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जानें, चुनावी मुद्दों को लेकर कहां ठहरते हैं ट्रंप और बाइडेन

अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव से पहले डोनाल्ड ट्रंप ने टैक्स में कटौती करके खुद को एक रूढ़िवादी चैंपियन के रूप में और बाइडेन को समाजवादी कैरिकेचर के रूप में दर्शाया है. बाइडेन राज्य और स्थानीय सरकारों के साथ व्यवसायों और लोगों की मदद करने के लिए उदार संघीय खर्च का समर्थन करते हैं.

ट्रंप और बाइडेन
ट्रंप और बाइडेन
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Published : Oct 22, 2020, 8:29 PM IST

Updated : Nov 3, 2020, 11:26 PM IST

वॉशिंगटन : अमेरिका में 2020 के राष्ट्रपति पद के अभियान के बीच एक गतिशीलता लगातार बनी हुई है, जो 3 नवंबर को होने वाले चुनाव में मतदाताओं को अलग-अलग नीतिगत विकल्प प्रदान करती है.

चुनाव अभियान के दौरान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आर्थिक कमियों को उजागर कर, टैक्स में कटौती कर रहे हैं और खुद को सांस्कृतिक युद्धों में एक रूढ़िवादी चैंपियन के रूप में पेश कर रहे हैं.

राष्ट्रपति ने हाल ही में कुछ ऐसे विवरण पेश किए हैं, जिससे वह यह संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं कि वह दूसरे कार्यकाल में सरकार बनाने में कामयाब होंगे. उनका कहना है उनका ध्यान डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन और उनकी पार्टी को अमेरिकी नीति को पीछे ढकेलने से रोकने पर केंद्रित है. ट्रंप ने तंज करते हुए बाइडेन को समाजवादी के रूप में चित्रित किया.

वहीं बाइडेन का कहना है कि वह एक सेंट्रल लेफ्ट डेमोक्रैट हैं, जो अर्थव्यवस्था का पुनर्निर्माण और सदियों से चले आ रहे संस्थागत नस्लवाद और प्रणालीगत असमानताओं को संबोधित करते हैं. साथ ही पूर्व उपराष्ट्रपति और अमेरिकी सीनेटर ने अतीत में की गई डील को भी सबूत के रूप में पेश किया है, जिसे वह ओवल ऑफिस से फिर से शुरू कर सकते हैं.

दोनों प्रतिद्वंदियों के अहम मुद्दे

कोरोना वायरस

गर्मियों के दौरान ट्रंप ने कोरोना महामारी को लेकर लापरवाही दिखाई और कोरोना संक्रमित हो गए. महामारी उनकी जीत की आशाओं के बीच सबसे बड़ी बाधा बनी हुई है और चुनाव के कुछ हफ्ते पहले ही वायरस से निपटने के लिए उनके द्वारा उठाए गए कदमों ने इस मुद्दे पर सुर्खियों खूब सुर्खियां बटोरीं.

हाल ही में एसोसिएटेड प्रेस-एनओआरसी केंद्र पब्लिक अफेयर्स रिसर्च द्वारा किए गए हुए एक सर्वेक्षण के अनुसार 10 में से 7 अमेरिकियों को लगता है कि राष्ट्र गलत रास्ते पर है और सिर्फ 39 फीसदी अमेरिकियों ने ट्रंप के संकट से सही तरह से निपटने पर अपनी सहमति जताई है. गौरतलब है कि अमेरिका में कोरोना 207,000 से अधिक लोगों की जान ले चुका है.

राष्ट्रपति चुनाव के अहम मुद्दे
राष्ट्रपति चुनाव के अहम मुद्दे

कांग्रेस ने मार्च और अप्रैल में कोरोना वायरस राहतकोष में 3 ट्रिलियन डॉलर को मंजूरी दी, जिसे लेकर डेमोक्रेट्स और व्हाइट हाउस भिड़ते रहे हैं. वहीं, ट्रंप के इस कदम पर लोगों ने मिली -जुली प्रतिक्रियाएं दीं.

बाइडेन ने महामारी पर ट्रंप को लेकर अपने कुछ सबसे विपरीत विरोधाभासों को दर्शाया, उन्होंने तर्क देते हुए कि इस तरह के संकटों से निपटने के लिए यहां राष्ट्रपति और संघीय सरकार मौजूद हैं, ट्रंप हजारों मौतों के लिए जिम्मेदार हैं. यह उनकी एक अपमानजनक विफलता है.

बाइडेन राज्य और स्थानीय सरकारों के साथ व्यवसायों और लोगों की मदद करने के लिए उदार संघीय खर्च का समर्थन करते हैं.

युद्धकालीन कानून जिसका उपयोग राष्ट्रपति कुछ निजी क्षेत्र की गतिविधियों को निर्देशित करने के लिए कर सकते हैं के तहत उन्होंने रक्षा उत्पादन अधिनियम के आक्रामक उपयोग का भी वादा किया है.

इसके अतिरिक्त बाइडेन ने अमेरिका को विश्व स्वास्थ्य संगठन में फिर से शामिल करने का वादा किया है. वह मास्क को जरूरी बनाने के लिए कार्यकारी शक्ति का उपयोग करने के लिए भी तैयार है, लेकिन क्या वह लागू करने योग्य है यह संदिग्ध है.

शिक्षा

ट्रंप ने स्कूलों को इन-पर्सन लर्निंग के लिए पूरी तरह से फिर से खुलने पर जोर दिया और घोषणा की कि संघीय सरकार राज्यों में लाखों रैपिड कोरोना वायरस परीक्षण शुरू करेगी. उन्होंने राज्यपालों से के जी से लेकर12 वीं कक्षा के छात्रों के लिए स्कूलों को फिर से खोलने का आग्रह किया है.

ट्रंप ने चार्टर स्कूलों को खोलने के लिए अपना समर्थन जताया और स्कूलों को पूरी तरह से फिर से खोलने का एलान किया.

राष्ट्रपति चुनाव के अहम मुद्दे
राष्ट्रपति चुनाव के अहम मुद्दे

शिक्षा सचिव बेट्सी डेवोस ने सुझाव दिया है कि चार्टर स्कूलों और स्कूल वाउचर कार्यक्रमों के एक लंबे समय से प्रस्तावक जिला स्कूलों के लिए आवंटित राशि को परिवार को लेने की इजाजत दी जाए और जो स्कूल नहीं खुले हैं उसकी धनराशि का उपयोग निजी स्कूलों के खोलने पर की जाए.

ट्रंप के पहले कार्यकाल में उनके प्रशासन ने संघीय चार्टर स्कूल अनुदान सहायता में बड़ी वृद्धि की मांग की थी. हालांकि कांग्रेस द्वारा की गई बढ़ोतरी अपेक्षाकृत कम थी.

वहीं, उच्च शिक्षा को लेकर ट्रंप ने बार-बार शिकायत की है कि यूनिवर्सिटी कैंपस में कट्टरपंथी विचार अपनी पैठ बना रहे हैं. उन्होंने विश्वविद्यालयों के फंड को रोकने धमकी दी है और कहा है कि वह ट्रेजरी विभाग को अनिर्दिष्ट स्कूलों की कर-मुक्त स्थिति और संघीय वित्त पोषण की पुन: जांच करने के लिए कहेंगे.

दूसरी ओर बाइडेन चाहते हैं कि संघीय कानून के माध्यम से स्कूलों को महामारी से संबंधित लागतों के लिए और अधिक संघीय सहायता प्राप्त हो, जिस तरह राष्ट्रीय आपदाओं जैसे तूफान और जंगल की आग के बाद अधिक सहायता प्रदान की जाती है.

कोविड19 से परे बाइडेन चाहते हैं कि संघीय सरकार राज्यों के साथ साझेदारी करे, ताकि हर छात्र की सालाना 1,25,000 डॉलर तक की कमाई हो सके. यह सहायता आय की परवाह किए बिना दो साल तक स्कूलों में भाग लेने वाले सभी लोगों को दी जाए. वह ऐतिहासिक रूप से ब्लैक कॉलेजों के लिए तेजी से बढ़ती सहायता का भी प्रस्ताव करते हैं. उनकी समग्र शिक्षा के लिए 10 साल में लगभग 850 बिलियन डॉलर खर्च करनी की योजना है. वह 3- और 4 साल के बच्चों के लिए प्री - के जी कार्यक्रमों के लिए यूनिवर्सल पहुंच का आह्वान करते हैं.

वह गैर-कक्षा के पदों के लिए अधिक समर्थन जैसे कि परिसर में सामाजिक कार्यकर्ता, पब्लिक स्कूल भवनों के लिए संघीय बुनियादी ढांचा खर्च और संघीय विकलांगता कानूनों का पालन करने के लिए स्कूलों की लागत को कवर करने के पक्ष में हैं.

बाइडेन ने कर दाता के पैसे को मुनाफे वाले स्कूली व्यवसायों के लिए स्थानांतरित करने का विरोध किया है.

स्वास्थ्य देखभाल

व्हाइट हाउस के लिए एक उम्मीदवार के रूप में ट्रंप ने वादा किया कि वह तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा के स्वास्थ्य देखभाल कानून (health care law) को अपनी खुद की एक योजना के साथ बदल देंगे, जो हर किसी के लिए बीमा प्रदान करेगा. अमेरिकी अभी भी उनकी इस योजना का इंतजार कर रहे हैं.

राष्ट्रपति चुनाव के अहम मुद्दे
राष्ट्रपति चुनाव के अहम मुद्दे

ट्रंप हाल ही में कोरोना वायरस महामारी के अपने प्रशासन को संभालने की अस्वीकृति के बीच स्वास्थ्य देखभाल कानून पर लौट आए, जिससे अफोर्डेबल केयर एक्ट के भविष्य के बारे में अनिश्चितता बढ़ रही है, जिसे उनका प्रशासन ही सर्वोच्च न्यायालय को पलटने के लिए कह रहा है.

ट्रंप लिए अपने 4 साल पुराने वादों, कम कीमतों पर गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल, कम प्रेस्क्रिप्शन दवा की लागत, अधिक उपभोक्ता की पसंद और अधिक पारदर्शिता को दोहरा रहे हैं.

उन्होंने चिकित्सा बिलों के लिए एक कार्यकारी आदेश को समाप्त करने की घोषणा की ताकि लोगों की रक्षा की जा सके. फिर चाहे इसके लिए ओबामा केयर समाप्त क्यों न हो जाए. हालांकि, मौजूदा स्थितियों के लिए पहले से ही सुरक्षा कानून मौजूद है और ट्रंप को कानून के माध्यम से एक नई नीति को मजबूत करने के लिए कांग्रेस में जाना होगा.

राष्ट्रपति की पहली बहस में ट्रंप ने ओबाम केयर निरस्त कर दिया ,जबकि एक व्यापक योजना की कमी को लेकर उठे सवालों की अनदेखी की.

वहीं, बाइडेन ओबामा हेल्थ केयर कानून का विस्तार करना चाहते हैं ताकि अधिक से अधिक लोगों को अधिक कवर प्रदान किया जा सके . साथ ही वह मेडिकेयर जैसा सार्वजनिक विकल्प जोड़ना चाहते हैं जिससे निजी बीमाकर्ताओं के साथ प्रतिस्पर्धा बढ़ें.

बाइडेन का मानना है कि इसके लिए10 वर्षों में लगभग 750 बिलियन डॉलर का खर्च आएगा. यह ट्रंप के सामने बाइडेन की स्थिति को मजबूत करता है, जो 2010 के कानून और प्रगतिवाद को खत्म करना चाहते हैं और निजी बीमे को पूरी तरह से बदलने के लिए एकल-भुगतानकर्ता प्रणाली चाहते हैं.

बाइडेन अपने दृष्टिकोण को यूनिवर्सल कवरेज की ओर अगले कदम के रूप में देखते हैं और एक वह इसे कांग्रेस के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं.

यह देखते हुए कि 2010 के स्वास्थ्य देखभाल कानून को बनाए रखने में दिवंगत उदारवादी न्यायमूर्ति रूथ बेडर गिन्सबर्ग एक महत्वपूर्ण वोट थे, बाइडेन ने वर्तमान सुप्रीम कोर्ट रिक्ति को स्वास्थ्य देखभाल में बदलने की मांग की है, जबकि ट्रंप के नामित, संघीय अपीलीय न्यायाधीश एमी कोनी बैरेट ने उस फैसले में अदालत के तर्क की आलोचना की थी.

विदेश नीति

अपने पहले कार्यकाल के दौरान ट्रंप ने अमेरिका फर्स्ट के मंत्र के चारों ओर अपनी विदेश नीति बनाई, लेकिन चुनाव के दिन से पहले अंतिम दिन तक ट्रंप खुद को अंतर्राष्ट्रीय शांतिदूत के रूप में बहरीन और संयुक्त अरब अमीरात की खाड़ी राजशाही को नाकाम करने और इजरायल के साथ व्यापारिक और कूटनीतिक संबंधों के साथ समझौतों पर हस्ताक्षर करने की पेशकश कर रहे हैं.

राष्ट्रपति चुनाव के अहम मुद्दे
राष्ट्रपति चुनाव के अहम मुद्दे

ट्रंप का कहना है कि अन्य अरब राष्ट्र, इजरायल के साथ औपचारिक संबंधों को शुरू करने की कगार पर हैं.

राष्ट्रपति चुनाव के अहम मुद्दे
राष्ट्रपति चुनाव के अहम मुद्दे

रिपब्लिकन यूएस-मैक्सिको सीमा के साथ बनाई गई 200 मील (320 किलोमीटर) से अधिक सीमा को प्रमुख उपलब्धियों के रूप में गिना रहे हैं.

NATO के अधिकतर सदस्यों के रक्षा खर्च पर होने वाला सकल घरेलू उत्पाद का 2 फीसदी खर्च को कम करने के लिए ट्रंप ने अफगानिस्तान व अन्य अमेरिकी सैन्य पदचिह्न को कम करने की प्रतिज्ञा ली है . साथ ही उन्होंने पेरिस जलवायु समझौते से भी अलग होने की इच्छा जताई है.

ट्रंप आधिकारिक रूप से पेरिस समझौते से अमेरिका को अलग कर सकते हैं- यह समझौतै ग्लोबल वार्मिंग को 3.6 डिग्री फारेनहाइट से नीचे रखने का लक्ष्य निर्धारित करता है, जो समझौते के उदाहरण के रूप में जो अन्य देशों के अन्य लाभ के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका को नुकसान पहुंचाता है. ट्रंप इसे उदाहरण रूप में पेश कर सकते हैं. ओबामा द्वारा हस्ताक्षरित यह सौदा तय करता है कि इस पर हस्ताक्षर किए जाने के चार साल तक कोई भी राष्ट्र इससे अलग नहीं हो सकता है.

राष्ट्रपति चुनाव के अहम मुद्दे
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राष्ट्रपति ने 29 फरवरी को तालिबान के साथ शांति समझौते में जल्द ही अफगानिस्तान छोड़ने की अपनी इच्छा को स्पष्ट कर दिया है. इस समझते ने विद्रोही समूह की कुछ शर्तों को साथ12 से 14 महीनों में अमेरिकी सैनिकों को देश छोड़ने का रास्ता तय किया है.

वर्तमान में अफगानिस्तान में लगभग 4,500 अमेरिकी सैनिक हैं और ट्रंप ने कहा है कि वह चाहते हैं कि उन सभी को वर्ष के अंत तक वापस बुला लिया जाए.

ट्रंप ने उत्तर कोरिया के किम जोंग उन के साथ अपनी उपलब्धि को भी एक बड़ी उपलब्धि के रूप में गिनाया है. हालांकि कुछ ट्रंप आलोचकों का कहना है कि राष्ट्रपति ने उत्तर कोरिया को उसके परमाणु कार्यक्रम को रोकने में विफल रहे, लेकिन वह तीन बार किम से मिल चुके हैं , आलोचकों का कहना है कि ट्रंप में केवल तानाशाह को वैध बनाने के कार्य किया है.

वहीं, बाइडेन ने अमेरिका की विदेश नीति को नया रूप देने की योजना बनाई है. इडेन का कहना है कि वह चुनाव के बाद ट्रंप के दृष्टिकोण से घबराए हुए सहयोगियों के साथ रिश्तों के पुनर्निर्माण का काम शुरू करेंगे.

बाइडेन की सर्वोच्च प्राथमिकता नाटो की नींव को फिर से स्थापित करना है. जो द्वितीय विश्व युद्ध के बाद पश्चिमी शक्तियों के साथ बनाया गया था. उन्होंने ट्ंरंप पर तंज करते हुए कहा कि अमेरिका अकेला है.

बाइडेन ने कहा कि रूस के आक्रामक, विस्तारवादी लक्ष्य का पूर्वी यूरोप और एशिया में मुकाबला करना आवश्यक है.बाइडेन का यह भी कहना है कि वह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से अमेरिकी चुनावों में इमके देश के हस्तक्षेप के बारे में सख्ती से बात करेंगे.

बाइडेन हमेशा के लिए युद्धों को समाप्त करने की प्रतिज्ञा करते हैं, हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया है कि अमेरिकी विशेष बल - बड़े पैमाने पर जमीनी मिशनों के विपरीत - विश्व स्थिरता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं.

वह एक अमेरिकी राजनयिक कोर के पुनर्निर्माण, पेरिस जलवायु समझौते को फिर से संगठित करने और कार्बन प्रदूषण को कम करने के लिए चीन और अन्य बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को आगे बढ़ाने की बात करते हैं.

व्यापार

ट्रंप अपनी उपलब्धियों के रूप में दो प्रमुख व्यापार सौदों पर हस्ताक्षर का उल्लेख कर रहे हैं - पहला मेक्सिको और कनाडा के साथ एक अद्यतन संधि और दूसरा चीन समझौते का पहला चरण.

अमेरिका और चीन ने जनवरी में चरण-1 पर हस्ताक्षर किए और इसके दो महीने से कम समय में कोरोना महामारी को कारण दोनों देशों के रिश्तों पर दबाव पड़ा.

राष्ट्रपति चुनाव के अहम मुद्दे
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ट्रंप का कहना है कि चरण-1 में चीन ने अमेरिकी कृषि उत्पादों, ऊर्जा और अन्य अमेरिकी उत्पादों में दो वर्षों में लगभग 200 बिलियन डॉलर की खरीद की. बदले में, अमेरिका ने चीनी निर्मित स्मार्टफोन, खिलौने और लैपटॉप कंप्यूटरों पर अमेरिकी टैरिफ को रद्द कर दिया.

सौदे के दूसरे चरण में दोनो देशों के बीच कुछ कठिन मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने की उम्मीद है, जिसमें ट्रंप की इच्छा है कि चीन अपने राज्य के स्वामित्व वाले उद्यमों को सब्सिडी देना बंद कर दे, लेकिन ट्रंप के लिए, जो अक्सर चीन को कोरोना वायरस फैलाने के लिए उल्लेख करते आए हैं, यह देखा जाना बाकी है कि क्या वह व्यापार पर बीजिंग को प्रभावी ढंग से पुनर्व्यवस्थित करने में सक्षम होंगे या नहीं. ट्रंप ने हाल ही में कहा कि वह वर्तमान में चीन के साथ बात करने में दिलचस्पी नहीं रखते हैं.

बाइडेन विदेश में निष्पक्ष व्यापार के बढ़ते चलन में शामिल हो गए - रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक प्रशासन में मुक्त व्यापार और एक जैसे अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के विस्तार के पक्षधर हैं.

बाइडेन चाहते है कि चार साल के कार्यकाल में घरेलू फर्मों (जो कि महामारी की आपूर्ति खरीदने के लिए) का हिस्सा है, को संघीय सरकार $ 400 बिलियन की सरकारी खरीदारी करनी चाहते हैं.

वह अमेरिकी प्रौद्योगिकी कंपनियों के अनुसंधान और विकास के लिए नए समर्थन में $ 300 बिलियन की सहायता चाहते हैं.

बाइडेन का कहना है कि किसी भी नए अंतर्राष्ट्रीय व्यापार सौदों में प्रवेश करने से पहले नया घरेलू खर्च अवश्य करना चाहिए. चीन, अमेरिका की तरह, अभी तक ट्रांस-पैसिफिक पार्टनरशिप का सदस्य नहीं है.

अर्थ व्यवस्था और टेक्स

कम बेरोजगारी और बढ़ता शेयर बाजार महामारी से पहले ट्रंप के अहम कार्ड थे, जबकि शेयर बाजार ने संकट के शुरुआती हफ्तों के बाद अपना रास्ता बना लिया है, बेरोजगारी 7.9 प्रतिशत है, और लगभग 10 मिलियन नौकरियां जो महामारी के बाद से खत्म हो गई थी, यह 2008- 2009 के आर्थिक संकट के मुकाबले काफी अधिक थीं.

ट्रंप ने भविष्यवाणी की है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था इस वर्ष की तीसरी और चौथी तिमाही में पटरी पर लौट आएगी और यह 2021 में रॉकेट जहाज की तरह उड़ान भरने के लिए तैयार है.

वह वादा करते हैं कि जल्द ही कोरोना वायरस वैक्सीन या प्रभावी चिकित्सा उपलब्ध होगी, जिससे जीवन सामान्य हो जाएगा.

गर्मियों में पेरोल टैक्स में कटौती के लिए उनका जोर कठोर विरोध से थर्रा गया था, लेकिन दूसरा कार्यकाल जीतना - और मतदाताओं से जनादेश - विचार को पुनर्जीवित करने में उनकी मदद कर सकता है.

वहीं, बाइडेन का तर्क है कि जब तक कोविड-19 खत्म नहीं हो जाता, तब तक अर्थव्यवस्था पूरी तरह से ठीक नहीं हो सकती.

लंबे समय तक रिकवरी के लिए, उन्होंने एक बड़ी मंदी से बचने और लंबे समय तक धन असमानता को दूर करने के लिए संघीय कार्रवाई को व्यापक रूप से प्रभावित किया है, जो कि गैर-अमेरिकी व अमेरिकियों को प्रभावित करती है.

उनकी सबसे बड़ी योजनाओं में 2035 तक अमेरिकी ऊर्जा ग्रिड में कार्बन प्रदूषण को खत्म करने के लिए $ 2 ट्रिलियन, और सभी कामकाजी उम्र के अमेरिकियों के लिए एक नई सरकारी स्वास्थ्य बीमा योजना शुरू करना है.

उन्होंने राष्ट्रीय न्यूनतम वेतन $ 15 प्रति घंटा बढ़ाने के साथ, शिक्षा, बुनियादी ढांचे और छोटे व्यवसायों पर नए खर्च का प्रस्ताव रखा है.

बाइडेन 2017 GOP टेक्स की अधिकता को वापस लाकर कुछ नई लागतों को कवर नहीं करेंगे. वह 28 फीसदी कॉर्पोरेट आयकर दर (पहले की तुलना में कम, लेकिन अब की तुलना में अधिक) चाहते हैं और वार्षिक कर योग्य आय के $ 400,000 से अधिक वाले व्यक्तियों के लिए व्यापक आय और पेरोल कर बढ़ोतरी करना चाहते हैं. यह सब 10 वर्षों में अनुमानित $ 4 ट्रिलियन या उससे अधिक राशि उत्पन्न करेगा.

बाइडेन इमीग्रेशन के साथ-साथ आर्थिक मामले को भी फ्रेम करते है. वह कानूनी आव्रजन स्लॉट का विस्तार करना चाहते हैं और लगभग 11 मिलियन निवासियों के लिए नागरिकता का रास्ता प्रदान करना चाहते हैं, जो देश में अवैध रूप से हैं, लेकिन पहले से ही श्रमिकों और उपभोक्ताओं के रूप में आर्थिक योगदानकर्ता हैं.

गर्भपात

व्हाइट हाउस की अपनी दौड़ से पहले ट्रंप ने खुद को एक मजबूत गर्भपात अधिकार प्रस्तावक के रूप में वर्णित किया, लेकिन वॉशिंगटन में आने के बाद से प्रक्रिया के उपयोग को प्रतिबंधित करने के अपने प्रशासन के प्रयासों द्वारा उन्होंने गर्भपात विरोधी समूहों को खुश किया.

एक राष्ट्रपति के उम्मीदवार के रूप में ट्रंप ने लगातार रो वी वेड के फैसले पर अपना विरोध व्यक्त किया है, जिसने राष्ट्रव्यापी गर्भपात को वैध बनाया और कहा कि इस मुद्दे को राज्यों द्वारा तय किया जाना चाहिए.

उन्होंने संशोधन के लिए समर्थन व्यक्त किया है, जो मेडिकिड को ज्यादातर परिस्थितियों में गर्भपात के लिए भुगतान करने से रोकता है. साथ ही उन्होंने उन दो दवाओं के एक्सेस को प्रतिबंधित करने की मांग की है, जो गर्भधारण के पहले 10 सप्ताह में गर्भपात को बढ़ावा करने के लिए उपयोग की जाती हैं.

अगस्त में अपने रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन भाषण में ट्रंप ने घोषणा की कि जन्मे और अजन्मे बच्चों को जीवन का अधिकार प्राप्त है.

वहीं बिडेन ने सुप्रीम कोर्ट के नामितों की अपनी सूची की पेशकश करने से इनकार कर दिया है, लेकिन उन्होंने बार-बार कहा कि वह रो वी वेड का समर्थन करते हैं.

वेड का यह मानना कि संविधान गर्भावस्था को समाप्त करने के लिए एक महिला के अधिकार को स्थापित करता है.

उन्होंने कांग्रेस को उस अधिकार को संहिताबद्ध करने का समर्थन किया, जो एक ऐसा कदम है, जो अदालत के संवैधानिक संरक्षणों पर प्रहार करने पर भी कानूनी रूप से गर्भपात को रोक देगा.

बाइडेन ने नैतिक मुद्दे के रूप में गर्भपात पर अपने व्यक्तिगत संघर्ष के वर्षों के लिए सार्वजनिक रूप से बात की.

उन्होंने कहा कि एक कारण उन्होंने गर्भपात सेवाओं के लिए संघीय करदाता वित्तपोषण पर हाइड संशोधन प्रतिबंध का समर्थन किया, लेकिन उन्होंने महिलाओं के समूहों और डेमोक्रेटिक कार्यकर्ताओं के दबाव में आने के बाद उन्होंने अपने 2020 अभियान में इस स्थिति को उलट दिया.

बाइडेन ने कहा कि वह दबाव में नहीं झुक रहे, बल्कि तर्क दिया कि देश भर के रिपब्लिकन विधायकों ने इस बात के लिए गर्भपात को प्रतिबंधित कर दिया था कि हाइड संशोधन गरीब या कामकाजी वर्ग की महिलाओं के लिए एक संवैधानिक प्रतिबंधों का उपयोग करने के लिए एक अस्थिर बाधा बन गया है.

वॉशिंगटन : अमेरिका में 2020 के राष्ट्रपति पद के अभियान के बीच एक गतिशीलता लगातार बनी हुई है, जो 3 नवंबर को होने वाले चुनाव में मतदाताओं को अलग-अलग नीतिगत विकल्प प्रदान करती है.

चुनाव अभियान के दौरान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आर्थिक कमियों को उजागर कर, टैक्स में कटौती कर रहे हैं और खुद को सांस्कृतिक युद्धों में एक रूढ़िवादी चैंपियन के रूप में पेश कर रहे हैं.

राष्ट्रपति ने हाल ही में कुछ ऐसे विवरण पेश किए हैं, जिससे वह यह संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं कि वह दूसरे कार्यकाल में सरकार बनाने में कामयाब होंगे. उनका कहना है उनका ध्यान डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन और उनकी पार्टी को अमेरिकी नीति को पीछे ढकेलने से रोकने पर केंद्रित है. ट्रंप ने तंज करते हुए बाइडेन को समाजवादी के रूप में चित्रित किया.

वहीं बाइडेन का कहना है कि वह एक सेंट्रल लेफ्ट डेमोक्रैट हैं, जो अर्थव्यवस्था का पुनर्निर्माण और सदियों से चले आ रहे संस्थागत नस्लवाद और प्रणालीगत असमानताओं को संबोधित करते हैं. साथ ही पूर्व उपराष्ट्रपति और अमेरिकी सीनेटर ने अतीत में की गई डील को भी सबूत के रूप में पेश किया है, जिसे वह ओवल ऑफिस से फिर से शुरू कर सकते हैं.

दोनों प्रतिद्वंदियों के अहम मुद्दे

कोरोना वायरस

गर्मियों के दौरान ट्रंप ने कोरोना महामारी को लेकर लापरवाही दिखाई और कोरोना संक्रमित हो गए. महामारी उनकी जीत की आशाओं के बीच सबसे बड़ी बाधा बनी हुई है और चुनाव के कुछ हफ्ते पहले ही वायरस से निपटने के लिए उनके द्वारा उठाए गए कदमों ने इस मुद्दे पर सुर्खियों खूब सुर्खियां बटोरीं.

हाल ही में एसोसिएटेड प्रेस-एनओआरसी केंद्र पब्लिक अफेयर्स रिसर्च द्वारा किए गए हुए एक सर्वेक्षण के अनुसार 10 में से 7 अमेरिकियों को लगता है कि राष्ट्र गलत रास्ते पर है और सिर्फ 39 फीसदी अमेरिकियों ने ट्रंप के संकट से सही तरह से निपटने पर अपनी सहमति जताई है. गौरतलब है कि अमेरिका में कोरोना 207,000 से अधिक लोगों की जान ले चुका है.

राष्ट्रपति चुनाव के अहम मुद्दे
राष्ट्रपति चुनाव के अहम मुद्दे

कांग्रेस ने मार्च और अप्रैल में कोरोना वायरस राहतकोष में 3 ट्रिलियन डॉलर को मंजूरी दी, जिसे लेकर डेमोक्रेट्स और व्हाइट हाउस भिड़ते रहे हैं. वहीं, ट्रंप के इस कदम पर लोगों ने मिली -जुली प्रतिक्रियाएं दीं.

बाइडेन ने महामारी पर ट्रंप को लेकर अपने कुछ सबसे विपरीत विरोधाभासों को दर्शाया, उन्होंने तर्क देते हुए कि इस तरह के संकटों से निपटने के लिए यहां राष्ट्रपति और संघीय सरकार मौजूद हैं, ट्रंप हजारों मौतों के लिए जिम्मेदार हैं. यह उनकी एक अपमानजनक विफलता है.

बाइडेन राज्य और स्थानीय सरकारों के साथ व्यवसायों और लोगों की मदद करने के लिए उदार संघीय खर्च का समर्थन करते हैं.

युद्धकालीन कानून जिसका उपयोग राष्ट्रपति कुछ निजी क्षेत्र की गतिविधियों को निर्देशित करने के लिए कर सकते हैं के तहत उन्होंने रक्षा उत्पादन अधिनियम के आक्रामक उपयोग का भी वादा किया है.

इसके अतिरिक्त बाइडेन ने अमेरिका को विश्व स्वास्थ्य संगठन में फिर से शामिल करने का वादा किया है. वह मास्क को जरूरी बनाने के लिए कार्यकारी शक्ति का उपयोग करने के लिए भी तैयार है, लेकिन क्या वह लागू करने योग्य है यह संदिग्ध है.

शिक्षा

ट्रंप ने स्कूलों को इन-पर्सन लर्निंग के लिए पूरी तरह से फिर से खुलने पर जोर दिया और घोषणा की कि संघीय सरकार राज्यों में लाखों रैपिड कोरोना वायरस परीक्षण शुरू करेगी. उन्होंने राज्यपालों से के जी से लेकर12 वीं कक्षा के छात्रों के लिए स्कूलों को फिर से खोलने का आग्रह किया है.

ट्रंप ने चार्टर स्कूलों को खोलने के लिए अपना समर्थन जताया और स्कूलों को पूरी तरह से फिर से खोलने का एलान किया.

राष्ट्रपति चुनाव के अहम मुद्दे
राष्ट्रपति चुनाव के अहम मुद्दे

शिक्षा सचिव बेट्सी डेवोस ने सुझाव दिया है कि चार्टर स्कूलों और स्कूल वाउचर कार्यक्रमों के एक लंबे समय से प्रस्तावक जिला स्कूलों के लिए आवंटित राशि को परिवार को लेने की इजाजत दी जाए और जो स्कूल नहीं खुले हैं उसकी धनराशि का उपयोग निजी स्कूलों के खोलने पर की जाए.

ट्रंप के पहले कार्यकाल में उनके प्रशासन ने संघीय चार्टर स्कूल अनुदान सहायता में बड़ी वृद्धि की मांग की थी. हालांकि कांग्रेस द्वारा की गई बढ़ोतरी अपेक्षाकृत कम थी.

वहीं, उच्च शिक्षा को लेकर ट्रंप ने बार-बार शिकायत की है कि यूनिवर्सिटी कैंपस में कट्टरपंथी विचार अपनी पैठ बना रहे हैं. उन्होंने विश्वविद्यालयों के फंड को रोकने धमकी दी है और कहा है कि वह ट्रेजरी विभाग को अनिर्दिष्ट स्कूलों की कर-मुक्त स्थिति और संघीय वित्त पोषण की पुन: जांच करने के लिए कहेंगे.

दूसरी ओर बाइडेन चाहते हैं कि संघीय कानून के माध्यम से स्कूलों को महामारी से संबंधित लागतों के लिए और अधिक संघीय सहायता प्राप्त हो, जिस तरह राष्ट्रीय आपदाओं जैसे तूफान और जंगल की आग के बाद अधिक सहायता प्रदान की जाती है.

कोविड19 से परे बाइडेन चाहते हैं कि संघीय सरकार राज्यों के साथ साझेदारी करे, ताकि हर छात्र की सालाना 1,25,000 डॉलर तक की कमाई हो सके. यह सहायता आय की परवाह किए बिना दो साल तक स्कूलों में भाग लेने वाले सभी लोगों को दी जाए. वह ऐतिहासिक रूप से ब्लैक कॉलेजों के लिए तेजी से बढ़ती सहायता का भी प्रस्ताव करते हैं. उनकी समग्र शिक्षा के लिए 10 साल में लगभग 850 बिलियन डॉलर खर्च करनी की योजना है. वह 3- और 4 साल के बच्चों के लिए प्री - के जी कार्यक्रमों के लिए यूनिवर्सल पहुंच का आह्वान करते हैं.

वह गैर-कक्षा के पदों के लिए अधिक समर्थन जैसे कि परिसर में सामाजिक कार्यकर्ता, पब्लिक स्कूल भवनों के लिए संघीय बुनियादी ढांचा खर्च और संघीय विकलांगता कानूनों का पालन करने के लिए स्कूलों की लागत को कवर करने के पक्ष में हैं.

बाइडेन ने कर दाता के पैसे को मुनाफे वाले स्कूली व्यवसायों के लिए स्थानांतरित करने का विरोध किया है.

स्वास्थ्य देखभाल

व्हाइट हाउस के लिए एक उम्मीदवार के रूप में ट्रंप ने वादा किया कि वह तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा के स्वास्थ्य देखभाल कानून (health care law) को अपनी खुद की एक योजना के साथ बदल देंगे, जो हर किसी के लिए बीमा प्रदान करेगा. अमेरिकी अभी भी उनकी इस योजना का इंतजार कर रहे हैं.

राष्ट्रपति चुनाव के अहम मुद्दे
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ट्रंप हाल ही में कोरोना वायरस महामारी के अपने प्रशासन को संभालने की अस्वीकृति के बीच स्वास्थ्य देखभाल कानून पर लौट आए, जिससे अफोर्डेबल केयर एक्ट के भविष्य के बारे में अनिश्चितता बढ़ रही है, जिसे उनका प्रशासन ही सर्वोच्च न्यायालय को पलटने के लिए कह रहा है.

ट्रंप लिए अपने 4 साल पुराने वादों, कम कीमतों पर गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल, कम प्रेस्क्रिप्शन दवा की लागत, अधिक उपभोक्ता की पसंद और अधिक पारदर्शिता को दोहरा रहे हैं.

उन्होंने चिकित्सा बिलों के लिए एक कार्यकारी आदेश को समाप्त करने की घोषणा की ताकि लोगों की रक्षा की जा सके. फिर चाहे इसके लिए ओबामा केयर समाप्त क्यों न हो जाए. हालांकि, मौजूदा स्थितियों के लिए पहले से ही सुरक्षा कानून मौजूद है और ट्रंप को कानून के माध्यम से एक नई नीति को मजबूत करने के लिए कांग्रेस में जाना होगा.

राष्ट्रपति की पहली बहस में ट्रंप ने ओबाम केयर निरस्त कर दिया ,जबकि एक व्यापक योजना की कमी को लेकर उठे सवालों की अनदेखी की.

वहीं, बाइडेन ओबामा हेल्थ केयर कानून का विस्तार करना चाहते हैं ताकि अधिक से अधिक लोगों को अधिक कवर प्रदान किया जा सके . साथ ही वह मेडिकेयर जैसा सार्वजनिक विकल्प जोड़ना चाहते हैं जिससे निजी बीमाकर्ताओं के साथ प्रतिस्पर्धा बढ़ें.

बाइडेन का मानना है कि इसके लिए10 वर्षों में लगभग 750 बिलियन डॉलर का खर्च आएगा. यह ट्रंप के सामने बाइडेन की स्थिति को मजबूत करता है, जो 2010 के कानून और प्रगतिवाद को खत्म करना चाहते हैं और निजी बीमे को पूरी तरह से बदलने के लिए एकल-भुगतानकर्ता प्रणाली चाहते हैं.

बाइडेन अपने दृष्टिकोण को यूनिवर्सल कवरेज की ओर अगले कदम के रूप में देखते हैं और एक वह इसे कांग्रेस के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं.

यह देखते हुए कि 2010 के स्वास्थ्य देखभाल कानून को बनाए रखने में दिवंगत उदारवादी न्यायमूर्ति रूथ बेडर गिन्सबर्ग एक महत्वपूर्ण वोट थे, बाइडेन ने वर्तमान सुप्रीम कोर्ट रिक्ति को स्वास्थ्य देखभाल में बदलने की मांग की है, जबकि ट्रंप के नामित, संघीय अपीलीय न्यायाधीश एमी कोनी बैरेट ने उस फैसले में अदालत के तर्क की आलोचना की थी.

विदेश नीति

अपने पहले कार्यकाल के दौरान ट्रंप ने अमेरिका फर्स्ट के मंत्र के चारों ओर अपनी विदेश नीति बनाई, लेकिन चुनाव के दिन से पहले अंतिम दिन तक ट्रंप खुद को अंतर्राष्ट्रीय शांतिदूत के रूप में बहरीन और संयुक्त अरब अमीरात की खाड़ी राजशाही को नाकाम करने और इजरायल के साथ व्यापारिक और कूटनीतिक संबंधों के साथ समझौतों पर हस्ताक्षर करने की पेशकश कर रहे हैं.

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ट्रंप का कहना है कि अन्य अरब राष्ट्र, इजरायल के साथ औपचारिक संबंधों को शुरू करने की कगार पर हैं.

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रिपब्लिकन यूएस-मैक्सिको सीमा के साथ बनाई गई 200 मील (320 किलोमीटर) से अधिक सीमा को प्रमुख उपलब्धियों के रूप में गिना रहे हैं.

NATO के अधिकतर सदस्यों के रक्षा खर्च पर होने वाला सकल घरेलू उत्पाद का 2 फीसदी खर्च को कम करने के लिए ट्रंप ने अफगानिस्तान व अन्य अमेरिकी सैन्य पदचिह्न को कम करने की प्रतिज्ञा ली है . साथ ही उन्होंने पेरिस जलवायु समझौते से भी अलग होने की इच्छा जताई है.

ट्रंप आधिकारिक रूप से पेरिस समझौते से अमेरिका को अलग कर सकते हैं- यह समझौतै ग्लोबल वार्मिंग को 3.6 डिग्री फारेनहाइट से नीचे रखने का लक्ष्य निर्धारित करता है, जो समझौते के उदाहरण के रूप में जो अन्य देशों के अन्य लाभ के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका को नुकसान पहुंचाता है. ट्रंप इसे उदाहरण रूप में पेश कर सकते हैं. ओबामा द्वारा हस्ताक्षरित यह सौदा तय करता है कि इस पर हस्ताक्षर किए जाने के चार साल तक कोई भी राष्ट्र इससे अलग नहीं हो सकता है.

राष्ट्रपति चुनाव के अहम मुद्दे
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राष्ट्रपति ने 29 फरवरी को तालिबान के साथ शांति समझौते में जल्द ही अफगानिस्तान छोड़ने की अपनी इच्छा को स्पष्ट कर दिया है. इस समझते ने विद्रोही समूह की कुछ शर्तों को साथ12 से 14 महीनों में अमेरिकी सैनिकों को देश छोड़ने का रास्ता तय किया है.

वर्तमान में अफगानिस्तान में लगभग 4,500 अमेरिकी सैनिक हैं और ट्रंप ने कहा है कि वह चाहते हैं कि उन सभी को वर्ष के अंत तक वापस बुला लिया जाए.

ट्रंप ने उत्तर कोरिया के किम जोंग उन के साथ अपनी उपलब्धि को भी एक बड़ी उपलब्धि के रूप में गिनाया है. हालांकि कुछ ट्रंप आलोचकों का कहना है कि राष्ट्रपति ने उत्तर कोरिया को उसके परमाणु कार्यक्रम को रोकने में विफल रहे, लेकिन वह तीन बार किम से मिल चुके हैं , आलोचकों का कहना है कि ट्रंप में केवल तानाशाह को वैध बनाने के कार्य किया है.

वहीं, बाइडेन ने अमेरिका की विदेश नीति को नया रूप देने की योजना बनाई है. इडेन का कहना है कि वह चुनाव के बाद ट्रंप के दृष्टिकोण से घबराए हुए सहयोगियों के साथ रिश्तों के पुनर्निर्माण का काम शुरू करेंगे.

बाइडेन की सर्वोच्च प्राथमिकता नाटो की नींव को फिर से स्थापित करना है. जो द्वितीय विश्व युद्ध के बाद पश्चिमी शक्तियों के साथ बनाया गया था. उन्होंने ट्ंरंप पर तंज करते हुए कहा कि अमेरिका अकेला है.

बाइडेन ने कहा कि रूस के आक्रामक, विस्तारवादी लक्ष्य का पूर्वी यूरोप और एशिया में मुकाबला करना आवश्यक है.बाइडेन का यह भी कहना है कि वह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से अमेरिकी चुनावों में इमके देश के हस्तक्षेप के बारे में सख्ती से बात करेंगे.

बाइडेन हमेशा के लिए युद्धों को समाप्त करने की प्रतिज्ञा करते हैं, हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया है कि अमेरिकी विशेष बल - बड़े पैमाने पर जमीनी मिशनों के विपरीत - विश्व स्थिरता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं.

वह एक अमेरिकी राजनयिक कोर के पुनर्निर्माण, पेरिस जलवायु समझौते को फिर से संगठित करने और कार्बन प्रदूषण को कम करने के लिए चीन और अन्य बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को आगे बढ़ाने की बात करते हैं.

व्यापार

ट्रंप अपनी उपलब्धियों के रूप में दो प्रमुख व्यापार सौदों पर हस्ताक्षर का उल्लेख कर रहे हैं - पहला मेक्सिको और कनाडा के साथ एक अद्यतन संधि और दूसरा चीन समझौते का पहला चरण.

अमेरिका और चीन ने जनवरी में चरण-1 पर हस्ताक्षर किए और इसके दो महीने से कम समय में कोरोना महामारी को कारण दोनों देशों के रिश्तों पर दबाव पड़ा.

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ट्रंप का कहना है कि चरण-1 में चीन ने अमेरिकी कृषि उत्पादों, ऊर्जा और अन्य अमेरिकी उत्पादों में दो वर्षों में लगभग 200 बिलियन डॉलर की खरीद की. बदले में, अमेरिका ने चीनी निर्मित स्मार्टफोन, खिलौने और लैपटॉप कंप्यूटरों पर अमेरिकी टैरिफ को रद्द कर दिया.

सौदे के दूसरे चरण में दोनो देशों के बीच कुछ कठिन मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने की उम्मीद है, जिसमें ट्रंप की इच्छा है कि चीन अपने राज्य के स्वामित्व वाले उद्यमों को सब्सिडी देना बंद कर दे, लेकिन ट्रंप के लिए, जो अक्सर चीन को कोरोना वायरस फैलाने के लिए उल्लेख करते आए हैं, यह देखा जाना बाकी है कि क्या वह व्यापार पर बीजिंग को प्रभावी ढंग से पुनर्व्यवस्थित करने में सक्षम होंगे या नहीं. ट्रंप ने हाल ही में कहा कि वह वर्तमान में चीन के साथ बात करने में दिलचस्पी नहीं रखते हैं.

बाइडेन विदेश में निष्पक्ष व्यापार के बढ़ते चलन में शामिल हो गए - रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक प्रशासन में मुक्त व्यापार और एक जैसे अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के विस्तार के पक्षधर हैं.

बाइडेन चाहते है कि चार साल के कार्यकाल में घरेलू फर्मों (जो कि महामारी की आपूर्ति खरीदने के लिए) का हिस्सा है, को संघीय सरकार $ 400 बिलियन की सरकारी खरीदारी करनी चाहते हैं.

वह अमेरिकी प्रौद्योगिकी कंपनियों के अनुसंधान और विकास के लिए नए समर्थन में $ 300 बिलियन की सहायता चाहते हैं.

बाइडेन का कहना है कि किसी भी नए अंतर्राष्ट्रीय व्यापार सौदों में प्रवेश करने से पहले नया घरेलू खर्च अवश्य करना चाहिए. चीन, अमेरिका की तरह, अभी तक ट्रांस-पैसिफिक पार्टनरशिप का सदस्य नहीं है.

अर्थ व्यवस्था और टेक्स

कम बेरोजगारी और बढ़ता शेयर बाजार महामारी से पहले ट्रंप के अहम कार्ड थे, जबकि शेयर बाजार ने संकट के शुरुआती हफ्तों के बाद अपना रास्ता बना लिया है, बेरोजगारी 7.9 प्रतिशत है, और लगभग 10 मिलियन नौकरियां जो महामारी के बाद से खत्म हो गई थी, यह 2008- 2009 के आर्थिक संकट के मुकाबले काफी अधिक थीं.

ट्रंप ने भविष्यवाणी की है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था इस वर्ष की तीसरी और चौथी तिमाही में पटरी पर लौट आएगी और यह 2021 में रॉकेट जहाज की तरह उड़ान भरने के लिए तैयार है.

वह वादा करते हैं कि जल्द ही कोरोना वायरस वैक्सीन या प्रभावी चिकित्सा उपलब्ध होगी, जिससे जीवन सामान्य हो जाएगा.

गर्मियों में पेरोल टैक्स में कटौती के लिए उनका जोर कठोर विरोध से थर्रा गया था, लेकिन दूसरा कार्यकाल जीतना - और मतदाताओं से जनादेश - विचार को पुनर्जीवित करने में उनकी मदद कर सकता है.

वहीं, बाइडेन का तर्क है कि जब तक कोविड-19 खत्म नहीं हो जाता, तब तक अर्थव्यवस्था पूरी तरह से ठीक नहीं हो सकती.

लंबे समय तक रिकवरी के लिए, उन्होंने एक बड़ी मंदी से बचने और लंबे समय तक धन असमानता को दूर करने के लिए संघीय कार्रवाई को व्यापक रूप से प्रभावित किया है, जो कि गैर-अमेरिकी व अमेरिकियों को प्रभावित करती है.

उनकी सबसे बड़ी योजनाओं में 2035 तक अमेरिकी ऊर्जा ग्रिड में कार्बन प्रदूषण को खत्म करने के लिए $ 2 ट्रिलियन, और सभी कामकाजी उम्र के अमेरिकियों के लिए एक नई सरकारी स्वास्थ्य बीमा योजना शुरू करना है.

उन्होंने राष्ट्रीय न्यूनतम वेतन $ 15 प्रति घंटा बढ़ाने के साथ, शिक्षा, बुनियादी ढांचे और छोटे व्यवसायों पर नए खर्च का प्रस्ताव रखा है.

बाइडेन 2017 GOP टेक्स की अधिकता को वापस लाकर कुछ नई लागतों को कवर नहीं करेंगे. वह 28 फीसदी कॉर्पोरेट आयकर दर (पहले की तुलना में कम, लेकिन अब की तुलना में अधिक) चाहते हैं और वार्षिक कर योग्य आय के $ 400,000 से अधिक वाले व्यक्तियों के लिए व्यापक आय और पेरोल कर बढ़ोतरी करना चाहते हैं. यह सब 10 वर्षों में अनुमानित $ 4 ट्रिलियन या उससे अधिक राशि उत्पन्न करेगा.

बाइडेन इमीग्रेशन के साथ-साथ आर्थिक मामले को भी फ्रेम करते है. वह कानूनी आव्रजन स्लॉट का विस्तार करना चाहते हैं और लगभग 11 मिलियन निवासियों के लिए नागरिकता का रास्ता प्रदान करना चाहते हैं, जो देश में अवैध रूप से हैं, लेकिन पहले से ही श्रमिकों और उपभोक्ताओं के रूप में आर्थिक योगदानकर्ता हैं.

गर्भपात

व्हाइट हाउस की अपनी दौड़ से पहले ट्रंप ने खुद को एक मजबूत गर्भपात अधिकार प्रस्तावक के रूप में वर्णित किया, लेकिन वॉशिंगटन में आने के बाद से प्रक्रिया के उपयोग को प्रतिबंधित करने के अपने प्रशासन के प्रयासों द्वारा उन्होंने गर्भपात विरोधी समूहों को खुश किया.

एक राष्ट्रपति के उम्मीदवार के रूप में ट्रंप ने लगातार रो वी वेड के फैसले पर अपना विरोध व्यक्त किया है, जिसने राष्ट्रव्यापी गर्भपात को वैध बनाया और कहा कि इस मुद्दे को राज्यों द्वारा तय किया जाना चाहिए.

उन्होंने संशोधन के लिए समर्थन व्यक्त किया है, जो मेडिकिड को ज्यादातर परिस्थितियों में गर्भपात के लिए भुगतान करने से रोकता है. साथ ही उन्होंने उन दो दवाओं के एक्सेस को प्रतिबंधित करने की मांग की है, जो गर्भधारण के पहले 10 सप्ताह में गर्भपात को बढ़ावा करने के लिए उपयोग की जाती हैं.

अगस्त में अपने रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन भाषण में ट्रंप ने घोषणा की कि जन्मे और अजन्मे बच्चों को जीवन का अधिकार प्राप्त है.

वहीं बिडेन ने सुप्रीम कोर्ट के नामितों की अपनी सूची की पेशकश करने से इनकार कर दिया है, लेकिन उन्होंने बार-बार कहा कि वह रो वी वेड का समर्थन करते हैं.

वेड का यह मानना कि संविधान गर्भावस्था को समाप्त करने के लिए एक महिला के अधिकार को स्थापित करता है.

उन्होंने कांग्रेस को उस अधिकार को संहिताबद्ध करने का समर्थन किया, जो एक ऐसा कदम है, जो अदालत के संवैधानिक संरक्षणों पर प्रहार करने पर भी कानूनी रूप से गर्भपात को रोक देगा.

बाइडेन ने नैतिक मुद्दे के रूप में गर्भपात पर अपने व्यक्तिगत संघर्ष के वर्षों के लिए सार्वजनिक रूप से बात की.

उन्होंने कहा कि एक कारण उन्होंने गर्भपात सेवाओं के लिए संघीय करदाता वित्तपोषण पर हाइड संशोधन प्रतिबंध का समर्थन किया, लेकिन उन्होंने महिलाओं के समूहों और डेमोक्रेटिक कार्यकर्ताओं के दबाव में आने के बाद उन्होंने अपने 2020 अभियान में इस स्थिति को उलट दिया.

बाइडेन ने कहा कि वह दबाव में नहीं झुक रहे, बल्कि तर्क दिया कि देश भर के रिपब्लिकन विधायकों ने इस बात के लिए गर्भपात को प्रतिबंधित कर दिया था कि हाइड संशोधन गरीब या कामकाजी वर्ग की महिलाओं के लिए एक संवैधानिक प्रतिबंधों का उपयोग करने के लिए एक अस्थिर बाधा बन गया है.

Last Updated : Nov 3, 2020, 11:26 PM IST
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