ETV Bharat / international

चीन से मुकाबले के लिए अमेरिका ने यूरोपीय यूनियन से मांगा सहयोग

अमेरिका और चीन के बीच संबंध लगातार खराब हो रहे हैं. ऐसे में चीन का मुकाबला करने के लिए यूएस अन्य देशों से सहयोग की अपील कर रहा है. अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने जर्मन विदेश मंत्री हेइको मास से मिलकर चीन का सामना करने की बात कही.

मिलकर चीन का सामना करने की अपील
मिलकर चीन का सामना करने की अपील
author img

By

Published : Jul 11, 2020, 3:36 PM IST

वॉशिंगटन : अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने जर्मन विदेश मंत्री हेइको मास से बात की है, जिसमें दोनों नेताओं ने कई मुद्दों पर चर्चा की. दोनों देशों ने अमेरिकी और यूरोपीय यूनियन (ईयू) के आपसी सहयोग के जरिए चीन का सामना करने पर भी जोर दिया.

अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, 'पोम्पिओ ने गत एक जुलाई को शुरू हुई यूरोपीय यूनियन और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की काउंसिल की अध्यक्षता के लिए जर्मनी की प्राथमिकताओं पर जर्मनी के विदेश मंत्री हेइको मास से बातचीत की.'

प्रवक्ता ने कहा कि पोम्पिओ और जर्मन विदेश मंत्री ने जिन मुद्दों पर बातचीत की, उनमें कोरोना महामारी की वजह से कमजोर हो रही अर्थव्यवस्था को वापस पटरी पर लाना, चीन से मुकाबला करने के लिए ईयू और यूएस के बीच सहयोग तथा लीबिया में हिंसा समाप्त करने के लिए किए जा रहे प्रयास व राजनीतिक वार्ताएं शामिल हैं.

पॉम्पियो ने इस बातचीत में ट्रांसअटलांटिक संबंधों के प्रति अमेरिकी प्रतिबद्धता का उल्लेख किया और वैश्विक चुनौतियों से मुकाबले के लिए सतत संयुक्त कार्रवाई पर जोर दिया.

पढ़ें : चीन के साथ बढ़ रहे तनाव के बीच भारत को मिला अमेरिका का साथ

गौरतलब है कि अमेरिका और चीन के बीच संबंध लगातार बिगड़ रहे हैं और विभिन्न मुद्दों पर दोनों देश आमने-सामने हैं.

इसी क्रम में चीन ने शुक्रवार को चीनी अधिकारियों पर लगाए जाने वाले अमेरिकी प्रतिबंध को सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि वह इसके जवाब में अमेरिकी संस्थानों और व्यक्तियों पर प्रतिबंध लगाएगा.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा कि चीन ने अमेरिकी संस्थानों और व्यक्तियों के साथ शिनजियांग के अंदरूनी मामलो में दखल देने के विरोध में कड़ा फैसला लेने का सोचा है.

पढ़ें : अमेरिका : अल्पसंख्यकों का दमन करने वाले चीनी अधिकारियों के प्रवेश पर रोक

ज्ञातव्य है कि अमेरिका ने गत गुरुवार को शिनजियांग में मानवाधिकारों के उल्लंघन के जवाब में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ प्रतिबंध और वीजा प्रतिबंध लगाए थे.

अमेरिकी विदेश मंत्री पोम्पिओ ने एक बयान में कहा था कि अमेरिकी कानूनों के तहत मानवाधिकारों के घोर उल्लंघन में शामिल होने पर सीसीपी के तीन वरिष्ठ अधिकारी और उनके परिवार के सदस्य संयुक्त राज्य में प्रवेश के लिए अयोग्य ठहराए गए हैं.

वॉशिंगटन : अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने जर्मन विदेश मंत्री हेइको मास से बात की है, जिसमें दोनों नेताओं ने कई मुद्दों पर चर्चा की. दोनों देशों ने अमेरिकी और यूरोपीय यूनियन (ईयू) के आपसी सहयोग के जरिए चीन का सामना करने पर भी जोर दिया.

अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, 'पोम्पिओ ने गत एक जुलाई को शुरू हुई यूरोपीय यूनियन और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की काउंसिल की अध्यक्षता के लिए जर्मनी की प्राथमिकताओं पर जर्मनी के विदेश मंत्री हेइको मास से बातचीत की.'

प्रवक्ता ने कहा कि पोम्पिओ और जर्मन विदेश मंत्री ने जिन मुद्दों पर बातचीत की, उनमें कोरोना महामारी की वजह से कमजोर हो रही अर्थव्यवस्था को वापस पटरी पर लाना, चीन से मुकाबला करने के लिए ईयू और यूएस के बीच सहयोग तथा लीबिया में हिंसा समाप्त करने के लिए किए जा रहे प्रयास व राजनीतिक वार्ताएं शामिल हैं.

पॉम्पियो ने इस बातचीत में ट्रांसअटलांटिक संबंधों के प्रति अमेरिकी प्रतिबद्धता का उल्लेख किया और वैश्विक चुनौतियों से मुकाबले के लिए सतत संयुक्त कार्रवाई पर जोर दिया.

पढ़ें : चीन के साथ बढ़ रहे तनाव के बीच भारत को मिला अमेरिका का साथ

गौरतलब है कि अमेरिका और चीन के बीच संबंध लगातार बिगड़ रहे हैं और विभिन्न मुद्दों पर दोनों देश आमने-सामने हैं.

इसी क्रम में चीन ने शुक्रवार को चीनी अधिकारियों पर लगाए जाने वाले अमेरिकी प्रतिबंध को सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि वह इसके जवाब में अमेरिकी संस्थानों और व्यक्तियों पर प्रतिबंध लगाएगा.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा कि चीन ने अमेरिकी संस्थानों और व्यक्तियों के साथ शिनजियांग के अंदरूनी मामलो में दखल देने के विरोध में कड़ा फैसला लेने का सोचा है.

पढ़ें : अमेरिका : अल्पसंख्यकों का दमन करने वाले चीनी अधिकारियों के प्रवेश पर रोक

ज्ञातव्य है कि अमेरिका ने गत गुरुवार को शिनजियांग में मानवाधिकारों के उल्लंघन के जवाब में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ प्रतिबंध और वीजा प्रतिबंध लगाए थे.

अमेरिकी विदेश मंत्री पोम्पिओ ने एक बयान में कहा था कि अमेरिकी कानूनों के तहत मानवाधिकारों के घोर उल्लंघन में शामिल होने पर सीसीपी के तीन वरिष्ठ अधिकारी और उनके परिवार के सदस्य संयुक्त राज्य में प्रवेश के लिए अयोग्य ठहराए गए हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.