनी नौसेना के व्यापक आधुनिकिरण का हिस्सा है, जिसमें विमान वाहक पोत भी शामिल हैं. चीन ने दो विमानवाहकों का निर्माण किया है. आधिकारिक मीडिया खबरों में कहा गया है कि चीन की छह विमानवाहक पोतों के निर्माण की योजना है.