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चीन ने कबूला- परमाणु संयंत्र के भीतर टूटीं ईंधन की छड़ें - तैशान परमाणु ऊर्जा संयंत्र

चीन ने स्वीकार किया है कि हांगकांग के निकट स्थित उसके परमाणु संयंत्र के एक रिएक्टर में विकिरण बढ़ा था. चीन का कहना है कि रिएक्टर में ईंधन की पांच छड़ें टूटी हुई हैं, लेकिन इससे रेडियोधर्मी रिसाव नहीं हुआ है.

परमाणु संयंत्र
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Published : Jun 16, 2021, 2:28 PM IST

बीजिंग : चीन के परिस्थितिकी एवं पर्यावरण मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि हांगकांग के निकट स्थित चीन के परमाणु संयंत्र के एक रिएक्टर में ईंधन की पांच छड़ें टूटी हुई हैं, लेकिन इससे रेडियोधर्मी रिसाव नहीं हुआ है. सरकार की ओर से इस घटना के बारे में पहली बार पुष्टि की गई है, जिसके कारण संयंत्र की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई जा रही थी.

मंत्रालय ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर कहा कि गुआंगदोन प्रांत में तैशान परमाणु ऊर्जा संयंत्र के रिएक्टर संख्या-1 के भीतर विकिरण बढ़ा था लेकिन अवरोधकों ने अपना काम किया और इसे रोक दिया.

हांगकांग की सरकार ने कहा कि वह संयंत्र पर नजर रख रही है. उसने गुआंगदोंग के अधिकारियों से इस बारे में और जानकारी मांगी है.

'रेडियोधर्मी रिसाव की कोई समस्या नहीं'
मंत्रालय के बयान में कहा गया, पर्यावरण में रेडियोधर्मी रिसाव की कोई समस्या नहीं है. उसने बताया कि रिएक्टर के कूलैंट में विकिरण बढ़ गया था लेकिन यह भी मान्य सीमा के भीतर था.

मंत्रालय ने सीएनएन की उस खबर को भी खारिज किया, जिसमें कहा गया था कि नियामकों ने संयंत्र के बाहर विकिरण की स्वीकार्य सीमाओं को बढ़ाया ताकि संयंत्र को बंद नहीं करना पड़े.

बता दें कि संयंत्र की संयुक्त संचालक फ्रांसीसी कंपनी ने सोमवार को कहा था कि रिएक्टर के भीतर 'नोबल गैस' का स्तर बढ़ा है. विशेषज्ञों ने कहा था कि ईंधन की छड़ें टूटी हैं और परमाणु विखंडन की प्रक्रिया के दौरान रेडियोधर्मी गैस का रिसाव हुआ.

यह भी पढ़ें- एससीओ के 20 साल पूरा होने पर चीन ने कहा : संगठन ने 'नए सहयोग मॉडल' को बढ़ावा दिया

परमाणु विखंडन की प्रक्रिया में ज़ेनन और क्रिप्टॉन जैसी नोबल गैस और सीजियम, स्ट्रोनटियम जैसे अन्य रेडियोधर्मी पदार्थ निकलते हैं.

(पीटीआई भाषा)

बीजिंग : चीन के परिस्थितिकी एवं पर्यावरण मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि हांगकांग के निकट स्थित चीन के परमाणु संयंत्र के एक रिएक्टर में ईंधन की पांच छड़ें टूटी हुई हैं, लेकिन इससे रेडियोधर्मी रिसाव नहीं हुआ है. सरकार की ओर से इस घटना के बारे में पहली बार पुष्टि की गई है, जिसके कारण संयंत्र की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई जा रही थी.

मंत्रालय ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर कहा कि गुआंगदोन प्रांत में तैशान परमाणु ऊर्जा संयंत्र के रिएक्टर संख्या-1 के भीतर विकिरण बढ़ा था लेकिन अवरोधकों ने अपना काम किया और इसे रोक दिया.

हांगकांग की सरकार ने कहा कि वह संयंत्र पर नजर रख रही है. उसने गुआंगदोंग के अधिकारियों से इस बारे में और जानकारी मांगी है.

'रेडियोधर्मी रिसाव की कोई समस्या नहीं'
मंत्रालय के बयान में कहा गया, पर्यावरण में रेडियोधर्मी रिसाव की कोई समस्या नहीं है. उसने बताया कि रिएक्टर के कूलैंट में विकिरण बढ़ गया था लेकिन यह भी मान्य सीमा के भीतर था.

मंत्रालय ने सीएनएन की उस खबर को भी खारिज किया, जिसमें कहा गया था कि नियामकों ने संयंत्र के बाहर विकिरण की स्वीकार्य सीमाओं को बढ़ाया ताकि संयंत्र को बंद नहीं करना पड़े.

बता दें कि संयंत्र की संयुक्त संचालक फ्रांसीसी कंपनी ने सोमवार को कहा था कि रिएक्टर के भीतर 'नोबल गैस' का स्तर बढ़ा है. विशेषज्ञों ने कहा था कि ईंधन की छड़ें टूटी हैं और परमाणु विखंडन की प्रक्रिया के दौरान रेडियोधर्मी गैस का रिसाव हुआ.

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परमाणु विखंडन की प्रक्रिया में ज़ेनन और क्रिप्टॉन जैसी नोबल गैस और सीजियम, स्ट्रोनटियम जैसे अन्य रेडियोधर्मी पदार्थ निकलते हैं.

(पीटीआई भाषा)

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