काबुल : तालिबान द्वारा पिछले सप्ताह अफगानिस्तान की राजधानी पर कब्जा किए जाने के बाद से काबुल हवाईअड्डे (Kabul airport) और उसके आसपास पिछले सात दिनों में कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई है.
नाम न छापने की शर्त पर एक अधिकारी ने बताया कि काबुल हवाई अड्डे के बाहर संकट दुर्भाग्यपूर्ण है. हमारा ध्यान सभी विदेशियों को जल्द से जल्द निकालने पर है.
पिछले एक हफ्ते में हर दिन हवाई अड्डे पर भीड़ बढ़ रही है, संचालन में बाधा आ रही है. इस बीच संयुक्त राज्य अमेरिका (United States of America) और अन्य देशों ने अपने हजारों राजनयिकों और नागरिकों (diplomats and civilians) के साथ-साथ कई अफगानों को निकालने का प्रयास किया है.
इस मामले में नाटो के अधिकारी ने कहा, 'तालिबान के साथ किसी भी तरह की झड़प को रोकने के लिए हमारे बल काबुल हवाईअड्डे के बाहरी इलाकों से दूरी बनाए हुए हैं.'
पढ़ें - अफगानिस्तान संकट : 26 अगस्त को संसद परिसर में बैठक, सरकार देगी जानकारी
तालिबान के तेजी से अधिग्रहण ने प्रतिशोध का डर पैदा कर दिया है और इस्लामी कानून (Islamic law ) के कठोर संस्करण में वापसी की है. जिस तरह सुन्नी मुस्लिम समूह ( Sunni Muslim group) ने दो दशक पहले अपनी सत्ता के दौरान किया था.