वॉशिंगटन : अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने चीन-अफ्रीका शिखर सम्मेलन के दौरान चीन को लताड़ लगाई और कहा कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग घातक कोरोना वायरस को फैलाने में बीजिंग की भूमिका के लिए जवाबदेही और पारदर्शिता को लेकर विफल रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस वायरस ने नौ मिलियन से अधिक लोगों को संक्रमित किया है और विश्व स्तर पर चार लाख से अधिक लोगों की जान ली है.
उन्होंने यह भी कहा कि जब चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) ने कोविड-19 के बारे में सच्चाई को छिपाया है.
उल्लेखनीय है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कई मौकों पर दुनियाभर में कोरोना वायरस फैलाने का आरोप चीन पर लगाया है. उन्होंने इसे 'चीनी वायरस' के रूप में भी संदर्भित किया है. वायरस की उत्पत्ति के लिए एक-दूसरे को दोषी ठहराने को लेकर दुनिया ने ट्रंप और चीनी राजनयिकों की जुबानी जंग देखने को मिली.
पोम्पिओ ने कहा कि कोविड-19 महामारी से उत्पन्न चुनौतियों का सामना करने में अमेरिका-अफ्रीकाभर में अपने सहयोगियों के साथ खड़ा है.
उन्होंने कहा कि हमने पिछले 20 वर्षों में उप-सहारन अफ्रीका में सार्वजनिक स्वास्थ्य क्षेत्रों में यूएसडी 100 बिलियन से अधिक का निवेश किया है और कोरोना प्रतिक्रिया में अब तक यूएसडी 360 मिलियन से अधिक हैं.
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार और अमेरिकी व्यवसाय अफ्रीका के स्वास्थ्य में बहुत अधिक निवेश करते हैं क्योंकि एक स्वस्थ आबादी अफ्रीका को बनाती है और शेष दुनिया अधिक सुरक्षित और अधिक समृद्ध है.
उन्होंने कहा कि अमेरिका ने जी20 ऋृिण सर्विस सस्पेंशन इनिशिएटिव (डीएसएसआई) को लागू करने के लिए चीन की घोषित प्रतिबद्धता का उल्लेख किया है.
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चीन के खिलाफ अपने हमले को जारी रखते हुए, शीर्ष अमेरिकी राजनयिक ने कहा कि सीसीपी को अस्पष्ट सार्वजनिक बयानों से परे जाने और अपनी जी20 प्रतिबद्धताओं के अनुसार, डीएसएसआई को पूरी तरह और पारदर्शी रूप से लागू करने की आवश्यकता है.
पोम्पिओ ने आगे कहा कि अमेरिका पारदर्शिता को बढ़ावा देने और संक्रामक बीमारी के संकट से निपटने में अफ्रीका का सबसे प्रतिबद्ध भागीदार बना हुआ है. पोम्पिओ ने आगे कहा खाली वादे और भ्रामक प्रचार हमें सच्चाई के करीब लाने में मदद नहीं करेंगे.