वाशिंगटन : अमेरिका ने फाइजर के कोविड-19 रोधी टीके को पूरी तरह मंजूरी दे दी और इससे जनता का टीकों को लेकर भरोसा ऐसे समय में पुख्ता हो सकता है जब देश कोरोना वायरस के सबसे अधिक संक्रामक स्वरूप का सामना कर रहा है. इससे और कंपनियां, विश्वविद्यालय तथा स्थानीय सरकार टीकाकरण को अनिवार्य भी बना सकती हैं.
फाइजर और उसकी साझेदार बायोएनटेक द्वारा विकसित टीके को अब अमेरिका के खाद्य और औषधि प्रशासन (एफडीए) से पूरी तरह स्वीकृति मिल गयी है जिसके समक्ष इससे पहले किसी टीके की सुरक्षा पर निर्णय लेने के लिए इतने साक्ष्य नहीं थे. अमेरिका में दिसंबर महीने से अब तक फाइजर के टीके की 20 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी हैं और दुनियाभर में भी करोड़ों लोग यह टीका लगवा चुके हैं. अभी तक यह टीका आपात इस्तेमाल की अनुमति के तहत लगाया जा रहा था लेकिन अब इसे पूर्ण मंजूरी मिल चुकी है.
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कार्यवाहक एफडीए आयुक्त जेनेट वुडकॉक ने कहा कि जनता इस बात का पूरा भरोसा कर सकती है कि यह टीका सुरक्षा, प्रभाव और विनिर्माण गुणवत्ता के उच्च मानकों को पूरा करता है जो एफडीए को किसी उत्पाद को स्वीकृत करने के लिए जरूरी होते हैं. फाइजर के अनुसार अमेरिका टीके को पूर्ण स्वीकृति देने वाला पहला देश बन गया है और कंपनी के सीईओ अल्बर्ट बूर्ला ने एक बयान में उम्मीद जताई कि यह फैसला हमारे टीके में लोगों के भरोसे को बढ़ाने में मदद करेगा जहां लोगों की जान बचाने के लिए हमारे सामने सर्वश्रेष्ठ विकल्प टीकाकरण ही है. अब इस टीके को अमेरिका में कोमिनटी नाम से जाना जाएगा.
अमेरिका की आधे से अधिक आबादी पूरी तरह टीकाकरण करा चुकी है और फाइजर, मॉडर्ना या जॉन्सन एंड जॉन्सन में से किसी एक कंपनी का टीका लगवा चुकी है. मॉडर्ना ने भी अपने टीके को पूरी मंजूरी देने के लिए एफडीए में आवेदन किया है. जॉन्सन एंड जॉन्सन ने कहा कि उसे इस साल के आखिर में आवेदन करने की उम्मीद है. एफडीए अत्यंत कमजोर प्रतिरक्षा तंत्र वाले लोगों के लिए फाइजर या मॉडर्ना के टीके की तीसरे खुराक के आपात उपयोग की अनुमति भी दे रहा है. इनमें वे रोगी भी शामिल हैं जिन्होंने अंग प्रतिरोपण कराया है और टीके की दो खुराक से उनकी प्रतिरोधक क्षमता विकसित नहीं होती.
(पीटीआई-भाषा)