ETV Bharat / international

अफगानिस्तान का एफबीआई के अतिवांछित अलकायदा नेता को मार गिराने का दावा

author img

By

Published : Oct 25, 2020, 5:11 PM IST

अफगान सरकार की तालिबान आतंकवादियों के विरुद्ध लड़ाई जारी है. अफगानिस्तान ने रविवार को दावा किया कि एक अभियान के दौरान उसने अलकायदा के एक शीर्ष प्रचारकर्ता को मार गिराया है. यह एफबीआई की अतिवांछित सूची में था.

us Army
अमेरिकी सेना

काबुल : अफगानिस्तान ने रविवार को दावा किया कि एक अभियान के दौरान उसने अलकायदा के एक शीर्ष प्रचारकर्ता को मार गिराया, जो एफबीआई की अतिवांछित सूची में था. देश के पूर्वी हिस्से में इस अभियान से वहां आतंकवादी संगठन की मौजूदगी सामने आई है.

हुसाम अब्द अल-राउफ उर्फ अबु मुहसिन अल-मासरी नामक इस अलकायदा नेता की कथित मौत सप्ताहों से जारी हिंसा के बीच हुई है. शनिवार को भी काबुल के समीप एक शिक्षा केंद्र पर आत्मघाती हमले में 24 लोगों की जान चली गई थी. इस हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली.

पढ़ें-भारतीय अमेरिकियों की ताकत समझते हैं राष्ट्रपति : ट्रंप के चुनाव प्रचार अधिकारी

इस बीच, अफगान सरकार की तालिबान आतंकवादियों के विरुद्ध लड़ाई जारी है, जबकि कतर में पहली बार दोनों पक्षों के बीच शांति वार्ता चल रही है. हिंसा और अल राउफ की कथित मौत से शांति वार्ता पर खतरा उत्पन्न हो गया है.

अफगानिस्तान की नेशनल डायरेक्टोरेट ऑफ सेक्योरिटी इंटेलीजेंस सर्विस ने ट्वीट कर उसे गजनी प्रांत में मार डालने का दावा किया. अलकायदा ने अल -राउफ की कथित मौत को तत्काल नहीं स्वीकारा है. उधर, एफबीआई, अमेरिकी सेना और नाटो की ओर से भी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.

काबुल : अफगानिस्तान ने रविवार को दावा किया कि एक अभियान के दौरान उसने अलकायदा के एक शीर्ष प्रचारकर्ता को मार गिराया, जो एफबीआई की अतिवांछित सूची में था. देश के पूर्वी हिस्से में इस अभियान से वहां आतंकवादी संगठन की मौजूदगी सामने आई है.

हुसाम अब्द अल-राउफ उर्फ अबु मुहसिन अल-मासरी नामक इस अलकायदा नेता की कथित मौत सप्ताहों से जारी हिंसा के बीच हुई है. शनिवार को भी काबुल के समीप एक शिक्षा केंद्र पर आत्मघाती हमले में 24 लोगों की जान चली गई थी. इस हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली.

पढ़ें-भारतीय अमेरिकियों की ताकत समझते हैं राष्ट्रपति : ट्रंप के चुनाव प्रचार अधिकारी

इस बीच, अफगान सरकार की तालिबान आतंकवादियों के विरुद्ध लड़ाई जारी है, जबकि कतर में पहली बार दोनों पक्षों के बीच शांति वार्ता चल रही है. हिंसा और अल राउफ की कथित मौत से शांति वार्ता पर खतरा उत्पन्न हो गया है.

अफगानिस्तान की नेशनल डायरेक्टोरेट ऑफ सेक्योरिटी इंटेलीजेंस सर्विस ने ट्वीट कर उसे गजनी प्रांत में मार डालने का दावा किया. अलकायदा ने अल -राउफ की कथित मौत को तत्काल नहीं स्वीकारा है. उधर, एफबीआई, अमेरिकी सेना और नाटो की ओर से भी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.