बीजिंग : चीन ने अधिकारिक तौर पर अपनी परिवार नियोजन नीति में ढील दी है. इसके बाद चीन में दंपत्तियों को तीन बच्चे पैदा करने की अधिकारिक अनुमति होगी. अभी तक यह दो बच्चों तक सीमित था. समाचार एजेंसी ग्लोबल टाइम्स ने इसकी जानकारी दी.
इस कदम का उद्देश्य चीन की जनसंख्या संरचना में सुधार करना और देश की बढ़ती उम्र की समस्या का सक्रिय रूप से समाधान करना है.
चीनी अधिकारियों ने मातृत्व अवकाश और मातृत्व बीमा प्रणाली में सुधार करने और कर और आवास जैसे क्षेत्रों में सहायक नीतियों को मजबूत करने की भी बात कही है.
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इससे पहले सामने आए जनसंख्या संबंधी आंकड़ों से पता चला था कि बीते एक दशक में चीन में कामकाजी आयुवर्ग की आबादी में कमी आई है और 65 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के लोगों की संख्या बढ़ी है जिसका असर समाज और अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा है.
शिन्हुआ समाचार एजेंसी की ओर से बताया गया कि सत्तारूढ़ दल के पोलित ब्यूरो की सोमवार को हुई बैठक में तय हुआ कि 'चीन बुजुर्ग होती आबादी से सक्रिय रूप से निबटने के लिए प्रमुख नीतियां और उपाय लाएगा.'
रिपोर्ट में कहा गया कि पार्टी के नेताओं ने कहा कि जन्म देने की आयु सीमा में ढील देनेए जिसके तहत दंपती तीन बच्चों को भी जन्म दे सकते हैं तथा इससे जुड़े अन्य कदम उठाने से चीन के आबादी संबंधी ढांचे को बेहतर बनाया जा सकता है.
दंपतियों के एक ही बच्चा पैदा करने की अनुमति संबंधी नियमों में 2015 में ढील दी गई थी और दो बच्चों को जन्म देने की इजाजत दी गई थी. इसके एक वर्ष बाद बच्चों की संख्या में बढ़ोतरी हुई लेकिन बाद में इसमें कमी देखी गई.