वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग जांच तेज हो गई है, वहीं डोनाल्ड ट्रंप ने इसे 'तख्तापलट' करार दिया. वहीं, उन्होंने उस चेतावनी को रीट्वीट किया जिसमें कहा गया है कि उनको पद से हटाने पर देश में ‘गृहयुद्ध’ छिड़ सकता है.
ट्रंप पर आरोप है कि उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति से 2020 राष्ट्रपति चुनाव में उनके अहम प्रतिद्वंद्वी को निशाना बनाने के लिए कहा था और इस मुद्दे पर कांग्रेस के डेमोक्रेट सदस्यों ने और सख्त रुख अपना लिया है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने जोर देकर कहा कि उन्होंने यूक्रेन नेता वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की के साथ फोन पर बात कर कुछ भी गलत नहीं किया है. बुधवार को उन्हें रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का भी समर्थन मिला, जिन्होंने कहा कि उन्हें इस बातचीत में कुछ भी गलत नहीं लगा.
ट्रंप ने मंगलवार को अपने ट्वीट में कहा था, 'यह महाभियोग नहीं है, बल्कि तख्तापलट है. इसके पीछे जनता की शक्ति, उनके मत और उनकी स्वतंत्रता छीनने की मंशा है.'
ट्रंप ने इस बातचीत का खुलासा करने वाले को जासूस करार देते हुए उसकी पहचान सार्वजनिक करने की धमकी दी है जबकि अमेरिका में लोकहित में जानकारी सार्वजनिक करने वालों की सुरक्षा के लिए कानून है.
उन्होंने कहा कि महाभियोग जांच का नेतृत्व कर रहे जांचकर्ता और सदन की खुफिया मामलों की समिति के अध्यक्ष एडम शिफ को ‘राजद्रोह’ के लिए गिरफ्तार किया जाना चाहिए.
ट्रंप ने चेतावनी रीट्वीट किया, 'उनको सत्ता से बाहर करने पर देश में गृहयुद्ध छिड़ सकता है.' लेकिन शिफ और निम्न सदन के डेमोक्रेट्स आक्रामक तरीके से इस प्रस्ताव पर आगे बढ़ रहे हैं और अगले हफ्ते बंद कमरे में इसकी सुनवाई शुरू की जाएगी.
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इस बीच, मीडिया रिपोर्ट है कि यूक्रेन में अमेरिका के पूर्व विशेष दूत कुर्त वोल्कर गुरुवार को महाभियोग जांच समिति के समक्ष पेश होंगे. 11 अक्टूबर को कीव में पूर्व अमेरिकी राजदूत मारी योवानोविच को भी तलब किया गया है.
गौरतलब है कि 25 जुलाई को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के साथ ट्रम्प की बातचीत के सार्वजनिक होने के बाद विवाद उत्पन्न हो गया था और इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग की आधिकारिक प्रक्रिया भी शुरू की गई.