संयुक्त राष्ट्र: उत्तर कोरिया द्वारा हाल में किए गए बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण को लेकर अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से बृहस्पतिवार को बैठक करने का अनुरोध किया है. रविवार के परीक्षण के बाद व्हाइट हाउस के अधिकारियों ने कहा कि वह ताजा मिसाइल परीक्षण को पिछले कई महीनों से चल रहे उकसाने वाले कृत्यों को बढ़ाने के तौर पर देखते हैं. इसपर संयुक्त राष्ट्र के उपप्रवक्ता फरहान हक ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने रविवार को हुए प्रक्षेपण की निंदा की और इन्हें सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का स्पष्ट उल्लंघन बताया. उन्होंने उत्तर कोरिया से इस प्रकार के कदम नहीं उठाने की भी अपील की है.
बता दें कि रविवार को उत्तर कोरिया ने मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल ह्वासोंग-12 का परीक्षण किया, जो अमेरिका के ग्वाम क्षेत्र तक मार करने में सक्षम है. हाल के वर्षों में यह उत्तर कोरिया का सबसे शक्तिशाली मिसाइल परीक्षण है. घटना पर कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तर कोरिया का हथियारों का परीक्षण तेज करने का मतलब है कि वह या तो प्रतिबंधों में ढील चाहता है या फिर वैध परमाणु संपन्न देश के तौर पर अंतरराष्ट्रीय मान्यता चाहता है.
दक्षिण कोरिया और जापान के आकलन के अनुसार, मिसाइल अधिकतम 2,000 किलोमीटर की ऊंचाई तक पहुंची और कोरियाई प्रायद्वीप तथा जापान के बीच समुद्र में गिरने से पहले उसने 800 किलोमीटर की दूरी तय की. जानकारी के मुताबिक उत्तर कोरिया ने 2017 के बाद से अब, अपनी सबसे लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया है. 2017 में उसने तीन अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया था, जो अमेरिका के भीतर तक मार करने में सक्षम हैं.
ह्वासोंग-12, जमीन से जमीन तक मार करने में सक्षम परमाणु संपन्न मिसाइल है जो अधिकतम 4,500 किलोमीटर तक की दूरी तय कर सकती है. अमेरिका के ग्वाम क्षेत्र तक पहुंचने के लिए यह दूरी पर्याप्त है. उत्तर कोरिया ने इस महीने का यह सातवां परीक्षण किया है. एक के बाद एक परीक्षण लंबे समय से बाधित परमाणु वार्ता को लेकर अमेरिकी प्रशासन पर दबाव बनाने का संकेत दे रहा है.
(पीटीआई-भाषा)
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