ETV Bharat / international

अफगानिस्तान में 200 से अधिक तालिबान कैदियों को रिहा किया - president ashraf gani

दो दशकों से चल रहे गृह युद्ध को समाप्त करने के लिए चल रही शांति वार्ता के दौरान अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने 200 से अधिक तालिबानी कैदियों को रिहा करने का फैसला किया है.

अशरफ गनी (फाइल फोटो)
author img

By

Published : Jun 11, 2019, 3:00 PM IST

काबुल: अफगानिस्तान के पुल-ए-चरखी जेल से करीब170 तालिबान कैदियों को रिहा कर दिया गया है और 130 अन्य जेल कैदियों को मंगलवार को मुक्त करने की उम्मीद है. यह फैसला उस समय किया गया है जब दो दशकों से चल रहे गृह युद्ध को समाप्त करने के लिए शांति वार्ता चल रही है.

etv bharat ashraf
सूचना आधारित ट्वीट

अफगानिस्तान सरकार के सूत्रों के मुताबिक जेल से रिहा की गए कैदियों पर तालिबान के सदस्य और उसको सहयोग करने का आरोप है.

बता दें कि राष्ट्रपति अशरफ गनी ने शांति भव्य परिषद के आखिरी दिन तालिबानी कैदियों को रिहा करने का एलान किया था.

गनी ने अफगान शांति भव्य परिषद में 3 मई को तालिबान के साथ हुई बैठक में रमजान के इस्लामी पवित्र सप्ताह से पहले 175 तालिबान कैदियों को मुक्त करने का वादा किया था.

पढ़ें- सिनाई में आतंकवादी हमला, दस पुलिसकर्मियों की मौत

इसके अलावा ईद अल-फितर के अवसर पर भी गनी ने अन्य 887 कैदियों को रिहा करने की घोषणा की थी.

गनी के इस फैसले पर आलोचकों ने कढ़ी प्रतिक्रिया देता हुए कहा है कि यह फैसला बिना विचार-विमर्श के किया गया है. इससे देश की नाजुक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.

काबुल: अफगानिस्तान के पुल-ए-चरखी जेल से करीब170 तालिबान कैदियों को रिहा कर दिया गया है और 130 अन्य जेल कैदियों को मंगलवार को मुक्त करने की उम्मीद है. यह फैसला उस समय किया गया है जब दो दशकों से चल रहे गृह युद्ध को समाप्त करने के लिए शांति वार्ता चल रही है.

etv bharat ashraf
सूचना आधारित ट्वीट

अफगानिस्तान सरकार के सूत्रों के मुताबिक जेल से रिहा की गए कैदियों पर तालिबान के सदस्य और उसको सहयोग करने का आरोप है.

बता दें कि राष्ट्रपति अशरफ गनी ने शांति भव्य परिषद के आखिरी दिन तालिबानी कैदियों को रिहा करने का एलान किया था.

गनी ने अफगान शांति भव्य परिषद में 3 मई को तालिबान के साथ हुई बैठक में रमजान के इस्लामी पवित्र सप्ताह से पहले 175 तालिबान कैदियों को मुक्त करने का वादा किया था.

पढ़ें- सिनाई में आतंकवादी हमला, दस पुलिसकर्मियों की मौत

इसके अलावा ईद अल-फितर के अवसर पर भी गनी ने अन्य 887 कैदियों को रिहा करने की घोषणा की थी.

गनी के इस फैसले पर आलोचकों ने कढ़ी प्रतिक्रिया देता हुए कहा है कि यह फैसला बिना विचार-विमर्श के किया गया है. इससे देश की नाजुक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.

Intro:Body:Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.