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अमेरिका : विरोध प्रदर्शनों को काबू करने के लिए सैन्य पुलिस बल तैनात - protests in america

अमेरिका में सक्रिय सैन्य पुलिस बल की तैनाती की गई है. इसमें करीब 200 से 250 कर्मी शामिल हैं. जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद जारी विरोध प्रदर्शनों को काबू करने के लिए यह कदम उठाया गया है. पढ़ें पूरी खबर...

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Published : Jun 2, 2020, 6:31 AM IST

Updated : Jun 2, 2020, 9:54 AM IST

वॉशिंगटन : अमेरिका में सक्रिय सैन्य पुलिस बल की तैनाती की गई है. इसमें करीब 200 से 250 कर्मी शामिल हैं. जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद जारी विरोध प्रदर्शनों को काबू करने के लिए यह कदम उठाया गया है.

खबरों के अनुसार, सैनिकों को कोलंबिया (डीसी) में केवल सुरक्षा प्रदान करने के आदेश दिए गए हैं. लेकिन किसी भी प्रदर्शनकारी या दंगाईयों की गिरफ्तारी और हिरासत में लिए जाने से मना किया गया है.

इसके अतिरिक्त पांच अलग-अलग राज्यों से 600-800 नेशनल गार्ड को भी हालातों पर काबू करने के लिए बुलाया गया है.

बता दें, एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान ट्रंप ने कहा था कि मैं अपनी राजधानी वॉशिंगटन डीसी की रक्षा के लिए तेजी से कार्रवाई कर रहा हूं. मैं हजारों की संख्या में सशस्त्र बलों, सैन्य कर्मियों को दंगा, बर्बरता हमले और संपत्ति के विनाश को रोकने के लिए भेज रहा हूं.

ट्रंप ने आगे कहा कि मैं सभी उपलब्ध संघीय संसाधनों, नागरिकों और सेना को इकट्ठा कर रहा हूं, ताकि दंगों, लूटपाट, विनाश और आगजनी को रोका जा सके और साथ ही अमेरिकी नागरिकों के अधिकारों की रक्षा की जा सके.

ट्रंप ने आगे कहा कि उन्होंने पर्याप्त संख्या में रक्षकों की तैनाती की दृढ़ता से सिफारिश की है ताकि सड़कों पर प्रदर्शनकारियों की बड़ी भीड़ को नियंत्रित किया जा सके.

मेयर और राज्यपालों को कानून व्यवस्था स्थापित करना चाहिए, ताकि समय रहते हिंसा को समाप्त किया जा सके.

अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की मौत पर ट्रंप ने दुख जताते हुए कहा कि अमेरिका के लोग जॉर्ज की मौत से गहरे दुख में हैं. उन्होंने यह भी कहा कि उनका प्रशासन जॉर्ज और उसके परिवार को न्याय दिलाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.

अमेरिका में बढ़ती हिंसा : ट्रंप बोले लागू करेंगे 1807 कानून, जल्द होगा समाधान

वॉशिंगटन : अमेरिका में सक्रिय सैन्य पुलिस बल की तैनाती की गई है. इसमें करीब 200 से 250 कर्मी शामिल हैं. जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद जारी विरोध प्रदर्शनों को काबू करने के लिए यह कदम उठाया गया है.

खबरों के अनुसार, सैनिकों को कोलंबिया (डीसी) में केवल सुरक्षा प्रदान करने के आदेश दिए गए हैं. लेकिन किसी भी प्रदर्शनकारी या दंगाईयों की गिरफ्तारी और हिरासत में लिए जाने से मना किया गया है.

इसके अतिरिक्त पांच अलग-अलग राज्यों से 600-800 नेशनल गार्ड को भी हालातों पर काबू करने के लिए बुलाया गया है.

बता दें, एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान ट्रंप ने कहा था कि मैं अपनी राजधानी वॉशिंगटन डीसी की रक्षा के लिए तेजी से कार्रवाई कर रहा हूं. मैं हजारों की संख्या में सशस्त्र बलों, सैन्य कर्मियों को दंगा, बर्बरता हमले और संपत्ति के विनाश को रोकने के लिए भेज रहा हूं.

ट्रंप ने आगे कहा कि मैं सभी उपलब्ध संघीय संसाधनों, नागरिकों और सेना को इकट्ठा कर रहा हूं, ताकि दंगों, लूटपाट, विनाश और आगजनी को रोका जा सके और साथ ही अमेरिकी नागरिकों के अधिकारों की रक्षा की जा सके.

ट्रंप ने आगे कहा कि उन्होंने पर्याप्त संख्या में रक्षकों की तैनाती की दृढ़ता से सिफारिश की है ताकि सड़कों पर प्रदर्शनकारियों की बड़ी भीड़ को नियंत्रित किया जा सके.

मेयर और राज्यपालों को कानून व्यवस्था स्थापित करना चाहिए, ताकि समय रहते हिंसा को समाप्त किया जा सके.

अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की मौत पर ट्रंप ने दुख जताते हुए कहा कि अमेरिका के लोग जॉर्ज की मौत से गहरे दुख में हैं. उन्होंने यह भी कहा कि उनका प्रशासन जॉर्ज और उसके परिवार को न्याय दिलाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.

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Last Updated : Jun 2, 2020, 9:54 AM IST
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