बर्लिन : दक्षिण अफ्रीका से आने वाले यात्रियों के कोरोना वायरस के नये स्वरूप ओमीक्रोन से संक्रमित होने की पुष्टि करने वाले देशों की सूची में रविवार को ऑस्ट्रेलिया का नाम भी जुड़ गया, जबकि इजराइल ने विदेशी नागरिकों को देश में प्रवेश नहीं देने का फैसला किया है.
इजराइल का यह कदम वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप के प्रसार को धीमा करने की कोशिश में जुटे देशों द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों में सबसे सख्त है.
दक्षिण अफ्रीका में इस स्वरूप का पता चलने के कुछ ही दिनों बाद, कई यूरोपीय देशों, इज़राइल और हांगकांग में इसकी पुष्टि हुई है या संदिग्ध मामले सामने आ चुके हैं.
'पहले कार्रवाई करें, बाद में प्रश्न पूछें' दृष्टिकोण ने महामारी के इन दो वर्षों में संभावित रूप से अधिक संक्रामक रूप के उभरने के बारे में बढ़ती चिंता को प्रदर्शित किया है, जिसने 50 लाख से अधिक लोगों की अब तक जान ले ली है, जन-जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया और दुनिया भर में अर्थव्यवस्थाओं को पटरी से उतार दिया.
नए स्वरूप के बारे में अभी बहुत कुछ जानना बाकी है, लेकिन अनुसंधानकर्ताओं को चिंता है कि यह टीकों से मिली सुरक्षा के प्रति अधिक प्रतिरोधी हो सकता है और इसका मतलब है कि वैश्विक महामारी अनुमान से ज्यादा लंबे वक्त तक जारी रह सकती है.
इजराइल ने विदेशियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने और विदेश से आने वाले सभी इज़राइल वासियों के लिए अनिवार्य रुप से पृथक-वास में रहने की घोषणा की है.
प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने साप्ताहिक कैबिनेट बैठक की शुरुआत में कहा, 'देश की सीमाओं पर पाबंदिया आसान कदम नहीं है, लेकिन यह अस्थायी और आवश्यक कदम है.'
कई देशों ने विभिन्न अफ्रीकी देशों से यात्रा को सीमित या प्रतिबंधित कर दिया है - जिनमें नये नाम न्यूजीलैंड, थाईलैंड, इंडोनेशिया, सिंगापुर, श्रीलंका, मालदीव और सऊदी अरब हैं. जिन देशों ने पहले से ही प्रतिबंध लगाए हुए थे उनमें ब्राजील, कनाडा, यूरोपीय संघ, ईरान और अमेरिका शामिल हैं. हालांकि, यह विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की सलाह के उलट है जिसने स्वरूप के बारे में विस्तार से अध्ययन किए जाने से पहले किसी भी तरह की अति प्रतिक्रिया के खिलाफ आगाह किया था.
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ऑस्ट्रेलिया के अधिकारियों ने कहा कि अफ्रीका से सिडनी पहुंचे दो विदेशी यात्री ओमीक्रोन स्वरूप की जांच में संक्रमित पाए गए. नौ अफ्रीकी देशों से आने पर अब आगमन पर एक होटल में पृथक-वास में रहना आवश्यक कर दिया गया है.
(पीटीआई-भाषा)