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चक्रवात 'एलोइस' के कारण मोजाम्बिक में करीब ढाई लाख लोग प्रभावित : संरा

मोजाम्बिक के तटीय शहर बेरा और उसके आसपास के इलाके में चक्रवात ‘एलोइस’ से करीब 2,50,000 लोग प्रभावित हुए और 76 स्वास्थ्य केन्द्र तथा 400 कक्षाएं क्षतिग्रस्त या नष्ट हुई हैं.

चक्रवात 'एलोइस'
चक्रवात 'एलोइस'
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Published : Jan 27, 2021, 10:54 AM IST

संयुक्त राष्ट्र : मोजाम्बिक के तटीय शहर बेरा और उसके आसपास के इलाके में चक्रवात ‘एलोइस’ से करीब 2,50,000 लोग प्रभावित हुए और 76 स्वास्थ्य केन्द्र तथा 400 कक्षाएं क्षतिग्रस्त या नष्ट हुई हैं. संयुक्त राष्ट्र की एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी.

अफ्रीकी देश में संयुक्त राष्ट्र की समन्वयक मैयर्टा कॉलार्ड ने विश्व निकाय के पत्रकारों को ऑनलाइन बातचीत में बताया कि यहां भीषण बाढ़ भी आई है. हम देख रहे हैं कि कई लोग बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकलने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा करीब दो साल पहले चक्रवात ‘इडाई’ की वजह से इन्हीं इलाकों में ऐसी ही तबाही मची थी. उन्होंने बताया कि उस दौरान सैकड़ों लोग मारे गए थे और कई घर नष्ट हो गए या बह गए थे.

कॉलार्ड ने बताया कि दिसम्बर में यही इलाका चक्रवात ‘चालने’ से भी प्रभावित हुआ था. उन्होंने बताया कि शनिवार को चक्रवात ‘एलोइस’ यहां से गुजरा. मंगलवार तक यहां इससे करीब 2,50,000 लोग प्रभावित हो चुके थे. यहां तंबुओं, आपातकालीन आश्रय, कंबल, पीने के पानी, स्वच्छता उत्पाद, फेस मास्क और खाद्य पदार्थों की काफी जरूरत है. उन्होंने कहा हमें जितनी जल्दी हो सके, स्कूलों को भी दोबारा बनाना होगा.

पढ़ें : 2020 में प्रतिकूल मौसम के कारण 1,565 से अधिक लोगों की मौत : IMD

कॉलार्ड ने कहा कि स्वास्थ्य केन्द्रों को भी जल्द ठीक करना होगा. बाढ़ से फसलों को हुए नुकसान का आकलन अभी किया जा रहा है. फसल की कटाई अप्रैल में होनी है. अगर पानी वहां ठहर गया तो उसका फसल पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है.

संयुक्त राष्ट्र : मोजाम्बिक के तटीय शहर बेरा और उसके आसपास के इलाके में चक्रवात ‘एलोइस’ से करीब 2,50,000 लोग प्रभावित हुए और 76 स्वास्थ्य केन्द्र तथा 400 कक्षाएं क्षतिग्रस्त या नष्ट हुई हैं. संयुक्त राष्ट्र की एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी.

अफ्रीकी देश में संयुक्त राष्ट्र की समन्वयक मैयर्टा कॉलार्ड ने विश्व निकाय के पत्रकारों को ऑनलाइन बातचीत में बताया कि यहां भीषण बाढ़ भी आई है. हम देख रहे हैं कि कई लोग बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकलने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा करीब दो साल पहले चक्रवात ‘इडाई’ की वजह से इन्हीं इलाकों में ऐसी ही तबाही मची थी. उन्होंने बताया कि उस दौरान सैकड़ों लोग मारे गए थे और कई घर नष्ट हो गए या बह गए थे.

कॉलार्ड ने बताया कि दिसम्बर में यही इलाका चक्रवात ‘चालने’ से भी प्रभावित हुआ था. उन्होंने बताया कि शनिवार को चक्रवात ‘एलोइस’ यहां से गुजरा. मंगलवार तक यहां इससे करीब 2,50,000 लोग प्रभावित हो चुके थे. यहां तंबुओं, आपातकालीन आश्रय, कंबल, पीने के पानी, स्वच्छता उत्पाद, फेस मास्क और खाद्य पदार्थों की काफी जरूरत है. उन्होंने कहा हमें जितनी जल्दी हो सके, स्कूलों को भी दोबारा बनाना होगा.

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कॉलार्ड ने कहा कि स्वास्थ्य केन्द्रों को भी जल्द ठीक करना होगा. बाढ़ से फसलों को हुए नुकसान का आकलन अभी किया जा रहा है. फसल की कटाई अप्रैल में होनी है. अगर पानी वहां ठहर गया तो उसका फसल पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है.

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