वाशिंगटन : देश में काेराेना महामारी की इस दूसरी लहर के बीच वैश्विक स्तर पर देशाें ने मदद का हाथ बढ़ाया है. इसी क्रम में शुक्रवार काे अमेरिकी जहाज नई दिल्ली पहुंच गया. अगले कुछ हफ्ताें में और ऐसे ही चिकित्सा आपूर्ति व राहत सामग्री से भरा जहाज भारत पहुंचने की उम्मीद जताई गई है.
अमेरिका से पहुंचे इस जहाज में ऑक्सीजन सपाेर्ट, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स, ऑक्सीजन जेनेरेशन यूनिट, पीपीई, वैक्सीन- मैन्युफैक्चरिंग सप्पालाइज, रैपिड डायग्नाेस्टिक टेस्ट समेत और चिकित्सीय और सार्वजनिक स्वास्थ्य सहायता से जुड़े उपकरण शामिल हैं.
बता दें कि कोरोना वायरस के बेतहाशा मामलों से निपटने के लिए भारत की मदद की बात पर अमेरिका ने कहा है कि वह 10 करोड़ अमेरिकी डॉलर मूल्य की कोविड-19 राहत सामग्री आने वाले दिनों में भारत भेजेगा.
अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय विकास एजेंसी (यूएसएआईडी) ने बताया कि दुनिया का सबसे बड़ा सैन्य विमान बुधवार रात को ट्रैविस वायु सेना अड्डे से रवाना हुआ. उसने बताया कि इसमें ऑक्सीजन सिलेंडर और रेगुलेटर हैं जिन्हें अमेरिकी राज्य कैलिफोर्निया ने दान किया है.
इसके अलावा, पहली उड़ान में यूएसएआईडी ने कोविड-19 के सामुदायिक प्रसार को रोकने में मदद करने के लिए रैपिड डायग्नोस्टिक टेस्ट किट भेजी हैं जिससे संक्रमण की शुरुआत में ही पहचान हो जाएगी. साथ में स्वास्थ्य कर्मियों के लिए एन95 मास्क भी भेजे हैं. अमेरिकी रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र ने भी स्थानीय तौर पर ऑक्सीजन सिलेंडर खरीदे हैं जिन्हें भारत सरकार को दिया जाएगा.
बाइडन प्रशासन ने एक्सट्राजेनेका को दिए अपने आर्डर में बदलाव किया है जिससे भारत कोविड-19 रोधी टीके की दो करोड़ खुराकें बना सकेगा. इसके अलावा वह बड़ी संख्या में रेमडेसिविर इंजेक्शनों की आपूर्ति भारत को कर रहा है.
बता दें कि संकट की इस घड़ी में बांग्लादेश ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह इस नाजुक वक्त में भारत के साथ एकजुटता से खड़ा है और उसने अपने पड़ोसी देश को दवाइयों और चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति भेजने की पेशकश की है.
बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने ढाका में जारी एक बयान में बताया कि इस आपूर्ति में एंटी वायरल दवाई की करीब 10,000 शीशियां, 30 हजार पीपीई किट तथा अन्य दवाइयां शामिल हैं.
इसे भी पढ़ें : कोविड-19 से लड़ाई में भारत की यथा संभव मदद करेगा चीन
रूस, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, आयरलैंड, बेल्जियम, रोमानिया, लक्समबर्ग, सिंगापुर, पुर्तगाल, स्वीडन, न्यूजीलैंड, कुवैत और मॉरीशस सहित कई देशों ने महामारी से लड़ने में मदद करने के लिए भारत को चिकित्सा सहायता की घोषणा की है.