स्विट्जरलैंड : संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 43वें सत्र के दौरान जिनेवा में ब्रोकन चेयर स्मारक के पास 'पाकिस्तान आर्मी एपिक सेंटर ऑफ इंटरनेशनल टेररिज्म'(पाकिस्तानी सेना अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद का केंद्र) लिखा एक बैनर लगाया गया है.
इससे एक दिन पहले पाकिस्तान ने कश्मीर मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय से हस्तक्षेप करने की मांग की थी. जिसपर जवाब देते हुए शीर्ष भारतीय राजनयिक विकास स्वरूप ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा था, है और हमेशा रहेगा.
साथ ही विदेश मंत्रालय में सचिव (पश्चिम) विकास स्वरूप ने पाकिस्तान को वैश्विक आतंकवाद का केंद्र बताया था.
विकास स्वरूप ने पाकिस्तान का जिक्र करते हुए उन देशों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने की अपील भी की थी, जो आतंकवादियों को निर्देश देते हैं, उन्हें नियंत्रित करते हैं, उनका वित्त पोषण करते हैं तथा उन्हें पनाह देते हैं.
उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान पर उसके पड़ोसी आतंकवादी समूहों को पनाह देने का आरोप लगाते हैं.
गौरतलब है कि भारत ने पांच अगस्त को अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू कश्मीर को मिला विशेष दर्जा खत्म करते हुए उसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया था.