कराची : पाकिस्तान के अशांत दक्षिण-पश्चिमी बलूचिस्तान प्रांत में अज्ञात बंदूकधारियों ने अपहरण करने के बाद अल्पसंख्यक शिया हजारा समुदाय के कम से कम 11 कोयला खनिकों की रविवार को गोली मारकर हत्या कर दी और चार अन्य को घायल कर दिया.
पुलिस के हवाले से मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि सभी खनिक काम पर जा रहे थे, इस दौरान अज्ञात बंदूकधारियों ने उनका अपहरण कर लिया और माछ इलाके में पास की पहाड़ियों पर ले जाकर उन्हें गोली मार दी.
पुलिस के अनुसार इनमें से छह खनिकों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई तथा गंभीर रूप से घायल पांच अन्य ने अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया. इसमें चार अन्य भी घायल हुए हैं.
मीडिया में आई खबरों के अनुसार, प्रारंभिक जांच से पता चला है कि हमलावरों ने पहले खनिकों के शिया हजारा समुदाय से होने की पहचान की और उसके बाद उन्हें अपने साथ ले गए. घटना के बाद पुलिस, फ्रंटियर कोर के भारी संख्या में कर्मी और जिला प्रशासन के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे.
इमरान खान ने बताया अमानवीय कृत्य
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने खनिकों की हत्या की निंदा की तथा इस घटना को कायराना एवं आतंकवाद का एक और अमानवीय कृत्य करार दिया है.
खान ने ट्वीट किया कि मृतकों के परिवारों को (सरकार द्वारा) अकेला नहीं छोड़ा जाएगा. फ्रंटियर कोर से कहा गया है कि वह इन हत्यारों को पकड़ने और उन्हें न्याय के कठघरे में लाने के लिए पूरी ताकत झोंक दे.
बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री जाम कमाल खान ने भी इस घटना की निंदा की और संबंधित अधिकारियों से जांच रिपोर्ट मांगी. उन्होंने कहा कि बेगुनाह खनिकों को निशाना बनाने वाले किसी भी रियायत के हकदार नहीं हैं.
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फिलहाल, किसी भी समूह ने इन हत्याओं की अभी जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन प्रतिबंधित सुन्नी अतिवादी समूह लश्कर-ए-झांगवी पूर्व में बलूचिस्तान में अल्पसंख्यक हजारा समुदाय को निशाना बनाता रहा है.