लंदन : भारत नीत अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) में अमेरिका 101वें सदस्य देश के तौर पर बुधवार को शामिल हो गया. जलवायु के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति के विशेष दूत जॉन कैरी ने आईएसए के एक रूपरेखा समझौते पर दस्तखत किये.
कैरी ने अमेरिकी सदस्यता को सौर ऊर्जा के त्वरित उपयोग की दिशा में बड़ा कदम बताया. उन्होंने ग्लासगो में सीओपी26 जलवायु सम्मेलन में रूपरेखा समझौते पर औपचारिक रूप से दस्तखत किये.
कैरी ने कहा, हम अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन में शामिल होकर खुश हैं जिसकी स्थापना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगुवाई की.
उन्होंने कहा, हमने इस संबंध में ब्योरे का अध्ययन किया और इस प्रक्रिया का हिस्सा बनकर खुश हैं. यह वैश्विक रूप से सौर ऊर्जा के तेजी से और अधिक उपयोग की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान होगा. यह विशेष रूप से विकासशील देशों के लिए महत्वपूर्ण होगा.
पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने आईएसए के 101वें सदस्य के रूप में अमेरिका का स्वागत किया. उन्होंने कहा, इस कदम से आईएसए मजबूत होगा और दुनिया को ऊर्जा का स्वच्छ स्रोत प्रदान करने पर भविष्य की कार्रवाई को प्रेरित करेगा.
पढ़ें :- भारत ने अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन को पर्यवेक्षक का दर्जा देने को UNGA में पेश किया प्रस्ताव
आईएसए की रूपरेखा में साझेदारियों के माध्यम से सभी देशों को वैश्विक प्रासंगिकता और स्थानीय लाभ प्रदान करने पर जोर देना है. इस रूपरेखा को सर्वप्रथम 2016 में देशों को वितरित किया गया था.
आईएसए के महानिदेशक डॉ अजय माथुर ने कहा, आईएसए की रूपरेखा और प्रयासों को अमेरिका का समर्थन सुखद घटनाक्रम है. 101वें सदस्य राष्ट्र के तौर पर यह खास है.
(पीटीआई-भाषा)