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चीन में कोरोना संकट पर राष्ट्रपति जिनपिंग की आलोचना करने वाले प्रोफेसर रिहा

सिंघुआ विश्वविद्यालय में कानून के प्रोफेसर शू चांगरुन ने कोरोना वायरस महामारी को लेकर राष्‍ट्रपति शी जिनपिंग की आलोचना की थी. इसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया था. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उन्हें रिहा कर दिया गया है.

professor in china released
प्रतीकात्मक फोटो
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Published : Jul 13, 2020, 2:40 PM IST

बीजिंग : कोरोना वायरस महामारी को लेकर राष्ट्रपति शी जिनपिंग की आलोचना करने वाले एक कानून के प्रोफेसर को चीनी अधिकारियों ने सोमवार को हिरासत में लिया था. उनको रिहा कर दिया गया है.

प्रोफेसर की गिरफ्तारी को लेकर अमेरिका के रक्षा मंत्री माइक पॉम्पियो ने भी चीन की जमकर आलोचना की थी. प्रोफेसर शू चांगरुन के करीबियों को पूरा यकीन था कि वह रिहा हो जाएंगे.

शू के पड़ोसी पड़ोसी गेंग जियाओनान ने बताया लगभग 10 पुलिस वाहनों और दो दर्जन अधिकारियों ने शू चांगरुन के घर को घेरा और उनको गिरफ्तार कर लिया था. उन्होंने बताया कि शू चांगरुन इसके लिए मानसिक रूप से तैयार थे. उन्होंने पहले ही अपना बैग तैयार कर रखा था जिसमें उन्होंने अपने कपड़े और टूथब्रश रखे थे.

पढ़ें-मालाबार नौसेनिक अभ्यास, चतुर्भुज गठबंधन में शामिल हो सकता है ऑस्ट्रेलिया

बता दें कि यह कोई पहला मामला नहीं है जब शू चांगरुन को गिरफ्तार किया गया हो. इसके पहले भी कई ऐसे मामले आएं हैं.

शू सिंघुआ विश्वविद्यालय में कानून के प्रोफेसर के रूप में काम कर रहे थे. उन्होंने 2018 में राष्ट्रपति पद की सीमा को समाप्त करने की बात की थी.

बता दें कि शू ने फरवरी में एक निबंध प्रकाशित किया था जिसमें चीन में कोरोना वायरस की स्थिति को लेकर आलोचना की गई थी.

बीजिंग : कोरोना वायरस महामारी को लेकर राष्ट्रपति शी जिनपिंग की आलोचना करने वाले एक कानून के प्रोफेसर को चीनी अधिकारियों ने सोमवार को हिरासत में लिया था. उनको रिहा कर दिया गया है.

प्रोफेसर की गिरफ्तारी को लेकर अमेरिका के रक्षा मंत्री माइक पॉम्पियो ने भी चीन की जमकर आलोचना की थी. प्रोफेसर शू चांगरुन के करीबियों को पूरा यकीन था कि वह रिहा हो जाएंगे.

शू के पड़ोसी पड़ोसी गेंग जियाओनान ने बताया लगभग 10 पुलिस वाहनों और दो दर्जन अधिकारियों ने शू चांगरुन के घर को घेरा और उनको गिरफ्तार कर लिया था. उन्होंने बताया कि शू चांगरुन इसके लिए मानसिक रूप से तैयार थे. उन्होंने पहले ही अपना बैग तैयार कर रखा था जिसमें उन्होंने अपने कपड़े और टूथब्रश रखे थे.

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बता दें कि यह कोई पहला मामला नहीं है जब शू चांगरुन को गिरफ्तार किया गया हो. इसके पहले भी कई ऐसे मामले आएं हैं.

शू सिंघुआ विश्वविद्यालय में कानून के प्रोफेसर के रूप में काम कर रहे थे. उन्होंने 2018 में राष्ट्रपति पद की सीमा को समाप्त करने की बात की थी.

बता दें कि शू ने फरवरी में एक निबंध प्रकाशित किया था जिसमें चीन में कोरोना वायरस की स्थिति को लेकर आलोचना की गई थी.

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