ETV Bharat / international

पाकिस्तानियों को वीजा देने से इनकार कर सकता है अमेरिका

अमेरिका की यह चेतावनी पाकिस्तान के लिए बड़ा झटका मानी जा रही है क्योंकि पाकिस्तान उन देशों में शामिल है, जिन पर अमेरिका का अवैध नागिरक संबंधी कानून लागू होता है.

डोनाल्ड ट्रम्प और इमरान खान
author img

By

Published : Apr 27, 2019, 2:22 PM IST

वाशिंगटन: पाकिस्तान ने अमेरिका से प्रत्यर्पित किए गए और वीजा अवधि समाप्त होने के बाद भी वहां रह रहे अपने नागरिकों को वापस लेने से इनकार कर दिया है. इसके बाद अमेरिका ने उस पर प्रतिबंध लगा दिए हैं. अमेरिका ने चेतावनी दी है कि वह पाकिस्तानियों के वीजा पर रोक लगा सकता है और इसकी शुरुआत उसके वरिष्ठ अधिकारियों से हो सकती हैं.

विदेश विभाग ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान में दूतावास संबंधित कामकाज में अभी के लिए 'कोई बदलाव नहीं' है लेकिन संघीय रजिस्ट्रर अधिसूचना में उल्लेखित प्रतिबंध के परिणामस्वरूप अमेरिका पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रोक सकता है जिसकी शुरुआत उसके वरिष्ठ अधिकारियों से हो सकती है.

पाकिस्तान उन दस देशों की सूची में नया देश है जिन पर अमेरिकी कानून के तहत प्रतिबंध लागू किए गए है जिसके अनुसार जो देश प्रत्यर्पित किए गए और वीजा अवधि समाप्त होने के बाद भी रह रहे अपने नागरिकों को वापस नहीं लेंगे उन देशों के नागरिकों को अमेरिकी वीजा नहीं दिया जाएगा.

हालांकि, विदेश विभाग ने पाकिस्तान पर इन प्रतिबंधों के असर को कम करने की कोशिश की है.

पढ़ें: भारत समेत अन्य देशों को नहीं मिलेगी ईरान से तेल आयात की छूट: अमेरिका

विदेश विभाग के एक प्रवक्ता से जब संघीय रजिस्टर की अधिसूचना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया, 'पाकिस्तान में दूतावास संबंधित कामकाज में कोई बदलाव नहीं होगा.'

प्रवक्ता ने कहा, 'यह अमेरिका और पाकिस्तानी सरकारों के बीच चल रहा द्विपक्षीय मुद्दा है और हम इस समय बारीकियों में नहीं जा रहे.'

अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी का मानना है कि इससे पाकिस्तान के लिए मुश्किलें पैदा होंगी.

हक्कानी ने कहा, 'इस कदम से पाकिस्तानियों के लिए मुश्किलें पैदा होंगी जो अमेरिका में यात्रा करना चाहते हैं और इससे बचा जा सकता था अगर पाकिस्तानी अधिकारियों ने प्रत्यर्पण की कानूनी अनिवार्यताओं के संबंध में अमेरिका के अनुरोधों को नजरअंदाज नहीं किया होता.'

उन्होंने कहा कि अमेरिका से प्रत्यर्पित किए अपने नागरिकों को स्वीकार करने से पाकिस्तान द्वारा इनकार करना कोई नयी बात नहीं है.

वाशिंगटन: पाकिस्तान ने अमेरिका से प्रत्यर्पित किए गए और वीजा अवधि समाप्त होने के बाद भी वहां रह रहे अपने नागरिकों को वापस लेने से इनकार कर दिया है. इसके बाद अमेरिका ने उस पर प्रतिबंध लगा दिए हैं. अमेरिका ने चेतावनी दी है कि वह पाकिस्तानियों के वीजा पर रोक लगा सकता है और इसकी शुरुआत उसके वरिष्ठ अधिकारियों से हो सकती हैं.

विदेश विभाग ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान में दूतावास संबंधित कामकाज में अभी के लिए 'कोई बदलाव नहीं' है लेकिन संघीय रजिस्ट्रर अधिसूचना में उल्लेखित प्रतिबंध के परिणामस्वरूप अमेरिका पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रोक सकता है जिसकी शुरुआत उसके वरिष्ठ अधिकारियों से हो सकती है.

पाकिस्तान उन दस देशों की सूची में नया देश है जिन पर अमेरिकी कानून के तहत प्रतिबंध लागू किए गए है जिसके अनुसार जो देश प्रत्यर्पित किए गए और वीजा अवधि समाप्त होने के बाद भी रह रहे अपने नागरिकों को वापस नहीं लेंगे उन देशों के नागरिकों को अमेरिकी वीजा नहीं दिया जाएगा.

हालांकि, विदेश विभाग ने पाकिस्तान पर इन प्रतिबंधों के असर को कम करने की कोशिश की है.

पढ़ें: भारत समेत अन्य देशों को नहीं मिलेगी ईरान से तेल आयात की छूट: अमेरिका

विदेश विभाग के एक प्रवक्ता से जब संघीय रजिस्टर की अधिसूचना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया, 'पाकिस्तान में दूतावास संबंधित कामकाज में कोई बदलाव नहीं होगा.'

प्रवक्ता ने कहा, 'यह अमेरिका और पाकिस्तानी सरकारों के बीच चल रहा द्विपक्षीय मुद्दा है और हम इस समय बारीकियों में नहीं जा रहे.'

अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी का मानना है कि इससे पाकिस्तान के लिए मुश्किलें पैदा होंगी.

हक्कानी ने कहा, 'इस कदम से पाकिस्तानियों के लिए मुश्किलें पैदा होंगी जो अमेरिका में यात्रा करना चाहते हैं और इससे बचा जा सकता था अगर पाकिस्तानी अधिकारियों ने प्रत्यर्पण की कानूनी अनिवार्यताओं के संबंध में अमेरिका के अनुरोधों को नजरअंदाज नहीं किया होता.'

उन्होंने कहा कि अमेरिका से प्रत्यर्पित किए अपने नागरिकों को स्वीकार करने से पाकिस्तान द्वारा इनकार करना कोई नयी बात नहीं है.

ZCZC
PRI GEN INT
.WASHINGTON FGN4
US-PAK-SANCTIONS
US imposes sanction on Pak; may deny visas to Pakistanis
By Lalit K Jha
         Washington, Apr 27 (PTI) The US has imposed sanctions on Pakistan after Islamabad refused to take back its citizen deportees and visa over-stayers from America, warning that it may withhold visas of Pakistanis beginning from its senior officials.
          The State Department on Friday said that consular operations in Pakistan remain unchanged as of now but as a result of such a sanction mentioned in a Federal Register notification dated April 22, the US may withhold visas of Pakistanis beginning with its senior officials.
         Pakistan is the latest to join the list of 10 nations that have been imposed with sanctions under a US law according to which countries refusing to take back deportees and visa over-stayers will be denied American visas.
         Notably eight of these countries have been slapped with such visa sanctions under the Trump administration. Two of them Ghana and Pakistan have been included in the list this year.
         The other countries include Guyana in 2001, the Gambia in 2016, Cambodia, Eritrea, Guinea, and Sierra Leone in 2017, Burma and Laos in 2018.
         Under Section 243 (d) of the Immigration and Nationality Act, the Secretary of State is required to discontinue granting immigration or non-immigrant visas to a nation upon receiving notice from the Homeland Security Secretary that the country has denied or is unreasonably delaying accepting a citizen, subject, national or resident of that country.
          The State Department tried to downplay the impact of the sanctions on Pakistan.
         "Consular operations in Pakistan remain unchanged, a State Department Spokesperson told PTI when asked about the federal register notification.
         This is a bilateral issue of ongoing discussion between the US and Pakistani governments and we are not going to get into the specifics at this time, the spokesperson added.
         Former Pakistan's Ambassador to the US, Hussain Haqqani, feels that this will make things difficult for Pakistanis.
         This measure will create hardship for Pakistanis who want or need to travel to the US and could have been avoided if Pakistani authorities had not ignored American requests to respect their legal requirements for deportation, Haqqani told PTI, days after the federal register notification.
         He said that Pakistan's refusal to accept it's citizen deported from the US is not new.
          Pakistan's refusal to accept every Pakistani citizen deported from the US is not new. It seems that the US is no longer willing to overlook a wide range of official Pakistani behaviour. Bonhomie has been replaced by sanctions and restrictions based on Islamabad's policy decisions, Haqqani said.
         While the law in this regard has been under existence since 1996, it is only in last several years that there had been increasing demand from lawmakers towards its enforcement against countries that had refused to accept deportees and visa over-stayers.
         In the last few years, India has been taking such deportees on special planes at regular intervals.
         The Trump administration after coming to power had said that it will strictly enforce such provisions by denying visas to people from those countries that refuse it accepting deportees and visa over-stayers.
         While section 243 (d) of the Immigration and Nationality Act was used only twice before 2017, the Trump Administration has been effective in using this provision on many countries, including Pakistan.
         However, the State Department federal register notification indicates that the number of visa denial under this sanction is far less.
         Since the law was modified to cover non-immigrant visas in 1996, 318 visa applicants have been affected, the notification said.
         During this same time period, tens of millions of aliens have received non-immigrant visas including, collectively, millions of applicants from the 10 countries affected, the notification said.
         The Federal Register notification said that there is no set formula, though, notably State has never issued a blanket refusal for visas from the country in question.
         For some countries, sanctions begin by targeting officials who work in the ministries responsible for accepting the return of that country's nationals with escalation scenarios that target family members of those officials and potentially officials of other ministries and then other categories of applicants if initial sanctions do not prove effective at encouraging greater cooperation on removals by the targeted government, the notification said. PTI LKJ

RUP
04270814
NNNN
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.