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अफगानिस्तान से सेना की वापसी के लिए प्रतिबद्ध था अमेरिका : पेंटागन

अफगानिस्तान में हुए बम धमाकों के बाद पेंटागन ने कहा है कि फरवरी में तालिबान के साथ वाशिंगटन द्वारा शांति समझौते में तय की गई 8 हजार 600 सैनिकों की वापस बुलाने की योजना को लेकर लेकर अमेरिका प्रतिबद्ध था.

पेंटागन
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Published : May 16, 2020, 3:20 PM IST

वॉशिंगटन : पेंटागन ने कहा है कि फरवरी में तालिबान के साथ वाशिंगटन द्वारा शांति समझौते में तय की गई सैनिकों को वापस बुलाने की योजना को लेकर अमेरिका प्रतिबद्ध था और इसकी तैयारी कर रहा था.

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, सार्वजनिक मामलों के रक्षा सहायक सचिव जोनाथन हॉफमन ने कहा है कि पेंटागन अफगानिस्तान से 8,600 सुरक्षा बलों को वापस बुलाने की तैयारी कर रहा था.

हॉफमन ने कहा, 'यह अब भी आगे बढ़ रहा है. हम तालिबान के साथ समझौते के तहत तय समय सीमा के भीतर पूरा करने की उम्मीद करते हैं.'

इसके अलावा शुक्रवार को, अफगान सुलह के लिए अमेरिकी विशेष प्रतिनिधि जल्माय खलीलजाद ने संवाददाताओं से पुष्टि की कि वाशिंगटन हमारी शर्त-आधारित अमेरिकी सेना की वापसी को लेकर समझौते के पहले चरण को लागू करने के चरण में था.

बता दें कि यह टिपण्णी अफगानिस्तान में हुए आत्मघाती हमलों के बाद हुई है, जिससे युद्धग्रस्त देश में अमेरिका के शांति प्रयासों पर संदेह पैदा कर दिया है.

एक कॉन्फ्रेंस कॉल में खलीलजाद ने कहा, 'मैं जल्द ही फिर से अफगानिस्तान यात्रा करूंगा ताकि हिंसा को कम करने के लिए और कैदियों की रिहाई में तेजी लाने के लिए जोर दिया जा सके.'

पढ़ें - भारत को वेंटिलेटर भेज रहा है अमेरिका : राष्ट्रपति ट्रंप

विशेष दूत ने यह भी खुलासा किया कि अंतर-अफगान वार्ता शुरू करने की एक नई तारीख पर चर्चा की जा रही हैं, हालांकि उन्होंने इस बारे में कोई विवरण नहीं दिया.

बता दें कि हाल ही में काबुल के एक अस्पताल पर हुए हमले में 24 नागरिकों की मौत हो गई थी और मंगलवार को 16 अन्य घायल हो गए, जबकि पूर्वी नांगरहार प्रांत में एक अंतिम संस्कार को लक्षित करने वाले एक आत्मघाती बम विस्फोट में 32 लोग मारे गए और 103 अन्य घायल हो गए.

वॉशिंगटन : पेंटागन ने कहा है कि फरवरी में तालिबान के साथ वाशिंगटन द्वारा शांति समझौते में तय की गई सैनिकों को वापस बुलाने की योजना को लेकर अमेरिका प्रतिबद्ध था और इसकी तैयारी कर रहा था.

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, सार्वजनिक मामलों के रक्षा सहायक सचिव जोनाथन हॉफमन ने कहा है कि पेंटागन अफगानिस्तान से 8,600 सुरक्षा बलों को वापस बुलाने की तैयारी कर रहा था.

हॉफमन ने कहा, 'यह अब भी आगे बढ़ रहा है. हम तालिबान के साथ समझौते के तहत तय समय सीमा के भीतर पूरा करने की उम्मीद करते हैं.'

इसके अलावा शुक्रवार को, अफगान सुलह के लिए अमेरिकी विशेष प्रतिनिधि जल्माय खलीलजाद ने संवाददाताओं से पुष्टि की कि वाशिंगटन हमारी शर्त-आधारित अमेरिकी सेना की वापसी को लेकर समझौते के पहले चरण को लागू करने के चरण में था.

बता दें कि यह टिपण्णी अफगानिस्तान में हुए आत्मघाती हमलों के बाद हुई है, जिससे युद्धग्रस्त देश में अमेरिका के शांति प्रयासों पर संदेह पैदा कर दिया है.

एक कॉन्फ्रेंस कॉल में खलीलजाद ने कहा, 'मैं जल्द ही फिर से अफगानिस्तान यात्रा करूंगा ताकि हिंसा को कम करने के लिए और कैदियों की रिहाई में तेजी लाने के लिए जोर दिया जा सके.'

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विशेष दूत ने यह भी खुलासा किया कि अंतर-अफगान वार्ता शुरू करने की एक नई तारीख पर चर्चा की जा रही हैं, हालांकि उन्होंने इस बारे में कोई विवरण नहीं दिया.

बता दें कि हाल ही में काबुल के एक अस्पताल पर हुए हमले में 24 नागरिकों की मौत हो गई थी और मंगलवार को 16 अन्य घायल हो गए, जबकि पूर्वी नांगरहार प्रांत में एक अंतिम संस्कार को लक्षित करने वाले एक आत्मघाती बम विस्फोट में 32 लोग मारे गए और 103 अन्य घायल हो गए.

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