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बांग्लादेश में 200 साल बाद हुआ बदलाव, कैदियों के खाने में मिठाई समेत और भी चीजें - bangladesh jail

बांग्लादेश में कैदियों को ब्रिटिश काल से दिए जा रहे गुड़ और ब्रेड में सरकार ने बदलाव किए हैं. इसकी जगह कैदियों को अब जलपान में ब्रेड, सब्जियां, मिठाइयां, खिचड़ी आदि दिया जा रहा है. इस संबंध में जेल निदेशालय के प्रमुख ने क्या कुछ कहा जानें....

कांसेप्ट फोटो
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Published : Jun 17, 2019, 5:39 PM IST

ढाकाः देश की कारगर दंड प्रणाली में सुधार के तहत बांग्लादेश के अधिकारियों ने अपने यहां की जेलों के जलपान मेन्यू में बदलाव किया है. बांग्लादेश में ब्रिटिश उपनिवेशक शासकों ने कैदियों को जलपान देने के लिए जो मेन्यू तय किया था, उसमें अभी तक किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया था.

एक अधिकारी ने जानकारी दी कि देश की कारागार एवं दंड प्रणाली में सुधार के तहत जेलों के जलपान मेनू में यह सुधार किया गया है.

जेल निदेशालय के उप प्रमुख बजलुर राशिद ने बताया कि रविवार से देश के 81,000 से अधिक कैदियों को ब्रेड एवं गुड़ की जगह अलग तरह का जलपान दिया जा रहा है. 18वीं सदी में

ब्रिटिश उपनिवेशिक शासकों ने कैदियों को ब्रेड एवं गुड़ जलपान में देने की शुरूआत की थी और यह सिलसिला अब तक चला आ रहा था.

राशिद ने बताया कि नए मेनू के अनुसार कैदियों को अब जलपान में ब्रेड, सब्जियां, मिठाइयां, खिचड़ी आदि दिया जा रहा है.

आपको बता दें, बांग्लादेश की 60 जेलों में क्षमता 35,000 कैदियों की हैं लेकिन यहां क्षमता से कहीं ज्यादा कैदी रखे जाते हैं जिसकी आलोचना अक्सर मानवाधिकार संगठन करते आए हैं.

पढ़ेंः 800 रुपये में मिलता है 2000 का जाली नोट, बांग्लादेश-नेपाल के रास्ते होती है तस्करी

कैदी जेल में दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता और मात्रा को लेकर आए दिन शिकायत करते हैं.

राशिद ने बताया कि कैदियों को मुख्यधारा से जोड़ने, आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करने और पुनर्वास के उद्देश्य से जेलों में सुधार किए जा रहे हैं और जलपान के मेन्यू में बदलाव इसी सुधार का हिस्सा है.

नए मेन्यू का कैदियों ने उत्साह से स्वागत किया है.

सरकार ने कैदियों के लिए कम दर में फोन कॉल की व्यवस्था भी की है.

राशिद के अनुसार, अब कैदी जब चाहें, अपने परिवार वालों से स्क्रीन वाले फोन के जरिये बात कर सकते हैं.

ढाकाः देश की कारगर दंड प्रणाली में सुधार के तहत बांग्लादेश के अधिकारियों ने अपने यहां की जेलों के जलपान मेन्यू में बदलाव किया है. बांग्लादेश में ब्रिटिश उपनिवेशक शासकों ने कैदियों को जलपान देने के लिए जो मेन्यू तय किया था, उसमें अभी तक किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया था.

एक अधिकारी ने जानकारी दी कि देश की कारागार एवं दंड प्रणाली में सुधार के तहत जेलों के जलपान मेनू में यह सुधार किया गया है.

जेल निदेशालय के उप प्रमुख बजलुर राशिद ने बताया कि रविवार से देश के 81,000 से अधिक कैदियों को ब्रेड एवं गुड़ की जगह अलग तरह का जलपान दिया जा रहा है. 18वीं सदी में

ब्रिटिश उपनिवेशिक शासकों ने कैदियों को ब्रेड एवं गुड़ जलपान में देने की शुरूआत की थी और यह सिलसिला अब तक चला आ रहा था.

राशिद ने बताया कि नए मेनू के अनुसार कैदियों को अब जलपान में ब्रेड, सब्जियां, मिठाइयां, खिचड़ी आदि दिया जा रहा है.

आपको बता दें, बांग्लादेश की 60 जेलों में क्षमता 35,000 कैदियों की हैं लेकिन यहां क्षमता से कहीं ज्यादा कैदी रखे जाते हैं जिसकी आलोचना अक्सर मानवाधिकार संगठन करते आए हैं.

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कैदी जेल में दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता और मात्रा को लेकर आए दिन शिकायत करते हैं.

राशिद ने बताया कि कैदियों को मुख्यधारा से जोड़ने, आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करने और पुनर्वास के उद्देश्य से जेलों में सुधार किए जा रहे हैं और जलपान के मेन्यू में बदलाव इसी सुधार का हिस्सा है.

नए मेन्यू का कैदियों ने उत्साह से स्वागत किया है.

सरकार ने कैदियों के लिए कम दर में फोन कॉल की व्यवस्था भी की है.

राशिद के अनुसार, अब कैदी जब चाहें, अपने परिवार वालों से स्क्रीन वाले फोन के जरिये बात कर सकते हैं.

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BANGLA-PRISON-FOOD
Bangladesh prison breakfast menu gets makeover after 200 years
         Dhaka, Jun 16 (AFP) Bangladesh authorities have upgraded a 200-year-old colonial-era breakfast menu in all its prisons, an official said Sunday, as part of a reform of the country's penal system.
         Bazlur Rashid, deputy head of the Prison Directorate, said the nation's more than 81,000 convicts would from Sunday receive an improved breakfast, replacing the bread and molasses that has been on the menu since being introduced by British colonial rulers in the 18th century.
         The new diet will contain bread, vegetables, sweets and khichdi -- a spiced rice cooked with lentils -- Rashid told AFP.
         Previously prisoners were given just 116 grams (four ounces) of bread and 14.5 grams (half an ounce) of molasses, he said.
         Bangladesh's 60 prisons, built to house 35,000 inmates, are notoriously overcrowded and frequently draw criticism from rights organisations.
         Inmates also often complain about the quality and quantity of food served in the jails.
         Rashid said the diet change is part of a series of reforms to "help prisoners get motivated and rehabilitated".
         "We are gradually trying to adapt... so the convicts can reform themselves during their stay in the facilities," he said.
         Several thousand prisoners cheered the new breakfast menu in Dhaka's Keraniganj central prison Sunday, he said, adding: "Good food makes everyone happy."
         The official said the government has also introduced cheap telephone calls for inmates in the prisons.
         "They would be able to talk to their family via screened phone calls whenever they want," he said. (AFP)
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